महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (म्हाडा) को फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में कुल ₹11,334 करोड़ की वास्तविक प्राप्तियां (Actual Receipts) हुई हैं। यह आंकड़ा पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 के ₹8,113.88 करोड़ की तुलना में ₹3,220.63 करोड़ अधिक है, जो 40 फीसदी की वृद्धि को दर्शाता है।
राजस्व और पूंजीगत प्राप्तियों में जबरदस्त इजाफा
म्हाडा से मिली जानकारी के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान कुल प्राप्त ₹11,334.51 करोड़ में से ₹5,000 करोड़ राजस्व प्राप्तियों (Revenue Receipts) के अंतर्गत आए हैं। इसमें एफएसआई (FSI) प्रीमियम, निवेशों पर ब्याज, भवन अनुमति शुल्क, किराया और सेवा शुल्क से हुई आय शामिल है। वहीं, पूंजीगत प्राप्तियों (Capital Receipts) के रूप में म्हाडा को ₹1,700 करोड़ की आमदनी हुई है। यह राशि मुख्यतः विभिन्न मंडलों द्वारा लॉटरी के जरिए घरों की बिक्री और बिना बिके वाणिज्यिक इकाइयों को बेचने की विशेष योजनाओं से प्राप्त हुई है।
झोपड़पट्टी सुधार मंडल को मिले ₹2,200 करोड़
मुंबई झोपडपट्टी सुधार मंडल (Slum Improvement Board) को जिला नियोजन कार्यालय (District Planning Office) से ₹2,200 करोड़ की राशि प्राप्त हुई है, जो मुंबई की झोपड़पट्टियों में बुनियादी ढांचे और पुनर्विकास योजनाओं को गति देने के लिए उपयोग की जाएगी। म्हाडा ने राज्य सरकार से कुल ₹3,400 करोड़ की सहायता मांगी थी, जिसमें ₹2,350 करोड़ विभिन्न योजनाओं के लिए वित्तीय सहायता और ₹1,050 करोड़ पूर्व में सरकार को दिए गए ऋण की पुनर्भुगतान के लिए थे। सरकार ने इनमें से म्हाडा को ₹1,758.60 करोड़ की वित्तीय सहायता प्रदान की है।
सरकार से मांगी थी ₹3,400 करोड़ की मदद, ₹1,758.60 करोड़ ही मिले
म्हाडा की इस वित्तीय प्रगति से साफ है कि वह अब आत्मनिर्भरता की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ा रही है। एफएसआई प्रीमियम और घरों की बिक्री जैसे स्रोतों से बढ़ती आय से साफ संकेत मिलते हैं कि म्हाडा अब अपने पुनर्विकास और आवासीय योजनाओं को और बेहतर तरीके से लागू कर पाएगी। झोपड़पट्टी सुधार मंडल को मिली बड़ी राशि से उम्मीद है कि मुंबई की झोपड़पट्टियों में रह रहे लाखों लोगों को बेहतर जीवन सुविधा उपलब्ध होगी।