Home हिन्दी फ़ोरम सीएसआर – महाराष्ट्र में स्वास्थ्य और शिक्षा पर ज्यादा जोर

सीएसआर – महाराष्ट्र में स्वास्थ्य और शिक्षा पर ज्यादा जोर

603
0
SHARE
सीएसआर से स्वास्थ्य और शिक्षा पर जोर दें कॉरपोरेट्स, उद्योग मंत्री उदय सामंत की अपील
 
महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कॉरपोरेट्स से अपील की है कि Corporates अपने CSR Funds से स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में ज्यादा जोर दें। उदय सामंत ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर में Maharashtra Industrial Development Corporation के विविध विकास के कामों के उद्घाटन में ये बात कही। उदय सामंत महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री है और शुक्रवार को कोल्हापुर के MIDC गोकुल शिरगांव औद्योगिक क्षेत्र के रोड, वाटर पम्पिंग स्टेशन, फायर स्टेशन, पुलिस चौकी सहित विभिन्न विकास कार्यों भूमिपूजन किया।

सीएसआर से स्वास्थ्य और शिक्षा में होता है सकारात्मक बदलाव

इस अवसर पर Industries Minister Uday Samant ने Maharashtra Corporate Companies को सलाह दी कि सीएसआर (CSR – Corporate Social Responsibility) खर्च करते समय प्राथमिक शिक्षा और स्वास्थ्य (Primary Education and Health in Maharashtra) को ज्यादा महत्व दें। इसके साथ ही उन्होंने कर्मचारियों की नियुक्ति में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने की भी अपील की। आगे उदय सामंत ने कहा कि अगर स्थानीय लोगों को वहीं के वहीं रोजगार मिलता है तो एमआईडीसी क्षेत्र का विकास भी तेज होगा और कॉरपोरेट और स्थानीय स्तर का मतभेद भी दूर हो जायेगा।

इन्वेस्टमेंट का फेवरेट डेस्टिनेशन है महाराष्ट्र

The CSR Journal से ख़ास बातचीत करते हुए महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने बताया कि निवेश के मामले में कॉरपोरेट्स का फेवरेट डेस्टिनेशन महाराष्ट्र राज्य है। जब से एकनाथ शिंदे की सरकार महाराष्ट्र में आयी है तब से लेकर आजतक 118422 करोड़ रुपये का फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट राज्य में आया है और FDI के मामले में महाराष्ट्र देश के अन्य राज्यों की तुलना में अव्वल है। हम आपको बता दें कि CSR Expenditure के मामले में भी महाराष्ट्र सबसे आगे है। ऐसे में महाराष्ट्र राज्य में सीएसआर से स्वास्थ्य और शिक्षा में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए Industries Minister Uday Samant ने ये अपील की है।