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October 26, 2025

नेपाल में बरसात ने किया हाल बेहाल, 36 घंटे में 66 लोगों की मौत,कई लापता 

The CSR Journal Magazine
काठमांडू। पिछले दो दिनों के भीतर देश भर में विभिन्न आपदाओं के दौरान 66 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 13 अन्य बाढ़, भूस्खलन, बिजली गिरने और सड़क दुर्घटनाओं के कारण घायल हो गए हैं, और 69 लोग अब तक लापता हैं।

Zen-G के बाद मौसम ने बरपाया नेपाल पर कहर

बारिश का कहर अब पड़ोसी देश नेपाल पर टूट पड़ा है। पूर्वी नेपाल के इलाम में लगातार हो रही भारी बारिश, भूस्खलन और बिजली गिरने से पिछले 24 घंटों में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में 66 लोगों की जान गई है। रविवार सुबह तक सूर्योदय नगर पालिका में भूस्खलन में कम से कम 5 लोग, मंगसेबुंग नगर पालिका में 3 और इलम नगर पालिका में 6 लोगों की मौत की खबर है। अकेले इलाम जिले में बाढ़ और भूस्खलन से 28 लोगों की मौत हो गई है और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। इसके अतिरिक्त आपदा से संबंधित घटनाओं में 11 लोगों के लापता होने की सूचना है। इलाम जिले के सूर्योदय नगरपालिका में पांच, इलाम नगरपालिका में छह, देवमाई नगरपालिका में दो, फाक्फोक्थुम ग्रामीण पालिका में एक, मंगसेबुंग ग्रामीण नगर पालिका में तीन, मैजोगमाई ग्रामीण पालिका में आठ और संदकपुर ग्रामीण पालिका में तीन मौतें हुई हैं।

भारी बारिश और भूस्खलन ने किया प्रभावित

उदयपुर जिले में दो, रौतहट जिले में तीन, रसुवा में चार और काठमांडू में एक मौत हुई है। अलग-अलग घटनाओं में खोटांग, भोजपुर, रौतहट और मकवानपुर जिलों में बिजली गिरने से आठ लोग घायल हो गए। इस बीच, पांचथर जिले में एक और भूस्खलन के कारण सड़क दुर्घटना में छह लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। शुक्रवार शाम से लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन के कारण पूरे देश में जनजीवन प्रभावित हो गया है। इसके चलते यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। काठमांडू को जोड़ने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। प्रशासन ने अगले तीन दिन के लिए सभी रास्तों को बंद कर दिया है।

बढ़ सकती है मृतकों की संख्या

एसएसपी पोखरेल के मुताबिक इस आपदा में मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। वर्तमान में नुकसान का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक हमारे पास केवल नुकसान और क्षति का प्रारंभिक विवरण है। प्रभावित इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों के तीनों स्तरों (जिसमें नेपाल सेना, सशस्त्र पुलिस बल और नेपाल पुलिस शामिल है) को तैनात किया गया है। आगे भी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की गई है। इस बीच सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। काठमांडू घाटी के बाढ़ के मैदानों से निवासियों को निकालने के लिए उन्हें तैनात किया गया है।

जलस्तर बढ़ने के खतरे के बीच नदियों के किनारे तलाशी अभियान जारी

सुरक्षा एजेंसियों ने शनिवार को घाटी से होकर गुजरने वाली सभी प्रमुख नदियों के किनारे बसी बस्तियों में तलाशी अभियान चलाया। एजेंसियों ने घर-घर में जाकर तलाशी ली, निवासियों को बाहर निकलने में मदद की और उनके सामान को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में मदद की। नेपाल के जल विज्ञान और मौसम विज्ञान विभाग ने बागमती, हनुमंते, मनोहरा, धोबी खोला, बिष्णुमती, नक्खू और बल्खू नदियों में जलस्तर बढ़ने की जानकारी दी है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि बाढ़ सड़क किनारे के इलाकों तक पहुंच सकती है और बस्तियों में घुस सकती है। निवासियों और वाहन चालकों से बाढ़ के खतरे के कारण नदी के किनारे यात्रा करने से बचने का आग्रह किया गया है।

सड़कें और एयरपोर्टस बंद, सैकड़ो वाहन फंसे

नेपाल में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश के चलते दर्जनों स्थानों पर भूस्खलन हुआ और नेशनल हाईवे ब्लॉक हो गए। इस कारण सैकड़ों वाहन रास्ते में फंसे हुए हैं। प्रशासन ने अगले तीन दिनों के लिए काठमांडू से बाहर जाने और काठमांडू आने पर प्रतिबंध लगा दिया है। बारिश के कारण देशभर के एयरपोर्ट्स को बंद कर दिया गया है। सभी आंतरिक उड़ानों पर अगले 2 दिन के लिए रोक लगा दी गई है। नेपाल सरकार ने भारी बारिश के कारण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रविवार और सोमवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। सरकार ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन और अस्पतालों को छोड़कर बाकी सभी विभागों में अवकाश का ऐलान किया है।
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