कांवड़ यात्रा में 10 हजार से ज्यादा महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती, 150 महिला हेल्प डेस्क भी बनाई गईं
Women security in Kanwar Yatra: आज सावन का पहला सोमवार है। सावन के पवित्र महीने में शिव भक्तों की आस्था का सबसे बड़ा उत्सव कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है, और इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राज्यभर में कांवड़ यात्रा मार्ग पर 10,000 से अधिक महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में महिला फोर्स को कांवड़ यात्रा में लगाया गया है।
Women security in Kanwar Yatra: सीएम योगी के विशेष निर्देश, महिला केंद्रित सुरक्षा मॉडल लागू
योगी सरकार ने हाल ही में हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह तय किया कि इस बार महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। इसी के तहत 8,541 महिला मुख्य आरक्षी और 1,486 महिला उप निरीक्षकों की तैनाती की गई है। इसके अलावा, प्रदेश के 11 जोनों में 150 से अधिक महिला हेल्प डेस्क बनाए गए हैं, जहां महिला कांस्टेबल मौजूद रहेंगी। ये हेल्प डेस्क न सिर्फ सहायता देंगी बल्कि जरूरत पड़ने पर परामर्श भी देंगी।
QR टीमों में महिला पुलिसकर्मी अनिवार्य, रात में भी रहेंगी तैनात UP Police deployment for Kanwar Yatra
प्रदेश की सभी Quick Response Team (QRT) में अब महिला पुलिसकर्मियों की मौजूदगी अनिवार्य कर दी गई है। खास बात यह है कि रात के समय भी महिला पुलिसकर्मी तैनात रहेंगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में महिला श्रद्धालुओं को त्वरित मदद मिल सके। साथ ही, कांवड़ मार्गों पर QRT गश्त को बढ़ाया गया है, जिससे महिला श्रद्धालु निडर होकर अपनी धार्मिक यात्रा पूरी कर सकें।
शक्ति हेल्प बूथ और 24×7 हेल्पलाइन भी सक्रिय Women security in Kanwar Yatra
महिलाओं की सुरक्षा को और मजबूती देने के लिए महिला स्वयंसेवी संगठनों की मदद से ‘शक्ति हेल्प बूथ’ स्थापित किए गए हैं। ये बूथ खास तौर पर महिला श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन और सुरक्षा देंगे। इसके साथ ही 24×7 हेल्पलाइन नंबर भी सक्रिय किए गए हैं, जिन्हें महिला पुलिसकर्मी मॉनीटर कर रही हैं।
मेरठ जोन में सबसे ज्यादा महिला पुलिस बल, डिजिटल निगरानी से भी सुरक्षा चाक-चौबंद
कांवड़ यात्रा के प्रमुख रूट मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, हापुड़ और गाजियाबाद जैसे जिलों में सबसे ज्यादा महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। केवल मेरठ जोन में ही 3,200 महिला पुलिसकर्मी ड्यूटी पर हैं। इसके अलावा, ड्रोन कैमरे, CCTV और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग जैसे डिजिटल उपायों से भी निगरानी की जा रही है।
60-70 लाख महिला श्रद्धालुओं के आने की संभावना, सुरक्षा तैयारियां पूरी
इस बार लगभग 6 करोड़ श्रद्धालुओं के कांवड़ यात्रा में शामिल होने का अनुमान है, जिनमें से 60 से 70 लाख महिलाएं होंगी। ऐसे में योगी सरकार ने महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को केंद्र में रखते हुए इस यात्रा को निर्बाध और सुरक्षित बनाने का जिम्मा उठाया है।
जनता में विश्वास, प्रशासन का संदेश – ‘अब महिलाएं निडर होकर करें आस्था की यात्रा’
महिला श्रद्धालुओं के लिए इतनी बड़ी तैयारी को देखकर समाज के हर वर्ग से सराहना मिल रही है। एक महिला श्रद्धालु ने कहा, “इस बार यात्रा में महिला पुलिस की मौजूदगी ने हम जैसे श्रद्धालुओं को आत्मविश्वास दिया है। हमें किसी भी परेशानी का डर नहीं है।” उत्तर प्रदेश पुलिस ने साफ किया है कि अगर किसी भी महिला श्रद्धालु को असहज महसूस हो या कोई शिकायत हो, तो वह तुरंत हेल्प डेस्क पर जाकर या हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकती हैं। पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचेंगी और जरूरी कार्रवाई करेंगी।
सुरक्षा के साथ-साथ सेवा का भी ध्यान
महिला पुलिसकर्मियों को न केवल सुरक्षा देने का दायित्व सौंपा गया है, बल्कि वे महिला श्रद्धालुओं को सहायता, मार्गदर्शन और परामर्श भी प्रदान कर रही हैं। इस पहल से ना सिर्फ महिलाओं को सुरक्षा मिलेगी, बल्कि समाज में महिला सशक्तिकरण का एक मजबूत संदेश भी जाएगा। योगी सरकार की यह पहल एक नई शुरुआत है, जिसमें आस्था और सुरक्षा दोनों को समान रूप से महत्व दिया गया है। कांवड़ यात्रा 2025 को महिला श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित, सम्मानजनक और सहज बनाने की दिशा में यह कदम न सिर्फ प्रशासनिक दृष्टिकोण से बल्कि सामाजिक रूप से भी मील का पत्थर साबित हो सकता है।
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