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June 18, 2025

MHADA Affordable Housing for Film Industry: फिल्म इंडस्ट्री के अनदेखे नायकों के लिए आशियाने की पहल करेगी म्हाडा

MHADA Affordable Housing for Film Industry: हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री और पद्मश्री सम्मानित आशा पारेख ने म्हाडा (MHADA) के उपाध्यक्ष एवं सीईओ संजीव जायसवाल से मुलाकात कर फिल्म इंडस्ट्री के अनदेखे नायकों यानी टेक्नीशियनों को सस्ता घर उपलब्ध कराने की एक सराहनीय योजना पर चर्चा की। गौरतलब है कि फिल्म इंडस्ट्री की चमक के पीछे कई ऐसे मेहनती तकनीशियन हैं जैसे कैमरामैन, स्पॉट बॉय, मेकअप आर्टिस्ट, सेट डिजाइनर आदि होते हैं जिन्हें अक्सर आर्थिक तंगी में जीवन बिताना पड़ता है। इन्हीं कर्मयोगियों के लिए एक स्थायी छत की व्यवस्था अब म्हाडा करने वाली है। MHADA CEO and VP, IAS Sanjeev Jaiswal ने इस सामाजिक पहल की सराहना की और इसे मूर्त रूप देने के लिए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। MHADA Mumbai Lottery News

MHADA Affordable Housing for Film Industry: फिल्म इंडस्ट्री के कर्मयोगियों के लिए म्हाडा देगी घर

The CSR Journal से ख़ास बातचीत में उन्होंने कहा कि, “यह एक प्रेरणादायक योजना है। फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाले तकनीकी लोगों की मेहनत को अक्सर नजरअंदाज किया जाता है। यदि हम उन्हें एक सुरक्षित और सस्ते घर का सपना पूरा करने में मदद कर सकते हैं, तो यह सच्चे अर्थों में सेवा कार्य होगा। म्हाडा कोंकण और पुणे मंडल में बनाये गए First Come First Serve (FCFS) सिस्टम के तहत इन टेक्नीशियनों को सस्ता घर उपलब्ध कराने के लिए सकारात्मक है।” हम आपको बता दें कि ये घर पुणे और मुंबई से सटे वसई विरार में मौजूद है और पहले आओ पहले पाओ सिस्टम के तहत म्हाडा इन्हे घर देगी। खास बात यह है कि आशा पारेख एक सामाजिक संस्था चलती है और ये संस्था म्हाडा की इन घरों की लागत का एक हिस्सा स्वयं वहन करेगी, जिससे यह मकान और अधिक किफायती होंगे। Actress Asha Parekh News

म्हाडा की ये पहल हाउसिंग सेक्टर के संवेदनशील विकास का बनेगा मॉडल, MHADA Mumbai Lottery News

यह योजना न केवल फिल्म सिटी के तकनीशियनों के जीवन में स्थिरता लाएगी, बल्कि पूरे महाराष्ट्र में श्रमिकों और निम्न आय वर्ग के लिए किफायती आवास की दिशा में एक मिसाल भी पेश करेगी। MHADA और आशा पारेख जैसे प्रतिष्ठित सामाजिक चेहरे के साथ आने से यह उम्मीद की जा रही है कि सरकार, निजी संस्थाएं और सामाजिक संगठन मिलकर शहर में हाउसिंग संकट को दूर करने के प्रयासों को और मजबूत करेंगे। आईएएस संजीव जायसवाल और आशा पारेख की यह पहल ये दर्शाती है कि सिनेमा की दुनिया में नायक सिर्फ परदे पर ही नहीं, समाज सेवा के क्षेत्र में भी होते हैं। उनके इस सामाजिक योगदान से न केवल फिल्म सिटी के कर्मियों का जीवन बदलेगा, बल्कि यह मुंबई जैसे महानगर के लिए एक मानवीय और संवेदनशील विकास मॉडल भी बनेगा। MHADA Affordable Housing for Film Industry

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