Guinness World Record की टीम Prayagraj पहुंची है महाकुंभ में रोज बन रहे एक नए रिकार्ड को दर्ज़ करने के लिए! Prayagraj महाकुंभ में आए दिन नए कीर्तिमान बन रहे हैं।और इन रेकॉर्ड्स को Guinness World Record के इतिहास में जगह दिलाने के लिए मेला प्रशासन पूरी तरह जुट गया है। Guinness World Record की टीम का मकसद इस आयोजन के जरिए दुनिया को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना है।
योगी सरकार के कुशल प्रशासन का महाकुंभ
Prayagraj Mahakumbh 2025 को योगी सरकार के कुशल प्रशासन के लिए याद रखा जाएगा। एक जगह पर एक साथ करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं को मैनेज करना प्रशासन की कामयाबी है।कई विदेशी सैलानी तो इस जिज्ञासा का साथ प्रयागराज पहुंचे कि कोई शहर एक साथ इतनी बड़ी संख्या में लोगों को कैसे खुद में समा सकता है! लेकिन ये महाकुंभ है, आस्था का महाकुंभ, विश्वास का महाकुंभ और भारत की हजारों साल पुरानी सनातनी परंपरा का महाकुंभ! त्रिवेणी संगम के किनारे एक नए अस्थाई जिले का निर्माण, साफ़-सफाई की सुचारु व्यवस्था, आवासीय संकुल, भोजनालय, चिकित्सालय आदि सभी का व्यापक पैमाने पर निर्माण, इन सबके हिसाब से महाकुंभ को दुनिया के सबसे सफल आयोजनों में गिना जाएगा।
महाकुंभ बना रहा नित नया रिकार्ड
महाकुंभ में हर शाही स्नान के दिन करोड़ों की संख्या में लोग संगम में डुबकी लगते हैं, लेकिन मौनी अमावस्या, जनवरी 29 के दिन हुई भगदड़ के बाद भी लगभग 7,64 करोड़ लोगों ने पवित्र स्नान किया। ये किसी एक जगह एक साथ इकट्ठा होने वालों का अब तक का सबसे बाद रिकार्ड था। मेला क्षेत्र में 10 किलोमीटर लंबे घाट की 300 सफाईकर्मियों द्वारा सफाई का वर्ल्ड रिकार्ड कायम हुआ है। यह दुनिया का पहला River Cleaning Record है। Street Sweeping Record के लिए 15,000 सफाई कर्मी एक साथ मेला क्षेत्र की सफाई करेंगे। त्रिवेणी मार्ग पर E-Riksha की सबसे लंबी परेड का रिकार्ड दर्ज़ किया जाएगा। एक दिन में 10,000 लोगों के Handprint लेने का रिकार्ड भी दर्ज़ होने की प्रतीक्षा में है।
कई अलिखित रिकार्ड भी स्थापित हुए महाकुंभ में
Guinness World Record की टीम तो इन सभी कीर्तिमानों को दर्ज़ करेगी। लेकिन महाकुंभ को इतिहास में और भी कई कीर्तिमान स्थापित करने के लिए जाना जाएगा। मौनी अमावस्या से लेकर वसंत पंचमी के दिन तक उत्तर प्रदेश की गलियों में इतना लंबा ट्राफिक जाम हुआ कि लोग 3-4 दिनों तक उसमें फंसे रहे। महाकुंभ के चलते Prayagraj एयरपोर्ट दुनिया के सबसे व्यस्त ऐरपोर्ट्स की गिनती में आ गया। जितने प्राइवेट जेट्स प्रयागराज में लैंड हुए, उसका भी कीर्तिमान बन सकता है। एक साथ एक जगह पर इतने VIPs का आना-जाना इससे पहले कभी नहीं हुआ। प्रयागराज में हुआ, क्यूंकि ये महाकुंभ है, ये Prayagraj है, ये भारत है !