साल 2025 भारत के लिए केवल एक कैलेंडर वर्ष नहीं रहा, बल्कि यह वैश्विक मंच पर देश की बढ़ती शक्ति, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता का प्रतीक बनकर उभरा। आर्थिक मजबूती से लेकर अंतरिक्ष, तकनीक, कूटनीति और सतत विकास तक- भारत ने कई क्षेत्रों में दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा।
2025 का भारत, जिसने विश्व के शक्तिशाली देशों का किया नेतृत्व
2025 वह साल था जिसे इतिहास सिर्फ तारीख़ों से नहीं, उपलब्धियों के अध्यायों में याद करेगा। बीते एक साल में भारत ने जिस रफ्तार से प्रगति, नवाचार और वैश्विक प्रभाव के नए मानक स्थापित किए, उसने दुनिया को चौंकाया और प्रभावित किया। चाहे अंतरिक्ष वैज्ञानिक प्रगति हो, रक्षा निर्माण हो, आर्थिक विकास हो, डिजिटल शासन हो या सांस्कृतिक प्रभाव – भारत हर मोर्चे पर अग्रणी रहा। भारत अब सिर्फ विकासशील देश नहीं बल्कि भविष्य की दिशा तय करने वाली शक्ति बन चुका है।
अंतरिक्ष- 2025 का भारतीय विजय अभियान
साल की शुरुआत जनवरी में ISRO के NavIC 2.0 उपग्रह लॉन्च से हुई, जिसने भारत को GPS पर निर्भरता से नहीं, बल्कि विकल्प से आगे जाकर दुनिया को अपनी तकनीकी क्षमता दिखाई। मार्च में जब भारत ने 121 उपग्रहों को एक साथ अंतरिक्ष में भेजा, तो वैश्विक मीडिया ने एक बार फिर इसे “Cost Effective Space Miracle” कहा।
जून में निजी कंपनियों के सहयोग से Reusable Launch Vehicle (RLV Mark-3) का सफल परीक्षण वह मोड़ था जिसने भारत को Private–Public Space Ecosystem का नेतृत्वकर्ता बना दिया। वर्ष के अंत तक भारत न सिर्फ एशिया, बल्कि दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा Space Hardware निर्यातक बन गया। अक्टूबर में घोषित “Shakti Deep Space Network” ने मानव अंतरिक्ष मिशन और चंद्र-मंगल संचार नेटवर्क के सपने को हकीकत के करीब ला दिया।
रक्षा क्षेत्र- खरीददार नहीं, निर्माता भारत
2025 में भारत ने रक्षा क्षेत्र में अपनी भूमिका बदल दी! अब भारत बाज़ार नहीं, बाज़ार बनाने वाली शक्ति है। फरवरी तक तेजस Mk-2 जेट दुनिया में चर्चा का विषय बन चुका था। कई देशों ने इसकी खरीद के लिए अनुबंध किए और भारत को तकनीक निर्यात वाला आत्मविश्वासी राष्ट्र कहा गया। अप्रैल में प्रदर्शित AI-Powered Vajra-X Defence Drone ने रक्षा प्रदर्शनी में भारत को ऐसा तकनीकी ब्रांड बनाया जिससे НАТО देशों ने भी सहयोग में रुचि दिखाई।
सितंबर में भारत ने क्वांटम एन्क्रिप्शन आधारित सैन्य संचार नेटवर्क की सफल लाइव टेस्टिंग की। यह उपलब्धि अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर आई, लेकिन लागत और स्थिरता में दुनिया भर के विशेषज्ञों के अनुसार भारत की तकनीक सबसे संतुलित और उपयोगी साबित हुई।
ऊर्जा- सौर धरती का उदय और ग्रीन हाइड्रोजन की ताकत
भारत ने ऊर्जा क्षेत्र में वह किया जिसकी कल्पना कुछ साल पहले सिर्फ रिपोर्टों और कॉन्फ़्रेंस तक सीमित थी। जनवरी में राजस्थान-गुजरात के संयुक्त Solar-Hydrogen Corridor के शुरू होने के बाद भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा विकेंद्रीकृत ऊर्जा ग्रिड बनाया, जिसमें ऊर्जा उत्पादन से लेकर भंडारण तक सब हरा, स्वच्छ और स्थानीय था।
मई में भारत ने पहली बार बड़ा ग्रीन हाइड्रोजन निर्यात किया, जिससे भारत वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति का नया विकल्प बना। वर्ष के अंत में सरकारी रिपोर्ट ने पुष्टि की कि देश की 32.4 प्रतिशत ऊर्जा अब जीवाश्म ईंधन पर आधारित नहीं है। विश्लेषकों ने कहा, “यदि ऊर्जा भविष्य का तेल है, तो भारत भविष्य का मध्य एशि या है।”
2025 का भारत, Digital India से विश्व मॉडल तक
