उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए योगी सरकार ने एक बड़ी योजना की शुरुआत की है। अब राज्य के 16 जिलों में किसानों की उपज को सुरक्षित रखने के लिए 500 से 1000 मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम (Godam Yojana in UP) बनाए जाएंगे। यह योजना केंद्र सरकार की विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना (World’s Largest Grain Storage Scheme) के अंतर्गत लागू की जा रही है। इसका सीधा फायदा किसानों को होगा क्योंकि वे अब अपनी फसल को उचित समय तक सुरक्षित रखकर सही दाम पर बेच सकेंगे।
सरकारी गोदामों से किसानों को मिलेगा सीधा फायदा
अब तक अधिकतर किसान फसल कटने के तुरंत बाद बेचने को मजबूर होते थे क्योंकि उनके पास भंडारण की सुविधा नहीं थी। लेकिन अब गोदाम बनने से वे जल्दबाजी में फसल बेचने से बचेंगे और फसल का उचित मूल्य (Fair Price for Crops) पा सकेंगे। साथ ही, इससे बाजार में बिचौलियों की भूमिका भी कम हो जाएगी और कृषि उत्पादों की बिक्री (Agricultural Marketing in UP) सीधे किसानों के हाथ में होगी।
उत्तर प्रदेश के इन जिलों में बनेंगे सरकारी गोदाम
यह योजना उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अमेठी, बहराइच, रायबरेली, एटा, मथुरा, फर्रुखाबाद, लखीमपुर खीरी, कानपुर नगर, महाराजगंज, कुशीनगर, जालौन, पीलीभीत और झांसी जिलों में लागू की जाएगी। यहां की बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (Multipurpose PACS in UP) में इन गोदामों का निर्माण होगा।
कृषि उद्योग और ग्रामीण व्यवस्था को मिलेगा बल
इन गोदामों के जरिये रोजमर्रा की वस्तुओं का भंडारण (Storage of Daily Essentials in Villages) और वितरण भी बेहतर तरीके से हो सकेगा। इससे गांवों में सामान की आपूर्ति में किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। साथ ही, कृषि उद्योग को बढ़ावा (Promotion of Agro Industry in UP) मिलेगा।
विक्रय में पारदर्शिता और सुविधा
इन गोदामों की एक और बड़ी खासियत यह है कि इससे कृषि उत्पादों की बिक्री में पारदर्शिता (Transparent Agricultural Marketing) आएगी। किसान अपनी उपज को एक तय समय तक सुरक्षित रख सकेंगे और जब बाजार में सही कीमत मिले तभी बेच सकेंगे। इससे किसानों की आय में वृद्धि (Doubling Farmers’ Income) संभव होगी।
सरकार की बड़ी पहल
सरकार की यह पहल किसानों के हित में एक ठोस कदम मानी जा रही है। इससे एक ओर जहां किसान आर्थिक रूप से मजबूत होंगे, वहीं राज्य में फसल प्रबंधन (Crop Storage Management) और विपणन व्यवस्था और अधिक सशक्त होगी। UP Grain Storage Scheme, Farmer Godown Yojana से किसानों को दीर्घकालीन लाभ मिलेगा। इस पहल से न सिर्फ अनाज की बर्बादी रुकेगी, बल्कि किसानों को उनकी मेहनत का पूरा मूल्य भी मिल पाएगा।