Navi Mumbai Airport ke baad kya band ho jayega Andheri ka Mumbai Airport: नवी मुंबई एयरपोर्ट के शुरू होने से मुंबई को मिलेगा नया ‘एविएशन हब’, लेकिन सवाल उठ रहा है क्या इससे अंधेरी स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (CSMIA) का महत्व घट जाएगा या वह बंद हो जाएगा? आइए समझते हैं पूरी तस्वीर। Will Mumbai Airport Close After Navi Mumbai Airport Launch Impact Analysis
नई उड़ान की शुरुआत, पर पुराने एयरपोर्ट की चिंता
नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NMIA) 2025 के अंत तक ऑपरेशनल होने की तैयारी में है। 35 साल की लंबी जद्दोजहद के बाद तैयार हो रहा यह एयरपोर्ट मुंबई के एयर ट्रैफिक को संभालने के लिए बनाया गया है। मुंबई का मौजूदा Chhatrapati Shivaji Maharaj International Airport (CSMIA) देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है, जहां रोज़ करीब 900 से ज्यादा फ्लाइट्स आती-जाती हैं। लेकिन क्षमता पूरी तरह भर चुकी है। यही वजह थी कि दूसरा एयरपोर्ट जरूरी हो गया।
क्या बंद होगा अंधेरी एयरपोर्ट? सरकार और एक्सपर्ट्स का जवाब
सरकार और एविएशन इंडस्ट्री के विशेषज्ञों के मुताबिक, नवी मुंबई एयरपोर्ट शुरू होने के बाद भी अंधेरी वाला CSMIA बंद नहीं होगा। बल्कि दोनों एयरपोर्ट Dual Airport System के तहत काम करेंगे। मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) की आबादी, बिजनेस ग्रोथ और बढ़ती ट्रैवल डिमांड को देखते हुए दोनों एयरपोर्ट्स को साथ चलाना जरूरी है। CSMIA पर फिलहाल घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स की भारी भीड़ रहती है। नवी मुंबई एयरपोर्ट शुरू होने के बाद कुछ फ्लाइट्स खासकर Low Cost Carriers और Cargo Flights को वहां शिफ्ट किया जाएगा। इससे अंधेरी एयरपोर्ट पर दबाव कम होगा और यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।
दोनों एयरपोर्ट्स कैसे करेंगे साथ काम?
नवी मुंबई एयरपोर्ट और अंधेरी एयरपोर्ट लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर हैं। दोनों को जोड़ने के लिए Mumbai Trans Harbour Link (MTHL), मेट्रो और एक्सप्रेस वे जैसी कनेक्टिविटी तैयार की जा रही है।
इससे यात्रियों को आसानी होगी कि वे अपनी जरूरत के हिसाब से किसी भी एयरपोर्ट का चुनाव कर सकें। एयरलाइंस भी अपनी रूट स्ट्रैटेजी के हिसाब से दोनों में ऑपरेट कर पाएंगी।
अर्थव्यवस्था और रोजगार पर प्रभाव
दोनों एयरपोर्ट्स के साथ काम करने से मुंबई और महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। Aviation Experts का मानना है कि करीब 2 लाख से ज्यादा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर बनेंगे। नवी मुंबई एयरपोर्ट का फोकस Cargo Handling, International Connectivity और Green Aviation Technology पर रहेगा। वहीं अंधेरी एयरपोर्ट Premium Domestic Hub के रूप में काम करता रहेगा।
स्थानीय स्तर पर क्या बदलेगा?
अंधेरी और सांताक्रूज़ जैसे इलाकों में अब रात की उड़ानों की संख्या घट सकती है ताकि वहां शोर प्रदूषण (Noise Pollution) नियंत्रित किया जा सके। वहीं नवी मुंबई और पनवेल क्षेत्र में नई सड़कों, होटलों, इंडस्ट्रियल पार्क और लॉजिस्टिक्स हब का तेजी से विकास होगा। Real Estate Experts के मुताबिक, नवी मुंबई एयरपोर्ट के आसपास के इलाकों खासकर उल्वे, खारघर और पनवेल की जमीनों की कीमतें पहले ही 3 से 4 गुना बढ़ चुकी हैं।
दोनों एयरपोर्ट्स एक दूसरे के पूरक होंगे
नवी मुंबई एयरपोर्ट बनने के बाद मुंबई का अंधेरी एयरपोर्ट बंद नहीं होगा, बल्कि दोनों एक-दूसरे के पूरक बनेंगे। एक ओर जहां नवी मुंबई एयरपोर्ट शहर की नई उड़ान और टेक्नोलॉजी का प्रतीक बनेगा, वहीं अंधेरी एयरपोर्ट अपनी विरासत और दक्षता के साथ यात्रियों को सेवा देता रहेगा। मुंबई अब दो पंखों के साथ उड़ने के लिए तैयार है एक पुराना, एक नया, लेकिन मंज़िल दोनों की एक ही “मुंबई की स्काईलाइन्स को और ऊंचा करना।”
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