मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर रक्षाबंधन के अवसर पर महिलाओं और बेटियों के लिए दी गई Free Bus Travel Scheme ने इस बार यात्री संख्या के नए रिकॉर्ड बनाए हैं। परिवहन निगम के मुताबिक 8 से 10 अगस्त तक चली इस सुविधा में 75 लाख से अधिक यात्रियों ने सफर किया, जिनमें करीब 70 प्रतिशत महिला यात्री थीं। इन महिलाओं ने 66 घंटे तक उपलब्ध कराए गए इस “सम्मान के तोहफे” का लाभ लिया।
दो दिन में ही 50 लाख यात्रियों ने किया सफर
सामान्य दिनों में परिवहन निगम की बसों में प्रतिदिन 14–15 लाख यात्री सफर करते हैं। लेकिन इस बार 8 अगस्त को 19.5 लाख और 9 अगस्त को 31.7 लाख यात्रियों ने यात्रा की। तीसरे दिन 10 अगस्त को दोपहर तक ही 13 लाख से अधिक यात्री बसों में सफर कर चुके थे और रात तक यह संख्या 25 लाख तक पहुंचने का अनुमान है। कुल मिलाकर 3 दिनों में 75 लाख से अधिक यात्रियों के सफर का आंकड़ा निगम के इतिहास में अभूतपूर्व है।
अतिरिक्त बसें और विशेष इंतजाम
परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि सीएम के निर्देश पर इस अवधि में जरूरत के अनुसार Extra Buses चलाई गईं और सभी अनुबंधित बसों को भी संचालन में लगाया गया। गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर, आगरा, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़, इटावा, सहारनपुर और बरेली जैसे प्रमुख बस अड्डों पर अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती और विशेष ड्यूटी लगाई गई।
चालकों-परिचालकों को प्रोत्साहन राशि
यात्रा व्यवस्था सुचारू रखने के लिए ड्राइवर और कंडक्टर को 1800 किलोमीटर संचालन पर ₹1200, लगातार 6 दिन ड्यूटी करने पर ₹0.55 प्रति किलोमीटर और तकनीकी कर्मचारियों को प्रतिदिन उपस्थिति पर ₹500 की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। वहीं संचालन व्यवस्था बेहतर रखने वाले कर्मचारियों और पर्यवेक्षकों को ₹5000 प्रति स्टेशन का इनाम मिलेगा।
महिलाओं का आभार, मुस्लिम बहनों ने भी उठाया लाभ
इस योजना का लाभ पाने वाली लाखों महिलाओं ने सीएम योगी को धन्यवाद दिया। झांसी की संध्या ने कहा, “यह कदम महिलाओं के सम्मान और सुविधा के लिए बेहद अच्छा है।” मुरादाबाद की जीतू ने कहा कि इस पहल से लाखों बहनों को फायदा हुआ है। मुस्लिम समुदाय की बहनों ने भी एक सहयात्री के साथ निशुल्क यात्रा कर इस सुविधा का लाभ लिया।
8 साल में 1.23 करोड़ महिलाओं को मिला मुफ्त सफर का लाभ
2017 से शुरू हुई यह योजना अब तक 1,23,30,194 महिलाओं तक पहुंच चुकी है, जिस पर सरकार ₹101.42 करोड़ खर्च कर चुकी है। 2023 में सबसे अधिक 29 लाख महिलाओं ने इसका लाभ लिया। खासकर ग्रामीण, पिछड़े और निम्न आय वर्ग की महिलाओं के लिए यह योजना सुरक्षित, सुलभ और सम्मानजनक यात्रा का प्रतीक बन गई है। योगी सरकार की यह पहल न केवल Women Empowerment की दिशा में ठोस कदम है, बल्कि रक्षाबंधन को भावनात्मक और पारिवारिक जुड़ाव के साथ मनाने का भी एक अनूठा उदाहरण है।