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March 30, 2025

हाई सैलरी जॉब छोड़ ट्रे में उगाना शुरू किया Microgreens 

 Mohit Nijhawan: लोग अक्सर पैसे कमाने के लिए कारोबार शुरू करते हैं। लेकिन ऐसे लोग काफी कम होते हैं जो किसी को बीमारी से मारते देख जीवन बचाने के लिए कारोबार शुरू करते हैं, वह भी हाई सैलरी वाली जॉब छोड़कर! चंडीगढ़ के Mohit Nijhawan इन्ही लोगों में से एक हैं। उन्होंने लोगों को कैंसर से बचाने के लिए Microgreens के कारोबार की दुनिया में कदम रखा।

Mohit Nijhawan ने 90 लाख की नौकरी छोड़ी

 नौकरी छोड़कर कारोबार करना कभी आसान नहीं होता है। अगर नौकरी High Salary वाली है तो उसे छोड़ना कई बार काफी मुश्किल भरा फ़ैसला होता है। लेकिन आपके पास एक Unique आइडिया और मन में पूरा विश्वास हो, तो आप भी मोहित निझावन (Mohit Nijhawan) बन सकते हैं। मोहित ने अपनी हाई सैलरी वाली जॉब छोड़कर 21वीं सदी की सब्जियों का स्टार्टअप (Vegetable Startup) शुरू किया, जिन्हें Microgreens कहते हैं। इन्हें उगाने के लिए किसी खेत या जमीन की जरूरत नहीं होती, बल्कि इन्हें ट्रे में ही पानी की मदद से उगाया जाता है। ये स्वाद के साथ कई गुणों से भरपूर होती हैं। तभी तो Mohit के कारोबार का Revenue आज एक करोड़ रुपये से ज्यादा है।

क्या होते हैं Microgreens

Microgreens को 21वीं सदी की सब्जियां भी कहते हैं। इन्हें बिना किसी मिट्टी के सिर्फ पानी की मदद से ट्रे में उगाया जाता है। बीज के अंकुरित होने के कुछ दिनों बाद (7 से 10 दिनों के अंदर) पूरी तरह विकसित होने से पहले ही इन्हें जड़ समेत निकाल लिया जाता है। इनका इस्तेमाल Salad, Sandwiches या किसी दूसरे खाने में बिना पकाए किया जाता है। ये सामान्य हरी सब्जियों के मुकाबले 40 फीसदी ज्यादा पौष्टिक तत्वों से भरपूर होती हैं। इनके नियमित इस्तेमाल से Cancer जैसी बीमारी से काफी हद तक बचा जा सकता है।
Mohit यूं तो चंडीगढ़ के रहने वाले हैं, लेकिन वह Mumbai में एक फार्मा कंपनी में जॉब करते थे। अपनी जॉब के दौरान उन्होंने देखा कि जिन्हें एक बार हो जाता है, फिर महंगी दवा खाने के बाद भी ज्यादातर लोग ठीक नहीं हो पाते। उनके सामने एक बच्चे की Cancer से मौत ही गई थी। उन्होंने अपने भाई समेत कई करीबी रिश्तेदारों को Cancer की पीड़ा से पीड़ित देखा। कैंसर के इन मामलों ने Mohit को झकझोर कर रख दिया। उन्होंने पाया कि Cancer के ये मामले संक्रामक नहीं, बल्कि लाइफस्टाइल और खान-पान की समस्याओं के कारण थे। इसके बाद उन्होंने साल 2020 में अपनी जॉब छोड़ दी और Microgreens उगाने का निर्णय लिया। जिस समय उन्होंने नौकरी छोड़ी, उनका सालाना पैकेज 90 लाख रुपये था। Mohit ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर Micrigreens का कारोबार शुरू किया था। लेकिन उनके दोस्त ने उन्हें धोखा दिया और मोहित को काफी आर्थिक नुकसान हुआ। इसके बाद मोहित ने अकेले ही इस कारोबार को आगे बढ़ाया। उन्होंने घर की छत पर Microgreens उगाना शुरू किया। हालांकि उन्हें इसके लिए परिवार की नाराजगी भी सहनी पड़ी, क्योंकि मोहित के पैरेंट्स नहीं चाहते थे कि वह अच्छी खासी हाई सैलरी वाली नौकरी छोड़कर कारोबार की दुनिया में आएं।

Mohit का Microgreens StartUp

खाने की थाली को पौष्टिकता से भरने के लिए Tricity के Urban Farmer, Mohit Nijhawan ने ऐसा स्टार्टअप शुरू किया, जिसमें लोगों को खाने की मेज पर ही जड़ सहित मटर, गोभी, ब्रोकली, सरसों, व्हीटग्रास, मूली, सनफ्लावर, चुकंदर जैसी कई तरह की सब्जियां मिलेंगी। अब चाहे वह इन्हें पकाकर खाएं, या फिर इसे रायता, सब्जी, जूस, सलाद, सैंडविच और चटनी में कूटकर खाएं। स्वाद के साथ गुणों से भरपूर इन सब्जियों को ‘Microgreens’ कहा जाता है।
मोहित ने बताया कि वह पहले Allopathy दवाओं में रिसर्च का काम करते थे। उस दौरान उन्होंने देखा कि लोगों को कितनी महंगी दवाएं खाने के बाद भी Cancer जैसी बीमारियों से मुक्ति नहीं मिलती। इसलिए उन्होंने अपनी जॉब छोड़कर Microgreens उगाने का निर्णय लिया। वह बताते हैं कि एक ख़ास तरह से तैयार सूक्ष्म हरी सब्जियां (अंकुरित से थोड़ी बड़ी, लेकिन पूरी तरह विकसित नहीं) पूर्ण रूप से तैयार सब्जियों के मुकाबले 40 फीसदी ज्यादा पौष्टिक तत्व से भरपूर होती हैं। Mohit ने बताया कि Live Microgreens 21वीं सदी की सब्जियां हैं। इन्हें दूसरी सब्जियों की तरह पकाने की जरूरत नहीं है। पकाने से इनके गुण नष्ट हो जाएंगे। इन्हें Hydroponic, यानी पानी की ट्रे में उगाते हैं। इसके बाद यह ट्रे ही सीधे कस्टमर को भेज दी जाती है। इसे रायता, सब्जी, जूस, सलाद, सैंडविच व चटनी में मिलाकर खा सकते हैं।

21वीं सदी का Fast Food हैं Microgreens

Hydroponic तकनीक से तैयार सब्जियों को जड़ समेत घर भेजते हैं। ये होती हैं Microgreen सब्जियों का ‘Immunity Box’! माइक्रोग्रीन को किसी भी सब्जी, रायते, पेय पदार्थ या सलाद पर छिड़क कर इनका सेवन कर सकते हैं। Mohit ने इसे 21वीं सदी का नया खाद्य पदार्थ नाम दिया है। Mohit का दावा है कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाने में 80 फीसद कारगर होते हैं Microgreens, इसलिए जॉब छोड़कर इन्हें उगाने का निर्णय लिया। कोई भी अपने घर में ही नारियल के छिलके का इस्तेमाल कर इन्हें उगा सकता है। Mohit Nijhawan अभी Tricity में सर्विस दे रहे हैं। आगे एक एकड़ में बड़ा प्लांट लगाकर दूसरे शहरों को कवर करने की Planning है।

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