UPI, आधार, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और सरकारी सेवाओं के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अब सिर्फ तकनीकी प्रयोग नहीं, बल्कि भारत की जनसहभागिता के औज़ार बन चुके हैं। मार्च में UPI का विस्तार 50 से अधिक देशों में होने के बाद भारत को Global Digital Payment Ecosystem Architect कहा गया। जुलाई में लॉन्च हुए AI हेल्थ डायग्नोस्टिक नेटवर्क ने ग्रामीण स्वास्थ्य क्रांति की शुरुआत की, जहां मशीन लर्निंग और चिकित्सा एक साथ मैदान में उतरे। नवंबर में संयुक्त राष्ट्र ने भारत के डिजिटल शासन मॉडल को दुनिया का सबसे समावेशी, पारदर्शी और टिकाऊ प्रशासनिक ढांचा घोषित किया। यह वह पल था जब दुनिया ने माना, भारत सिर्फ डिजिटल नहीं हो रहा है, भारत दुनिया को डिजिटल बना रहा है।”
अर्थव्यवस्था- 5वें से 3रे स्थान तक का ऐतिहासिक सफर
2025 भारत की आर्थिक कहानी का सबसे सुनहरा अध्याय रहा। अप्रैल में IMF ने रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि भारत की आर्थिक गति विश्व में सबसे मजबूत है। अगस्त तक भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और वर्ष के अंतिम तिमाही में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर वैश्विक आर्थिक संरचना को बदलने वाली शक्ति साबित हुआ। भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम, मैन्युफैक्चरिंग, ई-कॉमर्स, डिजिटल सेवाएं, हरित प्रौद्योगिकी और रक्षा निर्यात, इन सबने मिलकर एक ऐसी अर्थव्यवस्था तैयार की जो न सिर्फ संख्या बल्कि गुणवत्ता के आधार पर दुनिया के केंद्र में खड़ी है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर- एक नए भारत की रचना
भारत में 2025 के दौरान परिवहन क्रांति चर्चा में रही। फरवरी में दिल्ली–जयपुर हाई-स्पीड एरो कॉरिडोर चालू हुआ जिसने दो शहरों के बीच यात्रा समय को आधा कर दिया। जून में वॉटर मेट्रो प्रणाली का तीसरा चरण प्रारंभ हुआ, जिससे भारत को जल-आधारित परिवहन मॉडल में अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली। अक्टूबर में मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परीक्षण में 350 किमी/घंटा की रफ्तार ने भारत के भविष्य की दिशा स्पष्ट कर दी- यह सिर्फ सड़क और रेलवे नहीं, बल्कि भविष्य का अनुभव निर्माण था।
संस्कृति, शिक्षा और सॉफ्ट पावर- भारत की आत्मा का वैश्विक प्रभाव
योग, आयुर्वेद, भारतीय भोजन और फिल्मों ने दुनिया भर में भारतीय पहचान को नया रूप दिया। जून में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 125 देशों की भागीदारी ने भारत की सांस्कृतिक शक्ति को विश्व मंच पर पुनर्स्थापित किया। सितंबर में भारत के मिलेट-आधारित खाद्य मॉडल को UNESCO द्वारा कंट्री-लेवल हेरिटेज मॉडल घोषित किया गया। नवंबर में भारतीय ऐतिहासिक और वैज्ञानिक कथानकों पर आधारित कंटेंट के लिए हॉलीवुड–मुंबई संयुक्त उत्पादन समझौते ने यह साबित किया कि भारतीय कथाएं अब सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि वैश्विक कथा-विज्ञान का हिस्सा बन चुकी हैं।
वैश्विक कूटनीति और रणनीतिक संतुलन
भारत ने अमेरिका और यूरोपीय देशों के साथ आर्थिक, रक्षा और तकनीकी सहयोग को मजबूत किया। वहीं रूस के साथ भी ऊर्जा, रक्षा और ऐतिहासिक संबंधों को बनाए रखा। पश्चिम एशिया, अफ्रीका और ASEAN देशों के साथ भारत ने व्यापार और कनेक्टिविटी बढ़ाई। इससे भारत की छवि एक ऐसे देश की बनी जो किसी एक धड़े में बंधा नहीं, बल्कि स्वतंत्र और व्यावहारिक नीति अपनाता है। भारत ने 2025 में खुद को केवल एक उभरती शक्ति नहीं, बल्कि ग्लोबल साउथ (Global South) का प्रतिनिधि बताया। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत ने विकासशील देशों की चिंताओं, जैसे कर्ज, गरीबी, खाद्य सुरक्षा और जलवायु वित्त को प्रमुखता से उठाया। भारत ने यह तर्क रखा कि वैश्विक नीतियां केवल अमीर देशों के नजरिये से नहीं, बल्कि गरीब और मध्यम आय वाले देशों की ज़रूरतों के अनुसार भी बननी चाहिए। इससे भारत को एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के देशों में नेतृत्वकारी भरोसा मिला।
पड़ोसी देशों के लिए सच्चा मित्र साबित हुआ भारत !
