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June 20, 2025

Operation Sindoor: ‘दुश्‍मन का दिमाग पढ़ने’ के लिए भारतीय सेना ने अपनाया रेड टीमिंग कॉन्सेप्ट

Red Teaming: भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर की गई ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के पीछे एक बेहद गोपनीय और चौंकाने वाला रणनीतिक प्रयोग सामने आया है। भारतीय सेना ने पहली बार ‘Red Teaming’ कॉन्सेप्ट को वास्तविक ऑपरेशन में उतारा है। इसका उद्देश्य था दुश्मन की मानसिकता, प्रतिक्रियाएं और रणनीति को पहले ही समझकर, अपनी योजना को उन्हीं नजरों से कसना और हर कमजोर कड़ी को पहचानकर उसे दुरुस्त करना।

क्या है Red Teaming

Red Teaming एक वैश्विक सैन्य रणनीति है, जो शीत युद्ध के दौरान सोवियत रणनीतियों को समझने के लिए पश्चिमी देशों ने विकसित की थी। इसमें कुछ विशेषज्ञों की टीम दुश्मन की भूमिका निभाती है। ये टीम अपनी ही सेना की योजना को चुनौती देती है, दुश्मन के नजरिए से सोचती है और बताती है कि यदि आप ये कदम उठाते हैं तो सामने वाला किस तरह से प्रतिक्रिया देगा। आसान शब्दों में कहा जाए, तो Red Teaming ख़ुद को दुश्मन की जगह रखकर उसके नजरिये से उसके फ़ायदे को ध्यान में रखकर ये सोचती है कि वो किस तरह और किस हद्द तक हमारे ख़िलाफ़ रणनीतियां बना सकता है। फिर अपनी सुरक्षा की तैयारी उन्ही मुद्दों को ध्यान में रखकर की जाती है। Operation Sindoor पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर किया गया एक सर्जिकल स्ट्राइक था। इस ऑपरेशन में एक खास बात यह थी कि भारत ने पहली बार Red Teaming रणनीति का प्रयोग किया। इस रणनीति में 5 वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम को चुना गया, जो खुद को दुश्मन मानकर, ऑपरेशन की योजनाओं का कड़ाई से मूल्यांकन करते थे। ये अधिकारी देश के विभिन्न हिस्सों से थे और अपने-अपने क्षेत्रों के विशेषज्ञ थे। रेड टीम ने प्रत्येक रणनीति पर गहन विचार-विमर्श किया, संभावित कमजोरियों को पहचाना और सुधार के सुझाव दिए। भारतीय सेना ने इस तकनीक का नाम “विदुर वक्ता” रखा है। यह रणनीति सिर्फ प्रशिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि वास्तविक युद्ध की तैयारियों को बेहतर बनाने का प्रयास है। ऑपरेशन सिंदूर ने साबित किया कि Red Teaming भारत की रणनीतिक सोच में एक महत्वपूर्ण बदलाव है।

भारतीय रंग में ढली युद्ध नीति Red Teaming

Red Teaming: भारतीय सेना ने इस कॉन्सेप्ट को स्वदेशी सोच से जोड़ते हुए इसे नाम दिया ‘विदुर वक्ता’, जो महाभारत के उस सलाहकार विदुर से प्रेरित है जो पांडवों को गुप्त और रणनीतिक सलाह दिया करते थे। इस ‘विदुर वक्ता टीम’ में पांच वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे, जिन्हें देश के अलग-अलग सैन्य कमांड्स से चुना गया। उन्होंने दुश्मन के नजरिए से ऑपरेशन सिंदूर की योजना को देखा और बताया कि पाकिस्तानी सेना और ISI किस तरह की जवाबी कार्रवाई कर सकते हैं।

Red Team बनाम REDFOR

Red Teaming: भारत में पहले से REDFOR यूनिट मौजूद है जो कि आर्मी के ट्रैनिंग कमांड ARTRAC शिमला के तहत काम करती है। ये वॉर गेम्स और पेपर प्लानिंग पर आधारित होती है। लेकिन REDFOR सिर्फ अभ्यास तक सीमित रहता है, जबकि Red Teaming एक लाइव ऑपरेशन को चुनौती देती है, और ऑपरेशन में हर कदम पर दुश्मन के संभावित सोच और प्रतिक्रिया का आकलन करती है।

पृष्ठभूमि और भविष्य की योजना

Red Teaming: यह रणनीति अक्टूबर 2024 की आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस के बाद मूर्त रूप में आई। इसके बाद 15 अधिकारियों को Red Teaming की विशेष ट्रेनिंग दी गई और इसे विभिन्न स्तरों पर परीक्षण किया गया। अब सेना अगले दो वर्षों में ‘विदुर वक्ता’ कार्यक्रम को और विस्तार देने जा रही है ताकि विदेशी विशेषज्ञों पर निर्भरता कम की जा सके और देश के भीतर ही ऐसी रणनीतिक विशेषज्ञता विकसित हो सके।
रणनीतिक बढ़त: भारत ने दुश्मन की सोच को पहले ही पढ़कर उसे चौंका दिया
गोपनीयता और तैयारी: Red Teaming ने ऑपरेशन की तैयारियों को दुश्मन के हर संभावित जवाब से बेहतर बनाया
नई सैन्य सोच: यह भारत की सैन्य सोच में एक बड़ा बदलाव है जो सिर्फ रिएक्टिव नहीं बल्कि प्रो-एक्टिव भी है
‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक जवाबी कार्रवाई नहीं था, यह एक रणनीतिक क्रांति थी जिसमें भारत ने पहली बार दुश्मन को उसके ही खेल में मात दी। ‘विदुर वक्ता’ जैसी पहल आने वाले समय में भारतीय सेना को न सिर्फ सीमाओं पर, बल्कि दिमागी जंग में भी अजेय बना सकती है।

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