उत्तर प्रदेश के कोने-कोने से अपना इलाज करवाने के लिए लोग संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज यानी पीजीआई अस्पताल पहुंचते है। लखनऊ में स्थित SGPGI बीते 41 साल से अपनी सेवाओं से देशभर में एक मिसाल कायम की है। आज Sanjay Gandhi Postgraduate Institute of Medical Sciences का स्थापना दिवस है, जिसमें सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिरकत की। मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन में बताया कि SGPGI को कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR in Uttar Pradesh) के माध्यम से 500 करोड़ रुपये का योगदान मिला है। सीएसआर फंड से अस्पताल की सुविधाओं को उन्नत करने, नई तकनीकों को अपनाने और अधिक प्रभावी तरीके से मरीजों की देखभाल के लिए उपयोग में लाई जाएगी।
CSR से SGPGI को मिला 500 करोड़ का सहयोग
उत्तर प्रदेश के हेल्थ सेक्टर में तकनीकी और वित्तीय सहयोग का एक बड़ा उदाहरण बताते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “CSR के माध्यम से Corporate जगत ने SGPGI को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस सहयोग का उपयोग पीजीआई हॉस्पिटल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करने में होगा। यह एक मिसाल है कि जब सरकार और निजी क्षेत्र मिलकर काम करते हैं तो समाज के लिए बड़े परिणाम सामने आते हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं में मिशन मोड पर काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए मिशन मोड में काम कर रही है। SGPGI ने पिछले 5 सालों में 1.16 लाख मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया है, जो संस्थान की बढ़ती विश्वसनीयता और मरीजों के प्रति समर्पण को दर्शाता है। उन्होंने कहा, “हर व्यक्ति को स्वस्थ रहने का अधिकार है। SGPGI ने कोरोना काल के दौरान जिस तरह से अपने काम से एक उदाहरण पेश किया, वह काबिले तारीफ है। हमें इस संस्थान को और आगे ले जाना है।
हेल्थ टेक्नोलॉजी और CSR भविष्य की दिशा तय करेंगे – सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने हेल्थ सेक्टर में टेक्नोलॉजी को जोड़ने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं में तकनीकी नवाचार और CSR का बेहतर उपयोग न केवल संस्थानों की कार्यक्षमता बढ़ाएगा बल्कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को संभव बनाएगा। योगी आदित्यनाथ ने कहा हेल्थ सेक्टर में तकनीकी इनोवेशन के साथ आगे बढ़ने में चुनौतियां जरूर है, लेकिन इससे निपटने के लिए हमारे पास संसाधन और संकल्प दोनों हैं। CSR के माध्यम से मिली धनराशि से SGPGI को टेक्नोलॉजी के साथ जोड़ा जाएगा, ताकि मरीजों को उच्च स्तरीय इलाज मिल सके।
स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने का आह्वान
मुख्यमंत्री ने स्वस्थ जीवनशैली और दिनचर्या को अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि यह समय की मांग है कि लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हों। उन्होंने SGPGI के डॉक्टरों और स्टाफ से आग्रह किया कि वे केवल इलाज तक सीमित न रहें, बल्कि लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए भी प्रेरित करें।SGPGI ने स्वास्थ्य सेवाओं में जो मानक स्थापित किए हैं, उसकी सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्थान ने न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश में स्वास्थ्य क्षेत्र को नई दिशा दी है। CSR के माध्यम से मिले योगदान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह सहयोग SGPGI को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।