Microsoft ने इस साल 15 हजार से ज्यादा एंप्लॉयीज की छटनी की है। कंपनियों में छंटनी के बाद हालात कुछ समय के लिए सामान्य हो जाते हैं, लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है। हाल ही में छंटनी करने वाली Microsoft ने अब अपने बचे हुए कर्मचारियों को एक और बड़ा झटका दे दिया है। कंपनी ने ऐसा फैसला लिया है जो सीधे-सीधे उनकी नौकरी और वर्क कल्चर को प्रभावित कर सकता है। कर्मचारी जहां पहले से ही नौकरी जाने की डर में है, वहीं अब इस नए फरमान ने उनकी चिंता और परेशानी बढ़ा दी है। Microsoft ने आधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया है कि कंपनी अब अपनी पूरी तरह से वर्क फ्रॉम होम (WFH) पॉलिसी को खत्म कर रही है।
Microsoft ने खत्म किया WFH कल्चर
Microsoft ने मंगलवार को घोषणा की कि अगले साल से उसके कर्मचारियों को सप्ताह में तीन दिन ऑफिस में काम करना अनिवार्य होगा। यह नई नीति कंपनी के मुख्यालय Redmond Washington से शुरू होकर क्रमशः अन्य अमेरिकी और अंतरराष्ट्रीय कार्यालयों में लागू होगी। इस नीति के दायरे में अंतरराष्ट्रीय कर्मचारी भी शामिल होंगे। कंपनी की चीफ पीपल ऑफिसर एमी कोलमैन ने अपनी पोस्ट में बताया कि नीति को तीन चरणों में लागू किया जाएगा। पहले चरण में मुख्यालय के आस-पास रहने वाले कर्मचारियों को शामिल किया जाएगा। इसके बाद अन्य अमेरिकी कार्यालय और अंततः अंतरराष्ट्रीय कर्मचारी इस नीति के तहत आएंगे।
कर्मचारियों को ऑफिस लौटने के निर्देश
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— Yogi Liman (@yogiliman) September 10, 2025
Microsoft ने पहली बार 2020 के अंत में एक लचीली कार्य नीति पेश की, जब कर्मचारी महामारी के कारण बंद पड़े दफ्तरों से वापस लौटे। इस नीति के तहत आधिकारिक रूप से कर्मचारियों को कम से कम आधा समय बिना किसी विशेष अनुमति के घर से काम करने की इजाजत दी गई थी। हालांकि व्यवहार में यह और भी लचीली रही, क्योंकि अधिकांश कर्मचारी ज्यादातर समय घर से ही काम करते रहे। Covid 19 महामारी के दौरान सुरक्षा कारणों से कई कंपनियों ने Work-From-Home को अपनाया था। हालांकि, Amazon जैसी अन्य बड़ी टेक कंपनियां अब इस नीति को वापस ले रही हैं और कर्मचारियों को ऑफिस लौटने के लिए कह रही हैं।
पोस्ट में कहा गया कि रेडमंड मुख्यालय के 50 मील के भीतर रहने वाले कर्मचारियों को फरवरी 2026 तक सप्ताह में तीन दिन ऑफिस में काम करना होगा। अन्य अमेरिकी कार्यालयों के लिए समयसीमा और विवरण जल्द घोषित किए जाएंगे, जबकि अमेरिका के बाहर के कर्मचारियों के लिए योजना अगले साल शुरू होगी।
Microsoft की बैठक में हुआ फैसला
हाल ही में एक आंतरिक बैठक में Microsoft के Cloud+AI समूह के कार्यकारी उपाध्यक्ष, स्कॉट गुथरी ने कर्मचारियों को सूचित किया कि कंपनी अपनी लचीली कार्य नीति को समाप्त करने का कोई इरादा नहीं रखती है, जब तक कि उत्पादकता के स्तर में गिरावट न आने लगे। बैठक में शामिल दो कर्मचारियों ने बताया कि गुथरी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि Microsoft का Hybrid मॉडल लागू रहेगा, जिससे कर्मचारियों को अपने कार्य समय के कम से कम आधे समय के लिए घर से काम करने का विकल्प मिलेगा। “आपमें से कुछ के लिए यह कोई बदलाव नहीं है। लेकिन दूसरों के लिए यह एक बड़ा समायोजन हो सकता है, और यही कारण है कि हम आपको सोच-समझकर योजना बनाने के लिए समय दे रहे हैं।” कोलमैन ने ब्लॉग में कहा।
Hybrid क्यों चुना Microsoft ने
लचीले कार्य मॉडल के प्रति Microsoft की प्रतिबद्धता इस विश्वास पर आधारित है कि हाइब्रिड कार्य कर्मचारी संतुष्टि और उत्पादकता दोनों को बढ़ा सकता है। माइक्रोसॉफ्ट के वरिष्ठ निदेशक कीथ बॉयड ने अगस्त में एक पोस्ट में इस बात पर ज़ोर दिया था कि अगर हाइब्रिड कार्य को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जाए, तो कर्मचारी दूर से काम करते हुए भी अधिक व्यस्त, उत्पादक और जुड़े रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कठोर कार्यालय वापसी नीतियों वाली कंपनियों को अधिक लचीले कार्य विकल्प प्रदान करने वाली प्रतिस्पर्धियों के हाथों कर्मचारियों को खोने का जोखिम होता है।
हाइब्रिड वर्क मॉडल की दिशा में हो रहे बदलाव
विश्लेषकों का कहना है कि Microsoft की यह नई नीति टेक उद्योग में हाइब्रिड वर्क मॉडल की दिशा में हो रहे बदलाव का संकेत है और कर्मचारियों के लिए ऑफिस में वापसी को बढ़ावा देगी। कुछ अन्य कंपनियों कंपनीज़, जिन्होंने Microsoft की तरह इस Hybrid ट्रेंड को अपनाया, वो हैं Meta, JP Morgan, Wipro, Flipkart, और Google!
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