app-store-logo
play-store-logo
October 16, 2025

डर के बावजूद दिखाया साहस,पास बैठे युवक ने ट्रेन में दर्द से तड़पती गर्भवती की करवाई डिलीवरी

The CSR Journal Magazine
मुंबई, 15 अक्टूबर 2025: गोरेगांव से एयरपोर्ट जा रही एक ट्रेन में रात करीब 12:40 बजे, गर्भवती महिला अचानक तेज दर्द से तड़प उठी। महिला की हालत गंभीर थी और ट्रेन में तुरंत कोई मेडिकल सुविधा उपलब्ध नहीं थी। इसी बीच पास बैठे युवक विकास दिलीप बेद्रे ने साहस और सूझबूझ दिखाते हुए वीडियो कॉल से डॉक्टर से मार्गदर्शन लेकर महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई।

ट्रेन में ही जन्म लिया बच्चा

घटना के समय महिला ट्रेन में अकेली नहीं थी, लेकिन उसके साथ कोई ऐसा नहीं था जो तुरंत उसकी मदद कर सके। दर्द इतना तेज था कि महिला सहम गई और हड़बड़ाहट में चिल्लाने लगी। पास में बैठे युवक, विकास दिलीप बेद्रे, ने तुरंत स्थिति को भांप लिया। उन्होंने देखा कि महिला की हालत गंभीर हो रही है और किसी भी क्षण डिलीवरी शुरू हो सकती है।विकास ने तुरंत ट्रेन की चेन खींचकर उसे राम मंदिर रेलवे स्टेशन पर रोकने की कोशिश की। स्टेशन पर पहुंचते ही उन्हें एहसास हुआ कि वहां कोई मेडिकल सुविधा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में उन्होंने अपने साहस और सूझबूझ का परिचय दिया।

तकनीक और मानवता का अद्भुत मिश्रण

विकास ने अपने फोन से डॉक्टर मित्र, डॉ. देविका देशमुख, को वीडियो कॉल पर जोड़ा। डॉ. देविका ने महिला की स्थिति का तुरंत आकलन किया और डिलीवरी के लिए आवश्यक निर्देश दिए। विकास ने डॉक्टर के कहे अनुसार महिला का सहारा दिया और सावधानीपूर्वक डिलीवरी करवाई।

लोगों की प्रतिक्रियाएं और तारीफ

यह खबर जब सोशल मीडिया पर वायरल हुई, तो लोगों ने विकास और डॉ. देविका की जमकर तारीफ की। कई यूजर्स ने उन्हें “नायक” और “साहसी इंसान” करार दिया। स्थानीय लोगों ने भी रेलवे कर्मचारियों और सुरक्षा व्यवस्था की तारीफ की, जिन्होंने समय रहते मदद पहुंचाई।
एक यात्री ने बताया, “ट्रेन में इतनी जल्दी और साहस से मदद करना आसान नहीं होता। विकास ने जो किया, वह वाकई सराहनीय है।डॉ. देविका ने भी कहा, “पहली बार इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा। फोन पर देखकर निर्देश देना आसान नहीं था, लेकिन विकास का साहस और धैर्य ही इस डिलीवरी को सफल बना सका। इससे साबित होता है कि मानवता और तकनीक का सही मेल किसी भी आपात स्थिति में जीवन बचा सकता है।

मानवता की मिसाल

इस घटना ने यह भी साबित किया कि अगर हम लोग एक-दूसरे की मदद के लिए तत्पर रहें, तो बड़ी आपात परिस्थितियों का समाधान संभव है। ट्रेन में डिलीवरी जैसी स्थिति न केवल नाजुक होती है, बल्कि असमय मेडिकल सुविधा न होने पर यह खतरनाक भी हो सकती है। ऐसे में विकास का साहस और डॉक्टर का मार्गदर्शन जीवन रक्षक साबित हुआ।

मीडिया और सोशल मीडिया में चर्चा

खबर सामने आने के बाद विभिन्न न्यूज पोर्टल्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोग इसे लेकर उत्साहित हैं। यूजर्स ने लिखा कि “ऐसे लोग ही समाज में उम्मीद की किरण हैं।कई ने सुझाव दिया कि रेलवे स्टेशनों और ट्रेन में आपातकालीन मेडिकल किट की व्यवस्था और बेहतर होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं में तुरंत मदद मिल सके।

महिला और नवजात की स्थिति

खुशकिस्मती से महिला और नवजात दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं। महिला ने भी इस साहसिक युवक और डॉक्टर की मदद को याद करते हुए कहा, “पहली बार इतना डर लगा, लेकिन विकास और डॉ. देविका ने मुझे संभाल कर नया जीवन दिया। मैं उनकी शुक्रगुजार हूं।
Long or Short, get news the way you like. No ads. No redirections. Download Newspin and Stay Alert, The CSR Journal Mobile app, for fast, crisp, clean updates!
App Store –  https://apps.apple.com/in/app/newspin/id6746449540 
Google Play Store – https://play.google.com/store/apps/details?id=com.inventifweb.newspin&pcampaignid=web_share

Latest News

Popular Videos