Coal Tandoor Ban In Mumbai: मुंबई महानगर पालिका ने कोयले से चलने वाले तंदूर भट्टियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसलिए मुंबई में खाने के शौकीन अब कोयले की आग वाली तंदूर व्यंजन का आनंद नहीं ले पाएंगे। दरअसल बॉम्बे हाईकोर्ट ने स्वयं इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। हाईकोर्ट के आदेश के बाद बीएमसी की ओर से इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है। बीएमसी ने इस संबंध में सभी होटल, रेस्टोरेंट और ढाबों को नोटिस जारी कर दिया है।
मुंबई में बढ़ते प्रदुषण की वजह से Coal Tandoor Ban In Mumbai
गौरतलब है कि ये फैसला मुंबई में बढ़ते प्रदुषण को रोकने के लिए लिया गया है। Mumbai BMC की इस कार्रवाई पर कुछ होटल मालिकों ने नाराजगी जताई है। कुछ लोगों का कहना है कि कोयले की भट्टियां बंद करने से तंदूर रोटी का स्वाद बदल जाएगा। हालांकि अदालत के आदेश के अनुसार, अब तंदूर कोयला भट्टियों के उपयोग पर प्रतिबंध रहेगा। बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के बाद मुंबई नगर निगम ने कोयला और लकड़ी के भट्टियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। मुंबई नगर निगम ने कोयले से चलने वाले तंदूर ओवन का उपयोग करने वाले रेस्तरां, होटल और ढाबों को नोटिस जारी किया है।
इलेक्ट्रिक, सीएनजी, पीएनजी स्टोव का करें होटल मालिक इस्तेमाल
रसोईघर में कोयले से चलने वाली भट्टियों के स्थान पर बिजली उपकरण, सीएनजी, पीएनजी और एलपीजी ईंधन का उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं। इसलिए अब मुंबईकर कोयले से चलने वाले तंदूर ओवन से तंदूर रोटी खाने का आनंद नहीं ले पाएंगे। मुंबई नगर निगम ने होटल संचालकों को 7 जुलाई तक कोयले से चलने वाले तंदूर ओवन को इलेक्ट्रिक उपकरणों में बदलने का निर्देश दिया है। नगर निगम ने चेतावनी दी है कि यदि इस निर्णय का पालन नहीं किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। दिलचस्प बात यह है कि इस मामले में चेतावनी दी गई है कि लाइसेंस रद्द करने तक की कार्रवाई की जाएगी। इसलिए अब होटल मालिकों के पास मुंबई नगर निगम के आदेशों का पालन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।