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World Heart Day – सुधीर मुनगंटीवार के सीएसआर पहल से बच्चों को मिली नयी जिंदगी

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तस्वीरों में दिख रहे ये बच्चे महाराष्ट्र के दूरदराज इलाकों से आये है। कोई चंद्रपुर तो कोई नागपुर से है। कोई नक्सल प्रभावित इलाके से है तो कोई आदिवासी इलाके से। संस्कार, जीत, हिमांशु, आरव ये बच्चे दिल की बीमारी से जूझ रहे है। किसी के दिल में छेद है तो किसी को ओपन हार्ट सर्जरी की तुरंत जरूरत है। इनके अभिभावकों की माली हालत भी ठीक नहीं है। दर-दर ठोकर खाने के बाद ये मुंबई के फोर्टिस अस्पताल पहुंचे है। महाराष्ट्र के वन, संस्कृति और मत्स्य मंत्री सुधीर मुनगंटीवार और फोर्टिस अस्पताल के सीएसआर पहल से अब इन जैसे तमाम बच्चों को एक नयी जिंदगी मिलने वाली है। इन बच्चों का अब निःशुल्क इलाज होने वाला है।

सुधीर मुनगंटीवार और फोर्टिस अस्पताल के सीएसआर पहल से बच्चों का हो रहा है निःशुल्क इलाज

सुधीर मुनगंटीवार के सीएसआर पहल से चंद्रपुर में 6 महीने से लेकर 15 साल के बच्चों का मेडिकल कैंप लगाया गया जहां 170 बच्चों के दिल की जांच हुई। जांच के बाद फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों ने 59 ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जिनका सर्जरी करना ही विकल्प था। इन्हे चंद्रपुर से मुंबई लाकर अब इनका इलाज जारी है। सीएसआर की मदद से अब इनके बच्चों का ना सिर्फ निशुल्क इलाज हो रहा है बल्कि इन्हे नयी दूसरी जिंदगी मिल रही है। बच्चों को नयी जिंदगी मिलता देख अभिभावक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar Social Initiative) का शुक्रिया अदा करते नहीं थक रहे हैं।

समाज की भलाई में सीएसआर का योगदान सराहनीय है – मंत्री सुधीर मुनगंटीवार

The CSR Journal से ख़ास बातचीत करते हुए महाराष्ट्र के वन, संस्कृति और मत्स्य मंत्री सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar) ने बताया कि “सीएसआर की मदद से इन बच्चों का इलाज संभव हो पा रहा है, महाराष्ट्र के दूरदराज इलाकों में अत्याधुनिक और दर्जेदार स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच अब Corporate Social Responsibility से संभव हो पा रहा है। ऐसे ही और भी कॉरपोरेट्स सीएसआर के तहत आगे आना चाहिए और समाज की भलाई में अपना योगदान देना चाहिए”। वहीं Fortis Hospital, Mulund के Pediatric, Cardiothoracic सर्जन डॉ धनंजय मालंकर ने बताया कि “सही वक़्त पर और जल्द निदान होने पर दिल की बीमारी का खतरा बहुत हद तक कम हो जाता है, समय रहते हुए अगर जल्द सर्जरी होती है तो बच्चा सामान्य जिंदगी जी सकता है।”

हेल्थ सेक्टर में सीएसआर की भूमिका है अहम, जरूरतमंदों का हो रहा है सीएसआर से इलाज

29 सितंबर को समूचे विश्व में हार्ट डे मनाया जाता है। दुनियाभर के लोगों में कार्डियोवस्कुलर डिजीज यानी दिल की बीमारियों (Heart Disease) और स्ट्रोक्स के बारे में जानकारी फैलाने के उद्देश्य से World Heart Day मनाया जा रहा है। दिल से जुड़ी ये बीमारियां विश्व में मौत का सबसे बड़ा कारण हैं। दुनियाभर में हर साल 1.86 करोड़ लोगों की मौत दिल से जुड़ी बीमारियों की वजह से हो रही है। इन घातक बीमारियों से लड़ने के लिए सीएसआर एक अहम भूमिका निभा रही है।