UGC की अक्टूबर 2025 सूची में कई संस्थान फर्जी घोषित किए गए हैं। दिल्ली सबसे ज़्यादा प्रभावित है और उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छात्रों और अभिभावकों को चाहिये कि वे किसी भी संस्थान में दाखिला लेने से पहले UGC व राज्य शिक्षा विभाग से सत्यापन कराएं और ऑनलाइन विज्ञापनों पर तुरंत भरोसा न करें। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने अक्टूबर 2025 में 22 संस्थाओं को ‘फर्जी/अनधिकृत’ करार देते हुए छात्रों और अभिभावकों से सतर्क रहने का अनुरोध किया है। दिल्ली में सबसे अधिक संस्थाएं पाई गईं।
सावधान ! कहीं आप भी किसी फेक यूनिवर्सिटी में समय तो नहीं गंवा रहे?
UGC की आधिकारिक सूची अक्टूबर 2025 (UGC Fake University List 2025) के अपडेट के बाद सामने आया कि देश में कई संस्थान बिना मान्यता के डिग्री दे रहे हैं। खासकर राजधानी दिल्ली में सबसे ज़्यादा फर्जी विश्वविद्यालय पाए गए हैं, जबकि उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर है। इन घोटालों से बचने के लिए UGC ने इन सभी फर्जी विश्वविद्यालयों की पूरी सूची जारी की है ताकि विद्यार्थी और उनके परिवार सचेत रहें। UGC ने हाल ही में 22 शैक्षणिक संस्थाओं, जिन्हें वे ‘फर्जी यूनिवर्सिटी/अनधिकृत संस्थाएं’ कह रहे हैं, की एक सूची जारी की है। आयोग का कहना है कि इन संस्थाओं को 1956 के UGC अधिनियम की धारा 2(f) या 3 के तहत मान्यता नहीं मिली है, इसलिए इन संस्थाओं से प्राप्त डिग्रियां शैक्षणिक और पेशेवर रूप से वैध नहीं मानी जाएंगी। छात्र-परिवारों को किसी भी संस्थान में दाखिला लेने से पहले UGC की आधिकारिक सूची व सत्यापन देखने की सलाह दी गई है।
क्या कहा UGC ने
UGC की आधिकारिक वेबसाइट पर ‘Fake Universities’ पृष्ठ में राज्यवार सूची और चेतावनी प्रकाशित की गई है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि ये संस्थाएं न तो किसी केंद्रीय/राज्य अधिनियम के तहत स्थापित हैं और न ही उन्हें UGC द्वारा मान्यता प्राप्त है। अतः इन संस्थाओं द्वारा जारी किसी भी शैक्षणिक प्रमाण-पत्र या डिग्री को वैध मानने की अनुशंसा नहीं की जाती। UGC ने संबंधित राज्य सरकारों और शिक्षा विभागों को कार्रवाई के लिए पत्र भी भेजे हैं।
UGC द्वारा नामित फेक यूनिवर्सिटी की राज्यवार परिस्थितियां
प्रकाशित सूचनाओं के अनुसार इन 22 फर्जी संस्थाओं का भौगोलिक वितरण कुछ इस प्रकार है- दिल्ली (सबसे अधिक), उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और पुडुचेरी में भी कुछ संस्थाएं शामिल हैं। कई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार अकेले दिल्ली में 9–10 संस्थाएं सूची में शामिल हैं (स्रोतों के छोटे अंतर हैं क्योंकि UGC की सूचियां समय-समय पर अपडेट होती रहती हैं)।
(अलग-अलग अखबारों ने राज्यवार संख्या में थोड़ी भिन्नता दी है UGC की आधिकारिक सूची अंतिम सत्य होगी। इसलिए किसी विशेष संस्थान के बारे में निश्चय करने के लिए UGC की वेबसाइट देखें)।
ऐसे मामलों का उदाहरण- दिल्ली का मामला
नवीनतम सूचियों और रिपोर्टों में विशेष उल्लेख Institute of Management and Engineering, Kotla Mubarakpur, दिल्ली का है, जिस पर UGC ने न केवल चेतावनी जारी की, बल्कि कहा कि वहां संचालित कार्यक्रम अवैध हैं और वहां से जारी डिग्रियां मान्य नहीं हैं। इस मामले ने आयोग को व्यापक जांच और सूची अद्यतन करने के लिए प्रेरित किया।
छात्रों और अभिभावकों के लिए क्या मायने रखता है
1. डिग्री की वैधता: UGC के अनुसार इन संस्थाओं से प्राप्त डिग्रियां विश्वविद्यालय/नियामक मान्यता न होने के कारण सरकारी नौकरी, उच्च शिक्षा या प्रोफेशनल रजिस्ट्री (जैसे बार काउंसिल/मेडिकल काउंसिल आदि) के लिए मान्य नहीं होंगी।
2. वेरिफाई कैसे करें: छात्र UGC की आधिकारिक सूची (UGC Fake Universities पेज) और ‘List of Recognised Universities’ की जांच करें। किसी भी शंका पर UGC की हेल्पलाइन/ईमेल या राज्य शिक्षा विभाग से संपर्क करें।
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पहले दस्तावेज़ देखें: संस्थान के क़ानूनी दस्तावेज़, स्थापना अधिनियम, UGC मान्यता (2(f)/3), की प्रतिलिपि ज़रूर मांगें। वेबसाइट पर ‘UGC-Approved’ जैसा विवरण होने का मतलब स्वचालित मान्यता नहीं होता । आधिकारिक सूची में नाम न देखा जाए तो सतर्क रहें।
क्या करेगी सरकार/UGC- कार्रवाई के संकेत
