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December 2, 2025

अब यूपी के हर मंडल में बनेगा दिव्यांग पुनर्वास केंद्र, सभी सेवाएं एक ही स्थान पर

The CSR Journal Magazine
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में मंगलवार को दिव्यांगजनों के लिए एक बड़ा और बेहद अहम निर्णय लिया गया। सरकार ने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश के सभी 18 मंडलों में नए जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र (District Divyangjan Rehabilitation Centres) स्थापित किए जाएंगे। अभी प्रदेश के 38 जिलों में ऐसे केंद्र कार्यरत हैं, लेकिन कई जगह संसाधनों और तकनीकी दिक्कतों के कारण संचालन प्रभावित हो रहा था। अब सरकार पूरे ढांचे को नए सिरे से आधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्गठित करने जा रही है, ताकि दिव्यांगजन किसी भी सेवा से वंचित न रहें।

दिव्यांगजनों के लिए तैयार हो रहा “वन-स्टॉप सेंटर” मॉडल

कैबिनेट के फैसले की जानकारी देते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि नए डीडीआरसी केंद्र (District Divyangjan Rehabilitation Centres) बनने से दिव्यांगजनों को सभी जरूरी सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जाएंगी। सरकार का उद्देश्य है कि दिव्यांगजन बिना बार-बार भाग-दौड़ किए, एक ही स्थान पर अपने सर्वे, पहचान से लेकर उपकरण और थेरेपी तक की सभी सुविधाएं प्राप्त कर सकें। सरकार का मानना है कि डीडीआरसी केंद्रों को आधुनिक सुविधाओं और प्रशिक्षित स्टाफ से लैस करके इन्हें One Stop Rehabilitation Centres की तरह विकसित किया जाएगा। यहां दिव्यांगजन निम्न सेवाओं का लाभ आसानी से ले सकेंगे —
सर्वे और पहचान
दिव्यांग प्रमाणपत्र
UDID Card
शिविर और जागरूकता कार्यक्रम
सहायक उपकरण वितरण
कृत्रिम अंग फिटमेंट
फिजियोथेरेपी, स्पीच थेरेपी और काउंसलिंग
प्रशिक्षण और स्किल डेवलपमेंट
फाइनेंस मिनिस्टर के अनुसार, अब किसी दिव्यांगजन को प्रमाणपत्र या यूडीआईडी कार्ड बनवाने के लिए कई चक्कर नहीं लगाने होंगे। नई व्यवस्था का उद्देश्य है कि हर सुविधा एक ही जगह उपलब्ध हो, ताकि उनकी यात्रा और समय दोनों की बचत हो सके।

दिव्यांगजन हित में सरकार का बड़ा कदम

सरकार का मानना है कि यह निर्णय न केवल दिव्यांगजनों को समय पर और आसान सेवा उपलब्ध कराएगा, बल्कि उनके पुनर्वास की पूरी प्रक्रिया को मजबूत करेगा। कई जिलों में पहले से मौजूद केंद्रों में संसाधनों की कमी, टेक्निकल समस्याएं और स्टाफ की कमी के कारण कार्य बाधित हो रहा था। अब यह पूरी व्यवस्था नए ढांचे और आधुनिक तकनीक के साथ दोबारा सक्रिय होने जा रही है।

दिव्यांगों के पुनर्वास में तेजी आएगी

विशेषज्ञ मानते हैं कि ये नए पुनर्वास केंद्र राज्य में दिव्यांगजनों के लिए बड़ी राहत साबित होंगे, क्योंकि अब वे अपनी शारीरिक आवश्यकताओं के हिसाब से उपकरण, कृत्रिम अंग, थेरेपी, और स्किल ट्रेनिंग, एक ही छत के नीचे प्राप्त कर सकेंगे। इससे उनकी आत्मनिर्भरता और जीवन की गुणवत्ता में बड़ा सुधार होने की उम्मीद है।

सरकार का लक्ष्य, योजनाओं का लाभ समय पर और बिना परेशानी

सरकार का स्पष्ट कहना है कि दिव्यांगजन अक्सर योजनाओं की जानकारी या प्रक्रियाओं की जटिलता के कारण लाभ से वंचित रह जाते थे। अब इस नई व्यवस्था के तहत, सभी सेवाएं सुगम, सरल और सुलभ होंगी। डीडीआरसी केंद्रों का विस्तार और आधुनिकीकरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस विजन का हिस्सा है, जिसमें हर कमजोर वर्ग को समय पर सहायता उपलब्ध कराना और उन्हें समाज में मुख्यधारा से जोड़ना शामिल है। यह फैसला दिव्यांगजनों के लिए बड़ी राहत लाने वाला कदम माना जा रहा है, जो आने वाले महीनों में प्रदेशभर में नए अवसर और बेहतर सुविधाओं का मार्ग खोलेगा।
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