app-store-logo
play-store-logo
November 24, 2025

64 दिनों की सबसे लंबी रात- क्या है उटकियाग्विक, अलास्का की पोलर नाइट का रहस्य

The CSR Journal Magazine
उटकियाग्विक (Utqiagvik), अलास्का में इस बार Polar Night 18 नवंबर 2025 से शुरू हुई, जब शहर ने साल का अपना अंतिम सूर्योदय देखा और उसके बाद सूरज क्षितिज के नीचे चला गया। दुनिया के सबसे उत्तरी बसे शहरों में से एक होने के कारण यह प्राकृतिक घटना यहां हर साल होती है, लेकिन हर बार स्थानीय लोगों और वैज्ञानिकों के लिए एक विशेष अनुभव लेकर आती है। 18 नवंबर से शुरू होकर लगभग 64 दिनों तक सूरज बिल्कुल नहीं उगेगा और शहर हल्की नीली ट्वाइलाइट, गहरी रात और उत्तरी रोशनी के बीच जीने की अपनी अनोखी धुन में ढल जाएगा। यह अवधि कठोर ठंड, तेज हवाओं और सीमित रोशनी के बावजूद उटकियाग्विक की संस्कृति, जीवनशैली और प्रकृति की अद्भुत दृढ़ता को दर्शाती है।

उटकियाग्विक, अलास्का में 64 दिनों की पोलर नाइट- एक अद्भुत प्राकृतिक रहस्य

मानव सभ्यता ने हमेशा प्रकृति की विस्मयकारी घटनाओं को समझने और उनसे तालमेल बिठाने की कोशिश की है। पृथ्वी के ध्रुवीय क्षेत्रों में ऐसी कई घटनाएं होती हैं जो दुनिया के अधिकांश हिस्सों में रहने वाले लोगों के लिए लगभग अविश्वसनीय लगती हैं। उन्हीं रहस्यमय घटनाओं में से एक है पोलर नाइट (Polar Night), एक ऐसा समय, जब सूरज 24 घंटे क्षितिज के नीचे रहता है और दिन भी रात जैसा प्रतीत होता है। अलास्का के उत्तरी सिरे पर स्थित उटकियाग्विक (Utqiagvik), जिसे पहले बारो (Barrow) के नाम से जाना जाता था, दुनिया का वह शहर है जो हर साल लगभग 64 दिनों तक इस घटना का सामना करता है। इस दौरान सूरज बिल्कुल नहीं उगता, और शहर लंबी, ठंडी, नीली-सी अंधियारी में डूबा रहता है।

पोलर नाइट क्या है? वैज्ञानिक परिभाषा

पोलर नाइट वह खगोलीय घटना है जब पृथ्वी के ध्रुवीय क्षेत्रों में सूरज लगातार 24 घंटे या उससे अधिक समय तक क्षितिज के नीचे रहता है। इसका अर्थ है- सूर्योदय नहीं होता, और प्राकृतिक प्रकाश केवल हल्की-सी “ट्वाइलाइट” के रूप में मिलता है।

पोलर नाइट का वैज्ञानिक कारण-1. पृथ्वी का 23.5° का झुकाव (Axial Tilt)

पृथ्वी अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है। यह झुकाव ही तय करता है कि किस स्थान पर कितना सूर्य प्रकाश पहुंचेगा! जब उत्तरी गोलार्ध सूर्य से दूर की ओर झुका होता है (नवंबर–दिसंबर), तब आर्कटिक क्षेत्र में सूर्य का रास्ता (Sun’s path) इतना नीचे चला जाता है कि सूरज पूरे दिन क्षितिज से ऊपर नहीं आ पाता। यही स्थिति पोलर नाइट कहलाती है।

2. सूर्य का “दक्षिण की ओर झुकना” (Apparent Movement of Sun)

