Rajasthan Dalit Men Stripped, Tortured In Chhattisgarh : राजस्थान के भीलवाड़ा से कोरबा, छत्तीसगढ़ मजदूरी करने गए दो दलित युवकों को मजदूरी मांगने पर चोरी के झूठे आरोप में निर्वस्त्र कर बर्बर यातना दी गई। आरोपियों ने दोनों युवकों को बिजली का करंट लगाया, प्लायर से नाखून उखाड़े और प्राइवेट पार्ट पर हमला किया। अब मामला पुलिस के पास पहुंचा है। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर में मजदूरी करने गए दो दलित युवकों के साथ अमानवीय बर्बरता का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। कानियां और कालियास गांव के निवासी अभिषेक भांबी और विनोद कुमार भांबी को मज़दूरी मांगने पर न केवल निर्वस्त्र किया गया, बल्कि बिजली का करंट लगाकर प्लायर से नाखून उखाड़ दिए गए। पीड़ितों का कहना है कि यह प्रताड़ना चोरी के झूठे आरोप के बहाने दी गई।

अम्बेडकर जयंती पर दलित पर अत्याचार

Rajasthan Dalit Men Stripped, Tortured In Chhattisgarh: 14 अप्रैल को जब देशभर में अम्बेडकर जयंती मनाई जा रही थी, तब कोरबा के एक गोदाम में दो दलित युवकों को बंद कर क्रूरता से प्रताड़ित किया जा रहा था। पिटाई के साथ-साथ इन दोनों के प्राइवेट पार्ट पर भी हमला किया गया। इस पूरी घटना का वीडियो आरोपियों ने खुद बनाया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना में बुरी तरह घायल युवक की मां लीला देवी ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाते हुए कहा, ”मेरे बेटे को करंट लगाया गया, जिसका वीडियो भी बनाया गया है। किसी ने उसके नाखून प्लायर से खींचे, तो कोई उसे पाइप से मार रहा था। यह किसी भी मां के लिए असहनीय दर्द है। मुझे इस मामले में न्याय चाहिए।”

पीड़ित युवक और परिवार ने लगाया पुलिस पर लापरवाही का आरोप

Rajasthan Dalit Men Stripped, Tortured In Chhattisgarh: घायल युवक जैसे-तैसे गांव पहुंचे और परिजनों को घटना की जानकारी दी। अभिषेक की हालत इतनी गंभीर है कि वह चलने-फिरने में असमर्थ है। परिजनों ने गुलाबपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई लेकिन आरोप लगाया कि पुलिस ने शुरू में सुनवाई नहीं की और समझौते का दबाव बनाया। एक परिजन शंकरलाल मेघवंशी के अनुसार,“हम गुलाबपुरा थाने में मामला दर्ज करवाने गए, मगर उन्होंने हमारी कोई सुनवाई नहीं की और धमकी देकर भगा दिया। इसके साथ ही समझौता करने के लिए हम पर दबाव भी बनाया जा रहा है।” जबकि गुलाबपुरा थाना प्रभारी हनुमान चौधरी का कहना है कि, “दोनों पीड़ित युवक थाने पर आए थे। चूंकि यह मामला दूसरे राज्य का है, इसलिए इसमें 0 FIR दर्ज की गई है और उसकी कॉपी कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक को मेल के साथ-साथ हार्ड कॉपी द्वारा भी भेजी जा रही है। हमने दोनों युवकों को बुलाया, मगर वे नहीं आए। जैसे ही वे आएंगे, उनका मेडिकल करवाकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।”

देश में आज भी ‘अछूत’ हैं Dalit

Rajasthan Dalit Men Stripped, Tortured In Chhattisgarh: हम कितनी भी बराबरी की बातें कर लें, कितना भी पाश्चात्य ज्ञान क्यों ना बघारें, ज़मीनी हकीकत यही है कि देश के कई हिस्सों में आज भी जात-पात, छुआ-छूत, दलित-हरिजन जैसी कुरीतियां मौजूद हैं। इसके कई उदाहरण आपको रोज़ ही अख़बारों, Social Media पर देखने सुनने को मिल जाएंगे। अभी बीती जनवरी में राजस्थान में झुंझुनू जिले के पचेरी कलां थाना क्षेत्र में पानी का घड़ा छूने पर एक दलित की बेरहमी से पिटाई की वारदात सामने आई थी। पुलिस ने बताया कि एक ईंट भट्टा मालिक ने पानी के घड़े को हाथ लगाने पर कथित तौर पर दलित ट्रैक्टर चालक को बुरी तरह पीट दिया। उसे बेल्ट से मारा और उसे छोड़ने के लिए उसके परिवार से 1.5 लाख रुपये की मांग की।
फ़रवरी 2020 में राजस्थान में 2 दलित भाइयों के साथ बर्बरतापूर्ण मारपीट का मामला उजागर हुआ। जानकारी के अनुसार, एक पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने 500 रुपए (कुछ X अकॉउंट के मुताबिक) की चोरी के आरोप में बाइक सर्विसिंग के लिए आए दोनों भाइयों की बुरी तरह से पिटाई की और बाद में उन्हें तड़पाने के लिए उनके प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाला और उसमें स्क्रू ड्राइवर भी घुसाया।
कुछ साल पहले राजस्थान में चोरी के आरोप में तीन दलित लड़कों की बेरहमी से पिटाई का वीडियो सामने आया था। यहां भीड़ ने तीन दलित युवकों को चोरी के आरोप में बेरहमी से पीटने के बाद उनसे नग्न परेड भी करवाई। इन तीनों युवकों पर एक उच्च वर्ग के व्यक्ति की बाइक चुराने का आरोप लगा था। आरोप के बाद भीड़ ने इन तीनों पर हमला बोल दिया और पेड़ से बांधकर जमकर पिटाई की। इसके बाद इनके कपड़े फाड़ दिए गए और नग्न परेड भी करवाई।