चुनावी माहौल के बीच रणनीतिकार से नेता बने Prashant Kishor ने एक बार फिर Congress, Rahul Gandhi, Nitish Kumar, और RJD पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि Rahul Gandhi को Bihar के 40 जिलों के नाम तक नहीं मालूम होंगे और वह सिर्फ चुनाव के वक्त ही राज्य में दिखाई देते हैं।
PK ने Voter Adhikar Yatra को निरर्थक करार दिया
PK ने Rahul Gandhi की उम्र पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी उम्र अब 55 साल हो गई है, लेकिन उन्होंने बिहार में चुनाव के अलावा कभी एक रात भी नहीं बिताई। उन्होंने कांग्रेस की Voter Adhikar Yatra को भी निरर्थक करार देते हुए कहा कि इससे न तो राहुल गांधी को कोई लाभ होने वाला है और न ही कांग्रेस को। उनका दावा है कि कांग्रेस अब बिहार में RJD की पिछलग्गू बनकर रह गई है।
Nitish Kumar मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे?
प्रशांत किशोर ने Nitish Kumar को लेकर एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अब नीतीश कुमार ज्यादा दिन नहीं रहेंगे। PK के अनुसार, नीतीश की शारीरिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वे मुख्यमंत्री पद पर टिक सकें। उन्होंने दावा किया कि “किसी भी कीमत पर Nitish Kumar मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। अगर गलती से NDA चुनाव जीत भी गया तो भी BJP अपने नेता को मुख्यमंत्री बनाएगी, नीतीश को नहीं।”
Congress पर कसा तंज
Congress पर तंज कसते हुए PK ने कहा कि पार्टी ने 15 साल तक Lalu Yadav को समर्थन देकर राज्य में Jungle Raj को मजबूत किया। एक समय में कांग्रेस बिहार की सबसे बड़ी ताकत थी लेकिन आज उसका कोई अस्तित्व नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि Sasaram में कांग्रेस का कार्यक्रम तब तक शुरू नहीं हुआ जब तक Lalu Yadav और Tejashwi Yadav नहीं पहुंचे, जबकि Rahul Gandhi और Mallikarjun Kharge पहले से वहां मौजूद थे।
Bihar की सियासत में अब टकराव ज्यादा तेज
RJD की वोट अधिकार यात्रा पर सवाल उठाते हुए PK ने कहा कि जो आज वोट का अधिकार मांग रहे हैं, वही पहले Booth Loot और Vote Loot के लिए बदनाम थे। उन्होंने दावा किया कि मतदाता सूची में जो नाम हैं, वही लोग BJP और Nitish Kumar को हराने के लिए काफी हैं।
अपने संगठन Jan Suraaj को लेकर PK ने कहा कि आने वाले चुनावों में या तो जन सुराज को बहुमत मिलेगा और पूरी व्यवस्था बदलेगी, या फिर पार्टी को 10 सीटें भी नहीं मिलेंगी। लेकिन उनकी मेहनत जारी रहेगी।
Prashant Kishor का यह आक्रामक रुख यह संकेत देता है कि Bihar की सियासत में अब टकराव और ज्यादा तेज होने वाला है, खासकर जब चुनाव नजदीक हैं और हर पार्टी अपनी स्थिति मजबूत करने में जुटी है।