उत्तर प्रदेश की सरकार लाख दावे कर ले कि यूपी में सुशासन है, यूपी में कानून का राज है लेकिन हकीकत कुछ और ही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को ‘जनता दर्शन’ किया। इस दौरान 60 से अधिक फरियादी आए। मुख्यमंत्री ने एक-एक करके सभी से मुलाकात की और उनकी शिकायतें जानना चाही। ज्यादातर फरियादी पुलिस, राजस्व, मेडिकल हेल्प, वृद्धावस्था पेंशन, सड़क निर्माण समेत अनेक मामले आए। इसके अलावा आरटीई, खेत की पैमाइश, आवास, चकरोड, खेतों में कब्जा, बिजली कनेक्शन समेत अन्य फरियाद भी लेकर पीड़ित मुख्यमंत्री योगी तक पहुंचे। CM Yogi Janta Darbar
क्या अधिकारी नहीं सुन रहे है फरियादियों की बात, इसलिए सीएम का है जनता दरबार
अब सवाल ये कि जब योगी सुशासन और कानून व्यवस्था का लाख दावा करते है तो ये फरियादी आते कहां से है। जब उत्तर प्रदेश में सब ठीक चल रहा है तो जनता पीड़ित क्यों है। क्यों जनता को फ़रियाद लेकर सीधे प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास आना पड़ रहा है। सवाल अधिकारियों और जिला प्रशासन से भी है कि क्या जिला स्तर पर फरियादियों की नहीं सुनी जा रही है। ऐसे में फरियादी मजबूर होकर सीएम तक आता है। रविवार को फिर से CM Yogi Janta Darbar लगाया। जिस पर प्रार्थना पत्र लेकर मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया।
हर चेहरे पर खुशहाली सरकार की प्राथमिकता मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश के हर नागरिकों के चेहरे पर खुशहाली लाना ही सरकार की प्राथमिकता है और सरकार इसके लिए पहले दिन से ही कार्य कर रही है। प्रतापगढ़ के कुंडा में विगत दिनों हुई घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस घटना के आरोपियों को बख्शेंगे नहीं। वहीं दो महिलाओं ने पुलिस से संबंधित शिकायत की, जिसे मुख्यमंत्री ने गंभीरता से सुना और कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। जनता दर्शन में कई पीड़ित परिवार के साथ आए थे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान बच्चों को दुलारा, उनकी शिक्षा के बारे में जानकारी ली और चॉकलेट भी दी। सीएम योगी ने बच्चों को खूब पढ़ने और उज्ज्वल भविष्य का भी आशीर्वाद दिया।