UGC ने संबंधित राज्य सरकारों और उच्च शिक्षा विभागों को पत्र लिखकर इन संस्थाओं के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई का अनुरोध किया है। साथ ही आयोग ने छात्रों को जागरूक करने के लिए मीडिया और डिजिटल प्लेटफार्मों पर सूचनाएं जारी की हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे संस्थानों को बंद कराने और दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई में राज्य-स्तरीय सहयोग व क़ानूनी प्रक्रिया की समयबद्धता आवश्यक है। शिक्षा क्षेत्र के विश्लेषकों के अनुसार फर्जी संस्थाओं का बढ़ना जानकारियों की कमी, त्वरित प्रमाण-पत्र की चाह और नियामक निगरानी में कमज़ोरी का परिणाम है। कुछ शिक्षाविदों ने सुझाव दिया है कि छात्रों को प्रवेश से पहले एक ‘चेकलिस्ट’ दी जाए और डिजिटल सत्यापन (QR/डिजिटल रजिस्टर) को अनिवार्य किया जाए ताकि धोखाधड़ी के मामलों में कमी आए।
छात्रों के लिए एक संक्षिप्त गाइड
किसी भी संस्थान में प्रवेश लेने से पहले UGC की आधिकारिक वेबसाइट पर उसका नाम व मान्यता जांचें।
प्रवेश पत्र/प्रचार में ‘UGC-Approved’ लिखा हो तो उस ऐलान के प्रमाण (मान्यता पत्र) मांगें।
संदेह होने पर राज्य शिक्षा विभाग, नजदीकी विश्वविद्यालय, या UGC की हेल्पलाइन से संपर्क करें।
यदि किसी ने पहले ही ऐसे संस्थान से डिग्री ली है तो पेशेवर/कानूनी सलाह लें, क्योंकि उन डिग्रियों का उपयोग सरकारी/पेशेवर उद्देश्यों के लिए अस्वीकार्य हो सकता है।
फर्जी संस्थाएं क्यों बनीं समस्या
देश में उच्च शिक्षा की बढ़ती मांग -पिपासा, निजीकरण और छात्रों की बढ़ती संख्या के कारण कुछ तत्व ऐसे संस्थान खोलकर नकली डिग्रियां देते रहे हैं। पिछले वर्षों में भी UGC ने समय-समय पर ऐसी संस्थाओं की सूचियां जारी की हैं और यह लगातार एक चुनौती बनी हुई है। निगरानी व कड़ा अनुपालन आवश्यक है।
UGC की तरफ से अक्टूबर 2025 में अपडेट की गई सूची ने एक बार फिर याद दिलाया है कि विद्यार्थी एवं अभिभावक सतर्क रहें और किसी भी संस्थान में दाखिला लेने से पहले UGC/राज्य सूची की आधिकारिक पुष्टि अवश्य कराएं। बिना मान्यता वाली संस्थाओं से जुड़े दस्तावेज़/डिग्री भविष्य में भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
UGC द्वारा घोषित फेक यूनिवर्सिटीज के राज्यवार नाम
आंध्र प्रदेश
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Christ New Testament Deemed University (गुंटूर)
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Bible Open University of India, विशाखापत्तनम
दिल्ली
3. All India Institute of Public & Physical Health Sciences, अलीपुर
4. Commercial University Ltd., दरियागंज
5. United Nations University, दिल्ली
6. Vocational University, दिल्ली
7. ADR-Centric Judicial University, राजेंद्र प्लेस
8. Indian Institute of Science and Engineering, न्यू दिल्ली
9. Vishwakarma Open University for Self-Employment, संजय एनक्लेव
10. Spiritual University, रोहिणी
11. World Peace of United Nations University, पीतमपुरा
12. Institute of Management and Engineering, कोटला मुबारकपुर
केरल
13. International Islamic University of Prophetic Medicine, कोझिकोड
14. St John’s University, Kishanattam
महाराष्ट्र
15. Raja Arabic University, नागपुर
पुदुचेरी
16. Sree Bodhi Academy of Higher Education, थिलास्पेट
उत्तर प्रदेश
17. Gandhi Hindi Vidyapith, प्रयाग , इलाहाबाद
18. Netaji Subhash Chandra Bose University (Open University), अलीगढ़
19. Bhartiya Shiksha Parishad, लखनऊ
20. Mahamaya Technical University, नोएडा
वेस्ट बंगाल
21. Indian Institute of Alternative Medicine, कोलकाता
22. Institute of Alternative Medicine & Research, कोलकाता
UGC द्वारा जारी नोटिस में इस सूची पर गौर करते वक्त छात्रों से UGC की अधिकृत वेबसाइट पर इनके प्रमाणन की जांच करने का अनुरोध भी किया गया है। UGC ने छात्रों को सलाह दी है कि वे इन विश्वविद्यालयों में प्रवेश लेने से पहले उनकी राज्यवार सूची अवश्य देखें, ताकि किसी गैर-मान्यता प्राप्त संस्थान में एडमिशन न हो। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि इन विश्वविद्यालयों से प्राप्त डिग्रियां किसी भी शैक्षणिक या नौकरी के उद्देश्य से मान्य नहीं होंगी।
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