World Bicycle Day: साइकिल बच्चों के लिए सिर्फ एक खिलौना नहीं होती, यह उनके बचपन का एक खास हिस्सा होती है। जब बच्चा पहली बार साइकिल चलाना सीखता है, तो वह आज़ादी, आत्मविश्वास और खुशी का अनुभव करता है। साइकिल उनके लिए दुनिया को देखने का ज़रिया बन जाती है, मोहल्ले की गलियों में घूमना, दोस्तों के साथ दौड़ लगाना, और नई जगहें खोजना। साइकिल चलाना बच्चों को न केवल शारीरिक रूप से सक्रिय रखता है, बल्कि यह उन्हें जिम्मेदारी, संतुलन और धैर्य भी सिखाती है। यह उनके आत्मनिर्भर बनने की पहली सीढ़ी होती है। हर मां बाप के लिए वे दिन अविस्मरणीय होते हैं जब वे अपने बच्चे के लिए पहली साइकिल खरीदते है, जब उस पर अपने बच्चे को बैठना सिखाते व्यक्त उसे थामते हैं, ताकि वो गिर न जाए।
Bicycle- बचपन का पहला प्यार
Internet और Social Media के बचपन पर कब्ज़ा करने से पहले Bicycle बच्चों की ज़िंदगी का अहम हिस्सा हुआ करती थी। Junk Food, Airconditioned Offices, Desk Jobs और बढ़ते प्रदूषण के चलते लोगों की शारीरिक स्थिति पर विपरीत असर होना शुरू हुआ और लोगों को एक बार फिर बचपन के पहले प्यार, यानि Bicycle की याद आई। कुछ ने Gym जाकर Bicycle चलनी शुरू की तो कुछ ने उसे अपना Mode Of Transport बना लिया।
World Bicycle Day: हर साल 3 जून को दुनियाभर में “विश्व साइकिल दिवस” (World Bicycle Day) मनाया जाता है। इस खास दिन को मनाने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा वर्ष 2018 में की गई थी। इसके पीछे का उद्देश्य साइकिल को एक सरल, सस्ता, पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ यातायात साधन के रूप में प्रोत्साहित करना है। भारत सरकार भी साइकिल के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कई पहल कर रही है, जैसे कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत ‘Non Motorised Transport’ को बढ़ावा देना, जिससे शहरों में प्रदूषण कम हो और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिल सके।
World Bicycle Day यानि फिटनेस डे
World Bicycle Day: संयुक्त राष्ट्र महासभा UN ने 3 जून को विश्व साइकिल दिवस के रूप में घोषित किया, जिसमें साइकिल की विशिष्टता, स्थायित्व और बहुमुखी प्रतिभा को मान्यता दी गई, जिसका उपयोग दो शताब्दियों से किया जा रहा है। यह दिन फिटनेस को सतत बढ़ावा देने, बच्चों और युवाओं के लिए शिक्षा को मजबूत करने, स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, बीमारियों को रोकने, सामाजिक समावेश को सुविधाजनक बनाने, शांति की संस्कृति को विकसित करने आदि में साइकिल के उपयोग को समझने, जोर देने और आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
फिजिकल एक्टिविटी जैसे चलना, साइकिल चलाना या खेलकूद करना स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञ भी हर उम्र में के लोगों को शारीरिक रूप से सक्रिय रहने की सलाह देते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक चलने और साइकिल चलाने से स्वास्थ्य रहा जा सकता है। वहीं गरीब शहरी क्षेत्र के लिए, जहां लोग निजी वाहनों का खर्च नहीं उठा सकते और पैदल चलना कई बार मुश्किलों भरा होता है उनके लिए Bicycle चलाना काफी मददगार साबित होता है। इससे हृदय रोग, स्ट्रोक, कई तरह के कैंसर, डायबिटीज जैसे जोखिमों को कम करने में मदद मिल सकती है।
साइकिल चलाने के फ़ायदे इन्होंने भी माने
“साइकिल चलाने से आपको प्रकृति के करीब रहने का मौका मिलता है।”- महात्मा गांधी
“जीवन एक साइकिल की सवारी की तरह है। संतुलन बनाए रखने के लिए आपको आगे बढ़ते रहना होगा।”- इंदिरा गांधी
“ साइकिल चलाना एक शानदार तरीका है जिससे आप यात्रा कर सकते हैं और नए लोगों से मिल सकते हैं।”- बिल गेट्स
“Bicycle चलाना एक बेहतरीन तरीका है जिससे आप अपनी फिटनेस में सुधार कर सकते हैं, पर्यावरण की मदद कर सकते हैं और मज़े भी कर सकते हैं।”- मिशेल ओबामा
”Bicycle सबसे सरल और सबसे शानदार आविष्कारों में से एक है।”- अल्बर्ट आइंस्टाईन
World Bicycle Day: साइकिल चलाना एक तरह की एरोबिक गतिविधि है जिसमें हृदय, रक्त वाहिकाएं और फेफड़े, सभी को कसरत मिलती है। साइकिल चलाने से शरीर का तापमान बढ़ता है जिससे समग्र फिटनेस स्तर में वृद्धि होती है। यह मांसपेशियों की ताकत और लचीलापन बढ़ाता है। इससे तनाव का स्तर कम हो जाता है। साइकलिंग हृदय-संवहनी फिटनेस को बढ़ाने के साथ जोड़ों की गतिशीलता में सुधार करता है। इससे आसन और समन्वय में सुधार होता है और हड्डियों में मजबूती आती है। साइकलिंग शरीर में वसा के स्तर को कम करने में मदद कर वजन नियंत्रण रखकर मोटापा घटाने में सहायक है। यह बीमारियों की रोकथाम या प्रबंधन में मदद करता है। चिंता और अवसाद को कम करने में मदद करता है।
एक ऐसा देश, जहां प्रधानमंत्री Bicycle पर चलता है
World Bicycle Day: Netherlands एक ऐसा देश है, जहां प्रधानमंत्री भी साइकल से संसद तक जाते हैं। यहां सड़कों पर कारें कम और साइकिलें अधिक चलती दिखती हैं। साइकिल के लिए खास सड़कें और नियम हैं। इस देश में लोग लंबी दूरी भी साइकिलों से ही तय कर लेते हैं।
नीदरलैंड (Netherlands) ऐसा देश है जहां दुनिया में सबसे ज्यादा लोग Bicycle से चलना पसंद करते हैं। नीदरलैंड की राजधानी एम्स्टर्डम में साइक्लिस्ट ही शासन करते हैं। उनकी ज़रूरतें पूरी करने के लिए वहाँ की सरकार ने खूब काम किए हैं। Bicycle एम्स्टर्डम में इतनी पॉपुलर है कि नीदरलैंड के PM Mark Rutt भी साइकिल से ही संसद जाते हैं।
The PM of Netherlands, Mark Rutte, on a bicycle, riding like an ordinary citizen!
Can our @PMOIndia & all the hon. MPs do the same here? pic.twitter.com/ecaL2hjJnT
— SandeepVarma (@sandeepvarma15) May 9, 2023
दुनिया के सबसे स्लिम और हेल्दी देश का तमगा नीदरलैंड्स को मिला है, लेकिन इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है मोटर गाड़ियों की अपेक्षा साइकिल का ज्यादा इस्तेमाल! बहुत कम लोग ही जानते हैं कि नीदरलैंड्स की जितनी आबादी है, उससे ज्यादा वहां पर साइकिलें Bicycle हैं। रोजमर्रा के काम से लेकर ऑफिस जाने तक के लिए Dutch लोग सिर्फ साइकिल का ही उपयोग करते हैं।