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May 22, 2025

Amrit Bharat Station Scheme: देश को मिले 103 अमृत स्टेशन, बदली रेलवे की तस्वीर, जानें इस योजना की पूरी जानकारी

पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, स्टेशन अब बनेंगे विकास के प्रवेश द्वार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में देश के 18 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 86 जिलों में स्थित 103 Amrit Bharat Railway Stations का एक साथ उद्घाटन किया। यह उद्घाटन Amrit Bharat Station Scheme के अंतर्गत किया गया, जो भारत सरकार की एक बड़ी और दीर्घकालिक योजना है, जिसके माध्यम से रेलवे स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं और स्थानीय सांस्कृतिक पहचान के साथ पुनर्निर्मित किया गया।

Amrit Bharat Station Scheme क्या है?

Amrit Bharat Station Yojana की शुरुआत वर्ष 2021 में की गई थी। इस योजना के पहले चरण में गुजरात का गांधीनगर रेलवे स्टेशन और मध्य प्रदेश का रानी कमलापति स्टेशन (पूर्व में हबीबगंज) पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनकर सामने आया। इस योजना का उद्देश्य भारत के Railway Station Redevelopment in India को गति देना था। इसके तहत प्रत्येक स्टेशन के लिए अलग-अलग मास्टर प्लान तैयार किए गए और स्थानीय जरूरतों व संस्कृति को ध्यान में रखते हुए काम किया गया।

किन सुविधाओं से लैस हुए ये स्टेशन?

Modern Railway Station Facilities in India को केंद्र में रखते हुए स्टेशनों को नई थीम, डिजाइन और तकनीक से सजाया गया। इनमें यात्रियों के लिए एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं जैसे की आरामदायक वेटिंग रूम, साफ-सुथरे शौचालय, लिफ्ट, एस्केलेटर, Free Wi-Fi at Railway Stations, डिजिटल साइन बोर्ड, और पूरी तरह कवर प्लेटफॉर्म शामिल किए गए। पीआईबी की रिपोर्ट के मुताबिक, स्टेशनों पर Rooftop Plazas, Landscape Gardens, Children Play Areas, Kiosks and Food Courts जैसी सुविधाओं का भी निर्माण किया गया।

स्टेशनों में दिखी भारतीय संस्कृति की झलक

हर स्टेशन को क्षेत्रीय वास्तुकला और सांस्कृतिक विरासत के अनुरूप डिजाइन किया गया। उदाहरण के तौर पर, अहमदाबाद स्टेशन का डिज़ाइन मोढेरा सूर्य मंदिर से प्रेरित था, जबकि द्वारका स्टेशन पर द्वारकाधीश मंदिर की झलक दिखी। ओडिशा के बालेश्वर स्टेशन को भगवान जगन्नाथ मंदिर की थीम पर बनाया गया और तमिलनाडु के कुंभकोणम स्टेशन में चोल वंश की वास्तुकला दिखाई दी।

‘One Station One Product’ योजना भी बनी आकर्षण का केंद्र

इन स्टेशनों पर One Station One Product scheme के तहत स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कियोस्क लगाए गए। इन कियोस्कों पर local handicrafts, tribal art, handloom products, spices, tea, coffee जैसे उत्पादों की बिक्री शुरू की गई। इस पहल का उद्देश्य Promoting Local Artisans through Indian Railways के ज़रिए व्यापार, संस्कृति और रोजगार को बढ़ावा देना था।

रेलवे स्टेशन बनेंगे विकास का प्रवेश द्वार

पीएम मोदी ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि ये स्टेशन अब केवल ट्रेन पकड़ने की जगह नहीं रहेंगे, बल्कि ये Gateways of Development in India के रूप में काम करेंगे। इन स्टेशनों से अब न केवल यात्रा का अनुभव बेहतर हुआ है, बल्कि इससे tourism, trade and employment opportunities को भी बल मिलेगा।

पर्यावरण और टिकाऊ विकास का भी रखा गया ध्यान

हर स्टेशन पर हरियाली बढ़ाने और पर्यावरण को संरक्षित रखने के लिए Sustainable Development Practices in Railway Infrastructure को अपनाया गया। पैदल चलने वालों के लिए मार्ग, चौड़ी सड़कों, और नई पार्किंग व्यवस्था ने यात्रियों की आवाजाही को अधिक सुगम बना दिया।

महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु समेत कई राज्यों को मिला फायदा

उद्घाटन किए गए 103 स्टेशनों में महाराष्ट्र के Matunga, Parel, Wadala Road, उत्तर प्रदेश के Bareilly City, Saharanpur Junction, तमिलनाडु के Chidambaram, Srirangam, और गुजरात के Okha, Morbi, Palitana जैसे स्टेशन शामिल थे। इन स्टेशनों ने न केवल यात्रियों को बेहतरीन अनुभव दिया, बल्कि India’s Railway Modernization Project के प्रतीक बन गए। यह योजना अब भारत के Future Ready Railway Stations के निर्माण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम मानी जा रही है, जो रेलवे की पारंपरिक छवि को तोड़कर इसे 21वीं सदी के अनुकूल बना रही है।

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