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October 22, 2025

पंजाब में पराली, पटाखों और प्रदूषण पर शुरू हुई पॉलिटिक्स, दिल्ली में फिर खराब हुई हवा

The CSR Journal Magazine
दीपावली पर आतिशबाजी और पराली जलाने से उत्तर भारत में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। सोमवार को 217 स्थानों पर पराली जलाई गई, जिसमें उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मामले आए। NGT की सख्ती के बावजूद, इस सीजन में 1729 स्थानों पर पराली जली। पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई की जा रही है।

उत्तर भारत में पराली और पटाखों ने फैलाया हवा में ज़हर

दीपावली के दिन जमकर आतिशबाजी से जहां AQI अधिकतर शहरों में खतरनाक स्तर पर पहुंच गया, वहीं किसानों ने भी पराली (धान के फसल अवशेष) जलाकर हवा में खूब ‘जहर’ घोला। सोमवार को पूरे उत्तर भारत में 217 स्थानों पर पराली जलाई गई। पंजाब में 45, हरियाणा में 13, उत्तर प्रदेश में 77, राजस्थान में 38 और मध्य प्रदेश में 45 स्थानों पर पराली जलाई गई। अगले दिन मंगलवार को पंजाब में 62, हरियाणा में चार, उत्तर प्रदेश में 103, राजस्थान में 41 और मध्य प्रदेश में 58 स्थानों पर फसल अवशेष जलाए गए। देश में दीपावली पर पटाखे भी जमकर चले। 2017 के बाद आतिशबाजी में छूट का फायदा दिल्ली-एनसीआर ने भी खूब उठाया। हालांकि इसका नतीजा चिंताजनक रहा। पूरे इलाके की हवा में जहरीला धुआं घुल गया है। दिवाली के अगले दिन यानी मंगलवार को दिल्ली का AQI 351 दर्ज हुआ। 2024 में यह 339 था। लेकिन, हरियाणा का जींद शहर सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा। यहां का AQI 421 दर्ज हुआ। 2020 में भी जींद सबसे प्रदूषित था।

पंजाब फिर हुआ पराली की समस्या का शिकार

पंजाब में पराली जलाने के बढ़ते मामलों को देखते हुए पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें पंजाब में पराली जलाने वालों पर कार्रवाई और स्टबल बर्निंग को रोकने के लिए टीमों की तैनाती की जानकारी दी गई है। पंजाब में पराली जलाने के बाद हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है और इसका असर आसपास के राज्यों में भी बढ़ रहा है।
खासकर दिल्ली में दिवाली के बाद हवा सांस लेने लायक नहीं बची है। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नोडल अधिकारी राजीव गुप्ता ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि स्टबल बर्निंग (पराली जलाने) के मामलों को रोकने के लिए पंजाब में अलग-अलग जगहों पर टीम तैनात की गई है। पराली जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अभी तक पंजाब में 179 फिजिकल बर्निंग साइट्स को लोकेट किया गया है, जहां सबसे ज्यादा पराली जलाने के केस दर्ज किए गए हैं। इसमें से कुछ मामलों में पुलिस ने FIR भी दर्ज की है। दर्ज किए गए 179 मामलों में 8 लाख 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है और आधा से ज्यादा वसूल कर लिया गया है। रिपोर्ट में पंजाब की उन जगहों का भी खुलासा किया गया है जहां सबसे ज्यादा स्टबल बर्निंग के मामले दर्ज किए गए हैं।

हरियाणा में 13 जगहों पर जली पराली

सीजन में यह पहली बार है जब हरियाणा में एक ही दिन में सोमवार को 13 स्थानों पर पराली जलाई गई है। इससे पहले 15 और 19 अक्टूबर को सात-सात स्थानों पर फसल अवशेष जले थे। मंगलवार को कैथल और करनाल में दो-दो स्थानों पर फसल अवशेष जलाए गए। पराली जलाने वाले किसानों के कृषि दस्तावेजों में रेड एंट्री की गई है, जिससे वह आगामी दो सीजन तक अपनी फसल मंडी में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं बेच सकेंगे।

पंजाब में एयर क्वालिटी हुई ‘Poor’

रिपोर्ट के मुताबिक अमृतसर से 51, तरन तारन से 56, और पटियाला जिले से 10 मामले सामने आए हैं। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एयर क्वालिटी लैबोरेटरी के पर्यावरण अधिकारी अतुल कौशल का कहना है कि पंजाब में वायु गुणवत्ता की जांच की जा रही है और अब जांच में पंजाब की एयर क्वालिटी मॉडरेट से पुअर है। दिवाली के बाद हवा की गुणवत्ता और गिर गई है। पहले पंजाब के कुछ शहरों में वायु गुणवत्ता ‘मॉडरेट’ स्तर पर थी, लेकिन 20 अक्टूबर के बाद ज्यादातर शहरों और जिलों में वायु गुणवत्ता ‘पुअर’ श्रेणी में आ गई है। हवा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए पंजाब प्रदूषण नियंत्रण, सरकारी एजेंसी और पर्यावरण विभाग मिलकर काम कर रहे हैं और किसानों से पराली न जलाने की अपील कर रहे हैं। बता दें कि सिर्फ दिवाली के लिए पंजाब में अलग-अलग जगह पर पराली जलाने के 45 मामले सामने आए हैं।

पराली पर शुरू हुई पॉलिटिक्स

दिल्ली की जहरीली हवा और पंजाब की पराली जलाने की समस्या ने अब सियासी रंग ले लिया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने आम आदमी पार्टी (AAP) के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला और उन्हें ‘अनपढ़’ करार दे दिया। यह तंज AAP नेता सौरभ भारद्वाज के उस ट्वीट के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने पंजाब की पराली को दिल्ली की हवा खराब करने का जिम्मेदार ठहराने वाले BJP के दावों का मजाक उड़ाया था।

सौरभ का तंज, सिरसा का पलटवार

सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को X पर एक पोस्ट में तंज कसते हुए कहा कि पंजाब का AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) 156 है, जबकि दिल्ली की हवा लगातार खराब हो रही है। उन्होंने BJP के इस दावे को खारिज किया कि पंजाब में पराली जलाने से दिल्ली की हवा जहरीली हो रही है। इस पर सिरसा भड़क गए और उन्होंने केजरीवाल को निशाने पर लिया। सिरसा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “केजरीवाल खुद ‘अनपढ़’ हैं। उनके पुराने वीडियो देखिए, जहां वो पंजाब की पराली जलाने और उसके प्रदूषण के दिल्ली पहुंचने की पूरी जानकारी देते थे। अगर उनकी अपनी पार्टी के नेता ‘अनपढ़’ हैं, तो मैं क्या कर सकता हूं?” सिरसा यहीं नहीं रुके, उन्होंने AAP पर पंजाब के किसानों को पराली जलाने के लिए ‘मजबूर’ करने का गंभीर आरोप भी लगाया।

‘AAP ने किसानों को बनाया मोहरा’

सिरसा ने दावा किया कि AAP की नीतियों ने पंजाब के किसानों को पराली जलाने के लिए उकसाया है। उन्होंने कुछ वीडियो दिखाए, जिनमें कथित तौर पर पंजाब में पराली जलती दिख रही थी। सिरसा ने कहा, “किसान पराली जलाना नहीं चाहते, लेकिन उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। AAP ने किसानों को चेहरा छिपाकर पराली जलाने के लिए कहा, ताकि इसका असर दिल्ली की हवा पर पड़े।” उन्होंने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि AAP सुप्रीमो ने 10 साल तक दिल्ली के CM रहते हुए पंजाब के किसानों को बदनाम किया।
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