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April 20, 2025

Pink E-Rickshaw Yojana से महिलाएं बन रही हैं आत्मनिर्भर, 50 महिलाओं को मिली पिंक ई-रिक्शा

Pink E-Rickshaw Yojana: महाराष्ट्र सरकार की महत्वाकांक्षी पिंक ई-रिक्शा योजना (Pink E-Rickshaw Scheme) के तहत नागपुर में आज मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों 50 पात्र महिलाओं को ई-रिक्शा वितरित की गईं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने खुद एक लाभार्थी महिला की ई-रिक्शा में सफर कर महिलाओं में भरोसा जगाया और योजना की सफलता का संदेश दिया।  Maharashtra Women Empowerment Scheme

महिलाओं को मिलेगा सुरक्षित रोजगार, महामेट्रो से हुआ करार

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए कटिबद्ध है और इस दिशा में पिंक ई-रिक्शा योजना एक मजबूत कदम है। उन्होंने बताया कि इस योजना के जरिए न केवल महिलाओं को स्वावलंबी (Self-reliant women) बनाया जा रहा है, बल्कि महिलाओं के लिए सुरक्षित यात्रा (Safe transport for women) भी सुनिश्चित की जा रही है। नागपुर जिले में कुल 2000 महिलाओं को यह ई-रिक्शा दी जाएगी। इस योजना को और सशक्त बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग और महामेट्रो के बीच करार हुआ है। इससे पिंक ई-रिक्शा संचालित करने वाली महिलाओं को मेट्रो स्टेशनों से यात्रियों को जोड़ने वाली फीडर सेवा (Feeder service) में रोजगार मिलेगा। साथ ही आने वाले समय में एयरपोर्ट और प्रमुख पर्यटन स्थलों पर भी इन ई-रिक्शाओं की सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

Pink E-Rickshaw Yojana: पहले चरण में 5000 रिक्शा वितरण का लक्ष्य

महिला एवं बाल विकास मंत्री आदिती तटकरे ने जानकारी दी कि राज्य के आठ जिलों  पुणे, नाशिक, नागपुर, अहिल्यानगर, अमरावती, संभाजीनगर, सोलापुर और कोल्हापुर में यह योजना लागू की जा रही है। पहले चरण में अगले 6 महीनों में 5000 पिंक ई-रिक्शा वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। Pink E-Rickshaw Yojana

प्रशिक्षण और मेंटेनेंस की सुविधा भी

इन महिला चालकों को कम से कम 10 दिन का प्रशिक्षण दिया गया है और 5 सालों तक मेंटेनेंस तथा चार्जिंग की सुविधा भी मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी। यह सुनिश्चित किया गया है कि महिलाएं आत्मनिर्भर बनें और उन्हें किसी भी तरह की तकनीकी दिक्कत का सामना न करना पड़े। अब तक नागपुर जिले से 2040 महिलाओं ने आवेदन किया था, जिनमें से 1032 महिलाओं को पात्र घोषित किया गया है। पहले चरण में 50 महिलाओं को ई-रिक्शा सौंपी गई है। आने वाले महीनों में शेष लाभार्थियों को भी रिक्शा वितरित की जाएगी। इस योजना से महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) और सुरक्षित पब्लिक ट्रांसपोर्ट (Safe Public Transport) दोनों को मजबूती मिलेगी।  Pink E-Rickshaw

Pink E-Rickshaw Yojana महिलाओं को दे रही है आर्थिक आजादी

पिंक ई-रिक्शा योजना न सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट समाधान है, बल्कि यह महिलाओं की आर्थिक आजादी और सुरक्षा का भी प्रतीक बन रही है। मुख्यमंत्री द्वारा लाभार्थी महिला की रिक्षा में यात्रा कर इस योजना को मिली हकीकत की जमीन और जनता का विश्वास साफ दिखा। राज्य सरकार का यह कदम निश्चित ही आने वाले समय में अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा बनेगा।

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