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June 12, 2025

20 लाख की रिश्वत मांगी, 10 लाख लेते ही रंगे हाथ धर लिए गए ओडिशा के IAS अधिकारी

Odisha Vigilance Department ने रविवार को 2021 बैच के IAS अधिकारी धीमान चकमा को कथित तौर पर 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। ओडिशा के कालाहांडी जिले में उप-कलेक्टर के पद पर तैनात चकमा ने एक स्थानीय व्यवसायी से 20 लाख रुपये की मांग की थी और रिश्वत की एक किस्त के रूप में 10 लाख रुपए ले भी लिए। IAS चकमा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले व्यवसायी ने आरोप लगाया कि IAS अधिकारी ने मांगी गई राशि का भुगतान न करने पर उसके व्यवसाय के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी दी थी।

47 लाख नक़द के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार

शिकायतकर्ता के अनुसार, उप-कलेक्टर ने उन्हें ओडिशा के धरमगढ़ स्थित अपने सरकारी आवास पर बुलाया, रिश्वत की रकम ली और उसे वहां एक मेज की दराज में रख दिया। अधिकारी ने कथित तौर पर अलग-अलग मूल्य के 100 रुपये के नोटों के सभी 26 बंडलों की गिनती की और फिर नकदी को अपने आवास कार्यालय की मेज के दराज के अंदर रख दिया। Vigilance Department ने उनके आधिकारिक आवास से तलाशी के दौरान लगभग 47 लाख रुपये की नकदी भी बरामद की।

IAS चकमा के ख़िलाफ़ रिश्वत और धमकाने का आरोप

IAS चकमा पर एक स्थानीय व्यवसायी से 20 लाख रुपये रिश्वत मांगने और न देने पर कार्रवाई की धमकी देने का आरोप था। व्यवसायी की शिकायत पर सतर्कता विभाग ने कार्रवाई की। विभाग के अनुसार, 8 जून की रात को धर्मगढ़ में चकमा के सरकारी आवास पर जाल बिछाया गया, जहां उन्हें 10 लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया। यह राशि गवाहों की मौजूदगी में उनके कब्जे से बरामद की गई। इसके बाद उनके आवास और कार्यालय की एक साथ तलाशी ली गई, जिसमें आवास से 47 लाख रुपये नकद मिले। चकमा इस राशि का कोई संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दे सके। इस राशि को जब्त कर लिया गया। IAS अधिकारी की गिरफ्तारी और उनके घर से नकदी बरामद होने के बाद उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2018 की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि चकमा के खिलाफ आगे की जांच जारी है। सतर्कता पुलिस अधीक्षक एम राधाकृष्णन ने बताया कि चकमा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी।

भारतीय वन सेवा अधिकारी के रूप में ओडिशा कैडर में की थी शुरुआत

IAS-UPSC Story: UPSC जैसी कठिन परीक्षा पास करने के बाद कुछ चुनिंदा उम्‍मीदवार IAS, IPS, IFS बनते हैं, लेकिन यह राह आसान नहीं होती। कई सालों की निरंतर मेहनत और कई असफलताओं का स्वाद चखने के बाद एक बार सफलता हाथ लगती है। IAS-IPS बनने के बाद अक्‍सर कई अधिकारियों के रिश्‍वतखोरी के मामले सामने आते हैं। ऐसा ही मामला है ओडिशा के कलाहांडी के IAS अधिकारी धीमन चकमा का। यहां हाल ही में नियुक्‍त हुए IAS Officer धीमन चकमा ने महज चार साल के करियर में ऐसा काम किया कि उसे अरेस्‍ट कर लिया गया। दो बार UPSC जैसी परीक्षा पास करने के बाद IAS बना यह अधिकारी रिश्‍वत के आरोप में अरेस्‍ट हो गया।

दो बार UPSC क्लियर करने के बाद बने IAS

धीमन चकमा ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा में दो बार सफलता हासिल की। 2019 में उन्होंने 722वीं रैंक हासिल की, जिसके बाद उन्हें भारतीय वन सेवा (IFS) में चुना गया लेकिन उनका सपना IAS बनने का था। 2020 में उन्होंने फिर से UPSC परीक्षा दी और इस बार 482वीं रैंक हासिल की। इस सफलता ने उन्हें 2021 बैच का IAS अधिकारी बनाया और वह ओडिशा कैडर में शामिल हुए। UPSC की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in 2020 के परिणामों में उनका नाम शामिल है। 2020 की कामयाबी के बाद उन्‍होंने एक साल की ट्रेनिंग ली जिसके बाद वर्ष 2021 बैच का IAS नियुक्‍त किया गया, और ओड़िसा के कालाहांडी में नियुक्ति हुई।

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