गांव आने-जाने का सीजन अपने चरम पर है और ट्रेनों में टिकटों की जबरदस्त मांग बनी हुई है, लेकिन इस बार टिकट दलालों की चांदी नहीं हो रही। वजह है रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) की सख्त निगरानी और कार्रवाई। वेस्टर्न रेलवे के चर्चगेट डिवीजन के अंतर्गत आने वाले रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ की मुस्तैदी के चलते रेलवे टिकटों की दलाली यानी Ticket Touting में भारी कमी आई है। Railway Ticket Touting
2025 में अब तक सिर्फ 2 ही केस – चर्चगेट डिवीजन की बड़ी सफलता
चर्चगेट आरपीएफ के सूत्रों की मानें तो साल 2023 में जहां टिकट ब्लैकिंग के 15 केस दर्ज हुए थे और 22 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी, वहीं 2024 में ऐसे सिर्फ 9 मामले सामने आए और 11 आरोपी गिरफ्तार किए गए। इस सकारात्मक ट्रेंड को जारी रखते हुए साल 2025 में अब तक केवल 2 मामले ही दर्ज किए गए हैं, जिसमें 3 आरोपियों को आरपीएफ ने गिरफ्तार किया है। यह गिरावट उस समय देखने को मिल रही है जब गांव जाने का पीक सीजन चल रहा है और टिकटों की मांग चरम पर है।
RPF की सख्त निगरानी और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल
आरपीएफ अधिकारियों ने बताया कि टिकट दलालों पर शिकंजा कसने के लिए आईआरसीटीसी (IRCTC) के साथ मिलकर काम किया गया है। ऑनलाइन टिकट बुकिंग सिस्टम पर निगरानी बढ़ाई गई है और शंका होने पर संदिग्ध अकाउंट्स को तत्काल ब्लॉक किया जा रहा है। इसके अलावा CCTV फुटेज, अंडरकवर ऑपरेशन और लोकल इंटेलिजेंस नेटवर्क की मदद से उन एजेंट्स की पहचान की जा रही है जो अवैध रूप से टिकटों की दलाली कर रहे हैं। Western Railway Churchgate News
गांव जाने के पीक सीजन में भी दलाल नाकाम
हर साल गांव जाने के लिए अप्रैल-मई-जून में ट्रेनों में भीड़ चरम पर होती है। टिकटों की भारी मांग को देखते हुए दलाल सक्रिय हो जाते हैं और यात्रियों को महंगे दामों पर टिकट बेचते हैं। लेकिन इस बार चर्चगेट RPF की कड़ी निगरानी के चलते दलालों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। यात्रियों को भी इस बार राहत महसूस हो रही है क्योंकि उन्हें अधिकतर मामलों में आईआरसीटीसी या रेलवे काउंटर से ही टिकट मिल रहे हैं, न कि दलालों से।
RPF की अपील
RPF ने आम यात्रियों से अपील की है कि यदि किसी को टिकट के लिए बाजार रेट से अधिक पैसे मांगे जाएं, या कोई संदिग्ध व्यक्ति टिकट बेचते दिखे, तो वे तुरंत नजदीकी RPF पोस्ट या हेल्पलाइन नंबर 139 पर संपर्क करें। साथ ही यह भी कहा गया है कि अधिकृत एजेंट के अलावा किसी अन्य व्यक्ति से टिकट खरीदना कानूनी अपराध है। रेलवे टिकट की दलाली पर लगाम लगाना एक बड़ी चुनौती होती है, लेकिन वेस्टर्न रेलवे के चर्चगेट डिवीजन की सख्त निगरानी और त्वरित कार्रवाई के चलते यह संभव हो सका है। 2025 में अब तक सिर्फ दो मामलों का सामने आना यह दर्शाता है कि आरपीएफ की रणनीति कारगर साबित हो रही है। अगर यह रुख जारी रहा, तो आम यात्रियों को आने वाले दिनों में और भी राहत मिल सकती है।