साल के कुछ महीनों में सूर्य की प्रत्यक्ष स्थिति दक्षिण की ओर होती है। इसका मतलब सूरज पृथ्वी के ऊपरी हिस्से (आर्कटिक) से “बहुत दूर” दिखाई देता है। सूरज का कोण इतना कम हो जाता है कि उग भी नहीं पाता।इसलिए वहां 24 घंटे अंधेरा जैसा माहौल रहता है।

3. अक्षांश (Latitude) का प्रभाव

पोलर नाइट केवल उन जगहों पर होती है जो आर्कटिक सर्कल (66.5° N) के ऊपर या अंटार्कटिक सर्कल (66.5° S) के नीचे हों। उटकियाग्विक लगभग 71° उत्तर अक्षांश पर है, इसलिए उसे लगभग 64 दिनों तक सूरज नहीं मिलता।

4. सूरज का “क्षितिज के नीचे घूमना” (Sub-horizon Path)

पोलर नाइट में सूरज डूबता नहीं, वह उगता ही नहीं है। वास्तव में सूरज क्षितिज के थोड़ा नीचे गोलाई में घूमता रहता है। जिस दिन वह किसी भी समय क्षितिज को छू भी नहीं पाता, वही दिन पोलर नाइट का हिस्सा होता है। इस कारण रोज़ कुछ घंटों की “नीली हल्की रोशनी” (Twilight) मिल सकती है, लेकिन सूर्योदय नहीं होता।

5. धरती की परिक्रमा और मौसमों का चक्र

पोलर नाइट उसी जगह पर हर साल एक ही समय पर इसलिए आती है क्योंकि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर 365 दिनों में एक चक्कर लगाती है, और ध्रुव हमेशा एक ही दिशा में झुके रहते हैं। इस स्थिर झुकाव के कारण हर साल November–January में उत्तरी ध्रुव सूर्य से दूर होता है और पोलर नाइट होती है।

पृथ्वी के झुकाव का प्रभाव

पोलर नाइट का मूल कारण है पृथ्वी का 23.5° का अक्षीय झुकाव (Axial Tilt)। पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है और अपने अक्ष पर झुकी हुई है। जब उत्तरी गोलार्ध सूर्य से दूर की ओर झुक जाता है (दिसंबर के आसपास), तब आर्कटिक क्षेत्र में सूरज क्षितिज से ऊपर नहीं उठ पाता। इसी वजह से उटकियाग्विक जैसे शहरों में नवंबर से जनवरी तक लगातार अंधेरा रहता है।

पोलर नाइट की श्रेणियां

वैज्ञानिक रूप से पोलर नाइट कई प्रकार की होती है-
1. सिविल पोलर नाइट– सुबह–शाम हल्की रोशनी रहती है।
2. नॉटिकल पोलर नाइट– रोशनी और कम होती है, समुद्र की क्षितिज रेखा भी कठिन से दिखती है।
3. एस्ट्रोनॉमिकल पोलर नाइट– सबसे अंधेरी स्थिति, जब दिन भर असली “रात” जैसी गहरी कालिमा रहती है। उटकियाग्विक में मुख्य रूप से सिविल और नॉटिकल पोलर नाइट देखने को मिलती है।

 उटकियाग्विक- दुनिया का उत्तरी नगर

उटकियाग्विक आर्कटिक महासागर के किनारे स्थित है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका का सबसे उत्तरी बसा हुआ शहर है। इसका अक्षांश लगभग 71° उत्तर है, जो इसे ध्रुवीय घटनाओं के केंद्र में लाता है।उटकियाग्विक का नाम स्थानीय इनुपियाक (Iñupiat) आदिवासी भाषा से लिया गया है। इसका मतलब है “जगह, जहां लोग जड़ें इकट्ठी करते हैं”- यानी वनस्पतियों का उपयोग करने वाली पारंपरिक संस्कृति की झलक। यह छोटा–सा शहर लगभग 4,300–4,500 लोगों का घर है। यहां अधिकतर इनुपियाक समुदाय रहता है, जिनकी जीवनशैली, संस्कृति और परंपराएं आर्कटिक मौसम से गहराई से जुड़ी हैं।

