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पूर्वोत्तर के विकास में आगे आएगा ONGC, असम में स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल पर करेगा सीएसआर खर्च

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असम के मुख्यमंत्री ने ONGC के सीएमडी डॉ अलका मित्तल से की मुलाकात, सीएसआर पहल को लेकर हुई चर्चा

पूर्वोत्तर राज्यों के विकास में आगे आएगा ONGC, Oil and Natural Gas Corporation Limited असम में स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल पर सीएसआर खर्च करेगा। दरअसल असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा (Assam CM Himanta Biswa Sarma) ने मंगलवार को ओएनजीसी की सीएमडी डॉ अलका मित्तल से मुलाकात की। ओएनजीसी की सीएमडी अलका मित्तल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने बताया कि देश में चल रहे ऊर्जा परिवर्तन के मद्देनजर ONGC के दृष्टिकोण के साथ-साथ सीएसआर गतिविधियों (ONGC CSR Initiatives) के मुद्दे पर बातचीत हुई।

असम में स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल पर करेगा सीएसआर खर्च

मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने ओएनजीसी की सीएमडी डॉ अलका मित्तल से ONGC के कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत असम में निवेश की अपील की। मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने सीएसआर के माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास में हमारे लक्ष्यों को पूरा करने में मदद की मांग की। सीएसआर पहल से असम में विकास करने को लेकर हालही में कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने असम में आकांक्षी जिले ‘दरांग’ के विकास के लिए कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की कई परियोजनाओं की घोषणा की थी। दरांग के लिए सीएसआर परियोजनाओं की लागत दो करोड़ रुपये की होगी जो कि कोल इंडिया द्वारा लागू की जाएंगी।
ओएनजीसी की सीएमडी डॉ. अलका मित्तल ने ओएनजीसी के मुख्यालय तेल भवन में हरी झंडी दिखाकर गाड़ियों को किया रवाना।

उत्तराखंड में एजुकेशन और हेल्थ एंड सैनिटेशन पर ONGC ने खर्च किये 27 लाख

वहीं सीएसआर के क्षेत्र में ओएनजीसी द्वारा एक कदम और बढ़ाया गया। जिसके अन्तर्गत ओएनजीसी द्वारा उत्तराखंड की दो संस्थाओं देवस्थली विद्यापीठ कॉलेज ऑफ फार्मेसी रुद्रपुर को छात्र छात्राओं के लिए 18 लाख की लागत से एक 52 सीटर बस टाटा व वेस्ट वॉरियर्स देहरादून को कूड़ा प्रबंधन के लिये रुपये 9.26 लाख का टाटा ऐस छोटा हाथी वाहन उपलब्ध कराये गये है। देवस्थली विद्यापीठ जनपद उधमसिंह नगर को दी गयी बस क्षेत्रीय बच्चों को तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा के लिए कॉलेज आने जाने के लिये निशुल्क उपलब्ध रहेगी, जबकि वेस्ट वॉरियर्स को दिया गया टाटा (ऐस) वाहन दून के विभिन्न वार्डो में कूड़ा कलेक्शन के लिये उपयोग में लाया जायेगा। इन दोनों वाहनों को ओएनजीसी की सीएमडी डॉ. अलका मित्तल ने ओएनजीसी के मुख्यालय तेल भवन में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

सीएसआर खर्च में पूर्वोत्तर सबसे पीछे

देश भर की तुलना में पूर्वोत्तर राज्यों में सबसे कम CSR खर्च हुए है। संसद में एक सवाल का जवाब देते हुए कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने सीएसआर का ब्यौरा देते हुए हालही में कहा था कि सीएसआर कोष के तहत कुछ राज्यों में राशि ज्यादा खर्च हुई है और पूर्वोत्तर में इस कोष के तहत खर्च हुई राशि काफी कम है। अब तक नागालैंड में तो महज आठ करोड़ रुपये की राशि ही खर्च की गई है। वहीं असम राज्य भी सीएसआर के मामले में पीछे है।