मोबाइल तकनीक की दुनिया में एक बार फिर इतिहास रचते हुए दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग ने अपना पहला ट्राई-फोल्ड (Tri-Fold) स्मार्टफोन Samsung Galaxy Z Trifold Smartphone दुनिया के सामने पेश किया है। यह फोन एक नहीं, बल्कि दो हिंगेज के साथ आता है और जब इसे पूरी तरह खोला जाता है, तो यह लगभग 10 इंच के विशाल टैबलेट में बदल जाता है।
फोन नहीं, चलता-फिरता टैबलेट
सैमसंग कंपनी के मुताबिक, इस फोन का कवर-डिस्प्ले करीब 6.5 इंच का है। लेकिन जैसे ही दोनों फोल्ड खुलते हैं, स्क्रीन फैलकर लगभग 10 इंच की बन जाती है। यानी जेब में रखने वाला यह छोटा-सा फोन कुछ सेकंड में टैबलेट में तब्दील हो जाता है।कहा जा रहा है कि यह डिजाइन ‘यू-शेप’ फोल्ड मैकेनिज्म पर आधारित है, जिसमें स्क्रीन अंदर की ओर फोल्ड होती है, जिससे यह ज़्यादा सुरक्षित रहती है।
एशिया से होगी शुरुआत
सैमसंग ने इस नए डिवाइस को एक टेक शो में प्रोटोटाइप के रूप में प्रदर्शित किया, हालांकि इसे दर्शकों को हाथ से इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी गई। कंपनी का कहना है कि अभी यह प्रायोगिक चरण में है, और यदि सब कुछ ठीक रहा तो यह मॉडल पहले एशियाई बाजारों में लॉन्च किया जाएगा।
Here’s your first look at the Samsung Galaxy Z TriFold.
Screen when folded: 6.5-inch
Screen when unfolded: 10-inchIt might be announced later this week.
Source: Chosun Media pic.twitter.com/EhT4i1hW2k
— Trakin Tech English (@trakinenglish) October 28, 2025
मजबूती और कीमत पर नज़र
तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि तीन-पैनल वाले इस फोन की सबसे बड़ी चुनौती मजबूती और हिंग मैकेनिज्म की टिकाऊ क्षमता होगी। चूंकि इसमें दो फोल्ड हैं, इसलिए इसे हल्का और पतला रखना भी इंजीनियरों के लिए एक मुश्किल काम है। उद्योग सूत्रों के मुताबिक, लॉन्च के बाद इसकी कीमत पारंपरिक फोल्डेबल फोनों से कहीं अधिक हो सकती है।
नए युग की झलक
सैमसंग ने पहले भी फोल्ड और फ्लिप सीरीज़ के साथ नई दिशा दिखाई थी, और अब यह ट्राई-फोल्ड फोन उस तकनीकी सफर का अगला अध्याय माना जा रहा है। कंपनी का कहना है कि यह डिवाइस स्मार्टफोन और टैबलेट दोनों के अनुभव को जोड़ने वाला भविष्य का कदम है। टेक विश्लेषक डेविड किम का कहना है, “ट्राई-फोल्ड फोन वह दिशा है जहां मोबाइल तकनीक आगे बढ़ेगी। यह डिवाइस भविष्य में लैपटॉप औ रटैबलेट दोनों को चुनौती दे सकता है।” सैमसंग का यह ट्राई-फोल्ड फोन न सिर्फ एक नया उत्पाद है, बल्कि एक तकनीकी प्रयोग भी है जो आने वाले वर्षों में मोबाइल डिवाइसों की परिभाषा बदल सकता है। अब देखना यह होगा कि जब यह फोन बाजार में उतरेगा, तो क्या यह लोगों की उम्मीदों पर खरा उतर पाएगा या नहीं।
सैमसंग बनाम एप्पल- कौन है स्मार्टफोन बाज़ार का शहंशाह?
दुनिया के स्मार्टफोन बाजार में दक्षिण कोरिया की सैमसंग और अमेरिका की Apple के बीच चल रही होड़ एक बार फिर चर्चा में है। दोनों कंपनियां तकनीकी नवाचार और प्रीमियम स्मार्टफोन अनुभव के लिए जानी जाती हैं, लेकिन इनके बाजार दृष्टिकोण और उपभोक्ता आधार में बड़ा अंतर है।सैमसंग ने 2025 की पहली छमाही में वैश्विक स्तर पर लगभग 60.5 मिलियन यूनिट्स की बिक्री की और करीब 20 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ पहले स्थान पर रही, जबकि एप्पल 18 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर रहा। भारत में सैमसंग की बाजार हिस्सेदारी लगभग 14 प्रतिशत है, जबकि एप्पल की हिस्सेदारी केवल 6 से 7 प्रतिशत के बीच रहती है। हालांकि, ₹50,000 से अधिक कीमत वाले प्रीमियम सेगमेंट में दोनों कंपनियों के बीच कड़ा मुकाबला है। इस साल की दूसरी तिमाही में प्रीमियम सेगमेंट में सैमसंग की हिस्सेदारी 49 प्रतिशत और एप्पल की 45 प्रतिशत रही।
सैमसंग के पास असीमित उपभोक्ता बाज़ार
सैमसंग का सबसे बड़ा फायदा इसकी उत्पाद विविधता है। कंपनी बजट फोन से लेकर फ्लैगशिप डिवाइस तक हर रेंज में मौजूद है, जबकि एप्पल केवल प्रीमियम उपभोक्ताओं पर ध्यान केंद्रित करता है। सैमसंग के फोल्डेबल फोनों की लाइनअप, गैलेक्सी Z फोल्ड, Z फ्लिप और हाल ही में प्रदर्शित ट्राई-फोल्ड मॉडल इसे तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में अग्रणी बनाती है। दूसरी ओर, Apple अभी तक किसी फोल्डेबल फोन को बाजार में नहीं उतार सका है। डिज़ाइन और अनुभव के मामले में एप्पल का iOS अपनी स्थिरता, कैमरा प्रदर्शन और इकोसिस्टम के लिए प्रसिद्ध है। इसके विपरीत, सैमसंग का एंड्रॉयड आधारित One UI सिस्टम अधिक कस्टमाइजेशन और लचीलापन प्रदान करता है। एप्पल के प्रोसेसर और डेटा सुरक्षा में बेजोड़ मजबूती है, जबकि सैमसंग डिस्प्ले और बैटरी टेक्नोलॉजी में आगे है।
Status Symbol है Apple, Samsung है Smart Technology
कीमतों के लिहाज से सैमसंग हर बजट के उपभोक्ता तक पहुंच रखता है, जबकि एप्पल सीमित मॉडल्स के साथ उच्च वर्ग के ग्राहकों को लक्ष्य बनाता है। उपयोगकर्ताओं के अनुभव में भी अंतर है। एप्पल अपने नियंत्रित और एकीकृत इकोसिस्टम से सहज अनुभव देता है, वहीं सैमसंग स्वतंत्रता और नवाचार का एहसास कराता है। विशेषज्ञों का मानना है कि एप्पल ब्रांड प्रतिष्ठा और स्थिरता में आगे है, जबकि सैमसंग तकनीकी नवाचार और बाजार विस्तार में अग्रणी बना हुआ है। कहा जा सकता है कि जहां iPhone एक “स्टेटस सिंबल” बन गया है, वहीं सैमसंग आधुनिक “स्मार्ट टेक्नोलॉजी” का प्रतीक बन चुका है।
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