उटकियाग्विक में पोलर नाइट की अवधि

उटकियाग्विक में “पोलर नाइट” लगभग 64 दिनों की होती है। 18 नवंबर के आसपास सूरज अंतिम बार डूबता है। 23 जनवरी के आसपास सूरज पहली बार फिर से क्षितिज पर दिखाई देता है। इन दो महीनों के बीच शहर एक लम्बे, ठंडे, नीले अंधेरे में डूबा रहता है।

पोलर नाइट के दौरान मौसम

पोलर नाईट के दौरान तापमान अक्सर –20°C से 35°C तक चला जाता है। विंडचिल प्रभाव –50°C तक महसूस हो सकता है। हालांकि सूरज नहीं दिखता, लेकिन हर दिन हल्की-सी रोशनी आती है। सुबह नीली झिलमिल रोशनी, दिन में जामुनी और गुलाबी ऐल्बेडो वाली बर्फ, शाम को गहरा इंडिगो रंग और रात में उत्तरी रोशनी (Northern Lights)। पोलर नाइट के दौरान ब्लिज़र्ड (Snow Storm) आम है। हवा की रफ्तार 60–70 km/h तक पहुंच सकती है। दृश्यता कई बार शून्य तक घट जाती है।

क्या पोलर नाइट का मतलब पूर्ण अंधेरा?

पोलर नाईट में हर दिन सूरज नहीं उगता, लेकिन पूरी तरह काली रात नहीं रहती। बल्कि ट्वाइलाइट(Twilight) होती है। यह एक प्रकार की सूरज-रहित रोशनी है जो तब भी आती है जब सूर्य क्षितिज से थोड़ा नीचे होता है, हल्का नूर, आसमान का नारंगी–नीला ग्रेडिएंट, कुछ समय के लिए कामचलाऊ रोशनी जैसी होती है। उटकियाग्विक में पोलर नाइट के लगभग हर दिन ऐसा “ब्लू आवर” देखने को मिलता है।

स्थानीय लोग कैसे जीते हैं पोलर नाइट में?

दुनिया के अन्य हिस्सों में, जहां सूरज डूबते ही लोग घर में बंद हो जाते हैं, वहीं उटकियाग्विक के लोग पोलर नाइट को जीवन का सामान्य हिस्सा मानते हैं।जीवन की दिनचर्या आम दिनों जैसी ही होती है। स्कूल, कॉलेज, दुकानें सब सामान्य समय पर चलते हैं। लोग काम पर जाते हैं, बच्‍चे खेलते हैं, और सामाजिक जीवन जारी रहता है। LED स्ट्रीट लाइट्स से काम चलता है। घरों के बाहर येलो–व्हाइट गर्म रोशनी की व्यवस्था होती है। वाहन हमेशा चालू हेडलाइट के साथ चलते हैं

भोजन और आहार

इनुपियाक समुदाय का पारंपरिक भोजन पोलर नाइट में बहुत सहायक होता है। व्हेल, मछली, सील, हाई-फैट, हाई-कैलोरी भोजन, विटामिन-D सप्लीमेंट आदि ऐसे विपरीत मौसम में मददगार साबित होते हैं।

 मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान

लंबे अंधेरे का मनोवैज्ञानिक प्रभाव हो सकता है। दिनचर्या तय करना, लाइट-थेरेपी, सामुदायिक गतिविधियां मैनेज करना, व्यायाम आदि के द्वारा जीवन को सुचारू रखना ज़रूरी बन जाता है।