भारत की कूटनीति का एक अहम पहलू रहा- संघर्ष नहीं, समाधान! भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर युद्ध और तनाव के बजाय बातचीत और कूटनीतिक समाधान की बात की। संयुक्त राष्ट्र जैसे मंचों पर भारत ने बार-बार कहा कि वैश्विक समस्याओं का समाधान हिंसा से नहीं, संवाद और सहयोग से ही संभव है। इससे भारत की छवि एक जिम्मेदार और परिपक्व वैश्विक शक्ति की बनी। 2025 में भारत ने यह दिखाया कि विकास और पर्यावरण एक-दूसरे के विरोधी नहीं हैं। भारत ने नवीकरणीय ऊर्जा, सौर ऊर्जा और हरित विकास पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा दिया। जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भारत ने “जलवायु न्याय” की अवधारणा को आगे रखा, यानी जिन देशों ने ज्यादा प्रदूषण किया है, उनकी जिम्मेदारी भी ज्यादा होनी चाहिए। इससे भारत को पर्यावरण के मुद्दे पर नैतिक नेतृत्व (Moral Leadership) मिला। भारत ने 2025 में वैश्विक संस्थाओं को वर्तमान विश्व व्यवस्था के अनुरूप बनाने की जोरदार वकालत की- संयुक्त राष्ट्र, वैश्विक वित्तीय संस्थानों और बहुपक्षीय मंचों में सुधार की बात।! भारत का तर्क रहा कि आज की दुनिया 1945 की दुनिया से अलग है, इसलिए निर्णय लेने की संरचनाओं में भी बदलाव जरूरी है। इससे भारत सुधारवादी और भविष्यदृष्टा देश के रूप में उभरा।
भारत की कूटनीति केवल सत्ता या ताकत तक सीमित नहीं रही, बल्कि मानवीय मूल्यों पर आधारित रही। संकट के समय मित्र देशों को सहायता, प्राकृतिक आपदाओं में राहत सहयोग और तकनीक व दवाओं के माध्यम से भारत ने विश्व के हर जरूरतमंद देश की हरसंभव सहायता की। इससे भारत की पहचान “सिर्फ एक ताकतवर देश” नहीं, बल्कि विश्व का भरोसेमंद मित्र बनी। 2025 में भारत की वैश्विक कूटनीति और नेतृत्व का आधार रहा- संतुलन + संवाद + सहयोग + नैतिकता।
2025 का भारत “उभरता हुआ देश” नहीं, बल्कि “दिशा देने वाली शक्ति”!
भारत ने यह साबित किया कि वैश्विक नेतृत्व केवल सैन्य या आर्थिक शक्ति से नहीं आता, बल्कि विश्वास, जिम्मेदारी और दूरदर्शिता से बनता है। यही कारण है कि 2025 को भारत की अंतरराष्ट्रीय भूमिका के लिए एक निर्णायक और ऐतिहासिक वर्ष माना जा रहा है। 2025 ने यह विश्वास मजबूत किया कि भारत सिर्फ भविष्य की तैयारी नहीं कर रहा, भारत भविष्य की स्थापना कर रहा है, और दुनिया ने यह कहकर बात ख़त्म की-“India Is Not Participating, India Is Leading.”
Long or Short, get news the way you like. No ads. No redirections. Download Newspin and Stay Alert, The CSR Journal Mobile app, for fast, crisp, clean updates!

