होली के दौरान अपने बयान को लेकर विवादों में रहे संभल के सीओ अनुज चौधरी का ट्रांसफर कर दिया गया है। सीओ अनुज चौधरी ने होली और जुमे की नमाज एक ही दिन होने को लेकर बयान दिया था, जिसके बाद से वह काफी चर्चा में रहे थे। हालांकि इस मामले की अभी भी जांच कराई जा रही है। फिलहाल अनुज चौधरी को संभल सर्किल से हटा दिया गया गया। अब अनुज चौधरी को चंदौसी सर्किल का CO बनाया गया है। वहीं अनुज चौधरी की जगह आलोक कुमार को संभल का CO बनाया गया है।
‘रंग से दिक्कत है तो घर में रहें’
दरअसल, होली से पहले शांति समिति की बैठक के बाद सीओ अनुज चौधरी ने पत्रकारों से कहा था, ‘होली साल में एक बार आने वाला त्योहार है, जबकि जुमे की नमाज साल में 52 बार होती है। अगर किसी को होली के रंगों से असहजता महसूस होती है तो उन्हें उस दिन घर के अंदर रहना चाहिए। जो लोग बाहर निकलते हैं उन्हें खुले दिमाग से काम लेना चाहिए, क्योंकि त्योहार मिलजुल कर मनाएं जाने चाहिए।’’ उन्होंने सांप्रदायिक सौहार्द और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ी निगरानी पर भी जोर दिया था।
‘सेवइयां खिलाना चाहते हैं तो गुझिया भी खानी पड़ेगी’
इसके अलावा अनुज चौधरी ने कहा था, ‘‘जिस तरह मुसलमान ईद का बेसब्री से इंतजार करते हैं, उसी तरह हिंदू होली का इंतजार करते हैं। लोग रंग लगाकर, मिठाइयां और खुशियां बांटकर जश्न मनाते हैं। इसी तरह, ईद पर लोग खास व्यंजन बनाते हैं और जश्न मनाने के लिए एक-दूसरे को गले लगाते हैं। दोनों त्योहारों का सार एकजुटता और आपसी सम्मान है।’’ अनुज चौधरी ने कहा कि यदि आप ईद की सेवइयां खिलाना चाहते हो तो आपको होली की गुझिया भी खानी पड़ेगी। वो गुझिया खाएं, हम सेवइयां खाएं। लेकिन दिक्कत ये हो जाती है कि एक पक्ष खाने को तैयार है, दूसरा नहीं। फिर यहां भाई चारा खत्म हो जाता है। भाईचारा खराब नहीं होना चाहिए।
हनुमान गदा लिए रैली में शामिल
इसी तरह वो एक धार्मिक कार्यक्रम में हाथ में भगवान हनुमान का गदा लिए नजर आए, जिसका वीडियो वायरल हुआ था। खेलकूद कोटे से पुलिस विभाग में आए सीओ अनुज चौधरी मीडिया में अपने दो टूक बयान देने को लेकर सुर्खियों में नजर आते है। वहीं कुछ लोग उनके इस अंदाज को सिंघम मूवी का असली हीरो मानते है और सिंघम उपनाम से पुकारते है। तो वहीं कुछ लोग उनके इस अंदाज पर सोशल मीडिया पर आपत्ति भी उठाते हैं।
बॉडी और बातों में दबंगई
हालांकि सीओ अनुज चौधरी अपने बेबाक बयान पर अटल रहते हैं और सफाई में ये कहते सुने जाते हैं कि वो कोई पक्षपात बात नहीं करते हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए वो सभी से अपील और कानून तोड़ने पर सख्त कार्रवाई की हिदायत भी देते है। चाहें वो किसी धर्म से हो। लोगों की आपत्ति का जवाब देते हुए उन्होंने अपने बयान में एक बार कहा था कि जिसे आपत्ति हो मेरे बयान से वो कोर्ट में जा सकते है मैंने कभी कुछ गलत नहीं कहा है।
खेल कोटे से पुलिस में भर्ती
अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में भारत का मान बढ़ा चुके अनुज चौधरी खेल कोटे से उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए हैं। वह अपनी लंबी चौड़ी कद काठी, फिटनेस और बेधड़क अंदाज के लिए जाने जाते हैं। वह 2002 और 2010 नेशनल गेम्स में दो सिल्वर मेडल जीत चुके हैं। साथ ही एशियाई चैंपियनशिप में दो कांस्य पदक जीत चुके हैं। 1997 से 2014 तक वे कुश्ती में नेशनल चैंपियन रहे। 2001 में उनको लक्ष्मण अवॉर्ड और 2005 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। 2012 में वह खेल कोटे से (सीओ) डिप्टी एसपी बनाए गए।