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यूपी – 5 हज़ार करोड़ का सीएसआर पाने का लक्ष्य

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यूपी में अगले 2 सालों में 5 हज़ार करोड़ का सीएसआर पाने का लक्ष्य
 
देश में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश हो रहा है। Uttar Pradesh Investment के मामले में दूसरे राज्यों को पीछे छोड़ रहा है। इन्वेस्टर्स समिट के बाद ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से गवाही दे रही है कि उत्तर प्रदेश Corporate Houses का Favorite Destination बनता जा रहा है। जितना ज्यादा Uttar Pradesh में Industrialization उतना ज्यादा CSR Expenditure होने की संभावना। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने एक बयान में कहा कि अगले दो साल के भीतर उत्तर प्रदेश में लगभग पांच हजार करोड़ का फण्ड अर्जित करने का प्रयास है। Uttar Pradesh Chief Secretary Durga Shankar Mishra ने एजुकेशन (Education) और स्किलिंग (Skilling) पर सीएसआर राउंड टेबल डिस्कशन में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया जहां वो संबोधन कर रहे थे।

जल्द ही यूपी में किया जायेगा सीएसआर वर्कशाप

मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र द्वारा एजुकेशन और स्किलिंग पर सीएसआर राउंड टेबल डिस्कशन (Uttar Pradesh CSR) में देश की विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों द्वारा राज्य सरकार के साथ शिक्षा, खेल, स्किलिंग से सम्बन्धित लगभग 65 करोड़ के 16 एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि शिक्षा, खेल व स्किलिंग के क्षेत्र में एक दिन में 16 एमओयू पर हस्ताक्षर होना एक बड़ी उपलब्धि है। सीएसआर में अगले दो साल के भीतर लगभग पांच हजार करोड़ का फण्ड अर्जित करने का प्रयास है। इसके लिये तीन माह के उपरांत सीएसआर पर एक बड़ा वर्कशाप आयोजित किया जायेगा।

शिक्षा, खेल, स्किलिंग से सम्बन्धित लगभग 65 करोड़ के 16 एमओयू पर किए गए हस्ताक्षर

The CSR Journal से ख़ास बातचीत करते हुए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बताया कि यह हमारा नया उत्तर प्रदेश है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत के तहत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में विकसित और आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश बनाने के लिए अग्रसर है। वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडेक्ट के तहत प्रदेश के उत्पादों को विश्वस्तरीय पहचान मिली है। देश में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से बढ़ रही है। प्रदेश में हर सेक्टर में इन्वेस्टमेंट तेजी से बढ़ रहा है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी विद्यालयों का कायाकल्प त्वरित गति से हो रहा है।

ONGC करेगी 150 करोड़ का CSR में निवेश

सीएसआर यानी कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के इस कार्यशाला में देश के बड़े कॉरपोरेट्स में से 30 से ज्यादा कॉरपोरेट्स के सीएसआर हेड्स या उनके वरिष्ठ प्रतिनिधि ने भाग लिया। अभी हर साल पूरे देश के लगभग ₹27,000 करोड़ के सीएसआर धनराशि में से मात्र ₹1,330 करोड़ यानी 5% उत्तर प्रदेश को मिल रहा है। ओएनजीसी के सीएसआर से प्रदेश के पांच जिलों में सीएम कम्पोजिट स्कूल के लिए ₹150 करोड़ मिले हैं। इससे मॉडर्न एजुकेशनल फैसिलिटी के साथ कक्षा 1 से 12 तक के सीएम कम्पोजिट स्कूल बनाए जाएंगे।इन सीएम कम्पोजिट स्कूलों में आईसीटी की लैब भी होगी, मॉडर्न साइंस व टेक्नोलॉजी की लाइब्रेरी होगी, विशेष लर्निंग के लिए इसमें स्मार्ट क्लासेज होंगी। यहां शिक्षा व्यवस्था में तकनीक का उपयोग कर बच्चों को प्रभावी शिक्षा से जोड़ा जाएगा।

सीएसआर को लुभाने के लिए यूपी सरकार ने पेश किया विकास के ये आकड़े

यूपी में सीएसआर से विकास की अपार संभावनाएं हैं। गौरतलब है कि अभी हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में Uttar Pradesh में 4.0 ग्राउण्ड ब्रेक्रिंग सेरेमनी में 10.24 लाख करोड़ का इनवेस्टमेंट हुआ। नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में 6-7 करोड़ लोगों (जनसंख्या का 25 प्रतिशत) को गरीबी से बाहर निकाला गया। लीड्स इंडेक्स 2019 में प्रदेश 13वें स्थान से अचीवर्स की श्रेणी में पहुंच गया है। यूपी में पर्यटकों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। 2022 में घरेलू पर्यटक यात्राओं में पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश है और विदेशी पर्यटकों की यात्राओं में 5वां स्थान पर है। यूपी में 11,336 राज्य मान्यता प्राप्त स्टार्टअप की शुरुआत हुई।