Northern Lights- पोलर नाइट की सबसे सुंदर शोभा

पोलर नाइट का सबसे आकर्षक पहलू है ऑरोरा बोरेलिस (Northern Lights)। हरे–जामुनी रंग की आकाशीय लहरें, पूरे आसमान में नाचती रोशनी, सौर हवाओं और पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का अद्भुत संगम- पृथ्वी पर शायद ही कोई दूसरी रात इतनी मनमोहक होती है।

पर्यावरण और वन्य जीवन

आर्कटिक क्षेत्र अत्यंत संवेदनशील पारिस्थितिकी वाला स्थान है।
जानवरों की रणनीति– ध्रुवीय भालू (Polar Bear) भोजन की खोज में चलते रहते हैं। आर्कटिक लोमड़ी रंग बदलकर खुद को ढाल लेती है। आर्कटिक उल्लू और रेंडीयर अपनी जैविक घड़ी के अनुसार अनुकूलन करते हैं।
समुद्री जीवन– पोलर नाइट का मतलब है कम सूर्य-प्रकाश, समुद्र की सतह पर मोटी बर्फ, प्लवक की गतिविधियां घट जाती हैं। लेकिन यह वातावरण जल्दी ही गर्मियों में बदल जाता है।

पोलर नाइट बनाम मिडनाइट सन

जैसे 64 दिन सूरज नहीं उगता, वैसे ही गर्मियों में लगभग 80 दिनों तक सूरज नहीं डूबता। इसे मिडनाइट सन (Midnight Sun) कहा जाता है। इस दौरान 24 घंटे उजाला होता है। सूरज रात 2 बजे भी चमकता है, ठंडा लेकिन चमकीला वातावरण ध्रुवीय क्षेत्रों का एक और अद्भुत पक्ष है।

जलवायु परिवर्तन और पोलर नाइट

आर्कटिक क्षेत्र जलवायु परिवर्तन से सबसे तेज प्रभावित होने वाला इलाका है। समुद्री बर्फ का कम होना, तापमान बढ़ना, पशु–पक्षी के व्यवहार में बदलाव, इनुपियाक जीवनशैली में चुनौतियां जैसी घटनाएं सामने आती हैं। कुछ वैज्ञानिक मानते हैं कि भविष्य में पोलर नाइट की अवधि में सूक्ष्म परिवर्तन हो सक सकते हैं, हालांकि यह बहुत धीरे होता है।

पोलर नाइट-एक अनोखा अनुभव

लोग अक्सर पोलर नाइट को एक रोमांचक चुनौती की तरह देखते हैं। शांति, गहरी ठंड, उत्तरी रोशनी, अद्भुत फोटो अवसर, एक विशिष्ट जीवनधारा का अनुभव देते हैं। पृथ्वी पर कम ही जगह ऐसी हैं जहां प्रकृति इतनी अलग, शांत और रहस्यमयी लगती है। उटकियाग्विक की पोलर नाइट मानव सहनशीलता, प्रकृति की शक्ति और पृथ्वी की विविधता का एक गहरा उदाहरण है। 64 दिनों तक सूरज का न उगना किसी के लिए असहज हो सकता है, लेकिन यहां के लोगों के लिए यह एक सामान्य, सुंदर और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण काल है। यह घटना पृथ्वी के झुकाव की वैज्ञानिक देन है। यहां की जलवायु अत्यंत चुनौतीपूर्ण है। लोग अपनी परंपराओं, सामुदायिक सहयोग और अनुकूलन से जीवन को व्यवस्थित रखते हैं। उत्तरी रोशनी इस अंधेरे समय को जादुई बना देती है। पोलर नाइट न केवल एक प्राकृतिक घटना है, बल्कि यह धरती के उत्तरी हिस्से का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव है, जो हर उस व्यक्ति के दिलो-दिमाग में रह जाता है जो इसे एक बार महसूस करता है।
Long or Short, get news the way you like. No ads. No redirections. Download Newspin and Stay Alert, The CSR Journal Mobile app, for fast, crisp, clean updates!

Latest News

Popular Videos