मुंबई पुलिस की Crime Branch ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए घाटकोपर में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है। यह कॉल सेंटर विदेशी नागरिकों खासकर अमेरिकी नागरिकों को फोन और ईमेल के जरिए झांसा देकर ठगी कर रहा था। पुलिस ने छापेमारी में एक विदेशी नागरिक समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया है।
कैसे काम करता था फर्जी कॉल सेंटर?
पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह गिरोह खुद को Greeksquad और Mac cafe support जैसी नामी कंपनियों का आधिकारिक सर्विस प्रोवाइडर बताता था। आरोपी विदेशी नागरिकों को ईमेल भेजकर बताते थे कि उनके कंप्यूटर या मोबाइल में वायरस आ गया है। इसके बाद उन्हें फर्जी हेल्पलाइन नंबर दिया जाता था। जब पीड़ित उस नंबर पर कॉल करता, तो आरोपी तकनीकी सहायता (Technical Support) देने के नाम पर उनसे 250 से 500 अमेरिकी डॉलर तक की रकम वसूलते थे।
मुंबई पुलिस द्वारा 15 लोगों की गिरफ्तारी, लैपटॉप और मोबाइल जब्त
15 सितंबर को मिली शिकायत के बाद पुलिस ने घाटकोपर के विलेज पार्क कॉम्प्लेक्स, जोगेश्वरी स्थित दफ्तर में छापा मारा। छापेमारी में 15 आरोपी, जिनमें एक विदेशी नागरिक भी शामिल है, पुलिस के हत्थे चढ़े। मौके से 10 लैपटॉप, 20 मोबाइल फोन, इंटरनेट डिवाइस और कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
कौन-कौन से केस दर्ज हुए?
Mumbai POlice Crime Branch ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, ठगी, और IT Act की धारा समेत कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। फिलहाल आरोपियों को अदालत में पेश किया गया है और आगे की जांच जारी है। मुंबई पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध ईमेल या कॉल पर भरोसा न करें। अगर कोई व्यक्ति Tech Support या Antivirus Update के नाम पर आपसे ऑनलाइन भुगतान की मांग करे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
साइबर क्रिमिनल को पकड़ने में कामयाब हुई मुंबई पुलिस
यह कार्रवाई बताती है कि मुंबई पुलिस साइबर अपराधियों (Cyber Criminals) पर लगातार शिकंजा कस रही है। फर्जी कॉल सेंटर के जरिए विदेशी नागरिकों से ठगी करने वाले इस गिरोह का पर्दाफाश करके पुलिस ने न केवल अपराधियों को पकड़ा है, बल्कि आम जनता को भी सावधान रहने का संदेश दिया है।
Long or Short, get news the way you like. No ads. No redirections. Download Newspin and Stay Alert, The CSR Journal Mobile app, for fast, crisp, clean updates!