अलास्का के दक्षिणी तट पर बुधवा र 17 जुलाई को 7.3 तीव्रता का ए क शक्तिशाली भूकंप आया। इसके बा द नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक ए डमिनिस्ट्रेशन (NOAA) ने वहां सु नामी की चेतावनी जारी कर दी और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। हालांकि बाद में सुनामी की चेतावनी को रद्द कर दिया गया।
अलास्का में भूकंप से डोली धरती
अलास्का के दक्षिणी तट पर बुधवार 17 जुलाई को तड़के 7.3 की तीव्रता के साथ बड़ा भयंकर भूकंप आया जिसके बाद पूरे इलाके में हलचल मच गई। स्थानीय समयानुसार दोपहर 12.30 बजे ज़मीन हिलने लगी और कुछ ही देर में सायरन गूंजने लगे जो संकेत था एक संभावित सूनामी का! नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) द्वारा सुनामी की चेतावनी जारी की गई। भूकंप इतना तेज था कि धरती डोलने लगी, लोग डरकर अपने घरों से निकलकर बाहर की ओर भागने लगे। यह भीषण भूकंप 36 किलोमीटर की उथली गहराई पर आया था, जिससे इसके बाद के झटकों का खतरा बना हुआ है। अलास्का भूकंप एजेंसी के मुताबिक यहां एक सप्ताह में, लगभग 400 भूकंप दर्ज किए गए। सबसे बड़ा भूकंप 16 जुलाई को अटका के पास 5.1 तीव्रता का था।
मिशिगन टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के अनुसार, 7.0 से 7.9 तीव्रता वाला भूकंप नुकसान पहुंचाने में सक्षम माना जाता है। अलास्का में हर साल लगभग 10–15 ऐसे भूकंप दर्ज किए जाते हैं।
भूकंप के बाद सुनामी का खतरा
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक भूकंप का केंद्र पॉपॉफ द्वीप के पास सैंड पॉइंट से 87 किलोमीटर दक्षिण में, 20 किलोमीटर की गहराई पर था। ये क्षेत्र एंकोरेज से 965 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। सुनामी की चेतावनी कोडिएक, सैंड पॉइंट और होमर के तटीय इलाकों के लिए दी गई थी, जहां सायरन बजाए गए और लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने को कहा गया। भूकंप के तुरंत बाद नेशनल सूनामी वॉर्निंग सेंटर (NTWC) ने पुष्टि की कि एक सूनामी उत्पन्न हो चुकी है और उसका कुछ प्रभाव निश्चित रूप से देखने को मिलेगा। हालांकि सुनामी की चेतावनी को बाद में वापिस ले लिया गया। चेतावनी उन इलाकों के लिए जारी की गई जो भौगोलिक रूप से समुद्र से सटे हुए हैं। केनेडी एंट्रेंस से लेकर युनीमक पास तक का समूचा तटीय क्षेत्र हाई अलर्ट पर है।
अलास्का पर मंडरा रहा खतरा
अलास्का में आए भूकंप के बाद करीब 7.5 लाख लोगों पर सुनामी का भी खतरा मंडरा रहा है। भूकंप की वजह से कितना नुकसान हुआ है, इसको लेकर पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है। अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने और स्थानीय निर्देशों का पालन करने की अपील की है। सैंड पॉइंट, कोडिएक और अन्य तटीय क्षेत्रों में लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। पैसिफिक टेक्टोनिक प्लेट और नॉर्दर्न अमेरिकन प्लेट की सीमा पर स्थित होने के कारण, अल्यूशियन द्वीप समूह भूकंप के लिए एक हॉटस्पॉट के रूप में जाने जाते हैं। वर्ष 1900 के बाद से इस क्षेत्र में 8.0 तीव्रता के कई भूकंप आ चुके हैं। Aleutian Trench समूह 14 मुख्य, बड़े ज्वालामुखी द्वीपों और 55 छोटे द्वीपों की एक श्रृंखला है। अधिकांश अल्यूशियन द्वीप समूह अमेरिकी राज्य अलास्का के अंतर्गत आते हैं।
पिछले साल जुलाई 2023 में भी अलास्का प्रायद्वीप पर 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था, लेकिन उसमें कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था। इस बार स्थिति थोड़ी अलग है। सूनामी की पुष्टि हो चुकी है और प्रभावित क्षेत्र अधिक संवेदनशील माने जा रहे हैं। अधिकारियों ने तटीय बस्तियों को सतर्क रहने की सलाह दी है, वहीं राहत एवं बचाव टीमों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।
अलास्का के लोगों को याद आया 1964 का भयावह दिन
अलास्का की जनता के ज़ेहन में 1964 की भयावह यादें फिर से ताज़ा हो गई हैं, जब 9.2 तीव्रता का भूकंप आया था। उसके बाद की सूनामी ने अमेरिका के पश्चिमी तट, अलास्का की खाड़ी और हवाई को तहस-नहस कर दिया था। उस त्रासदी में 250 से अधिक जानें गई थीं। यह भूचाल उन्हीं भू-आकृतिक दरारों का हिस्सा है जो इस क्षेत्र को “Pacific Ring Of Fire” का अभिन्न हिस्सा बनाती है। 1964 के भूकंप के बाद, एक सुनामी आई जिसने एंकोरेज शहर को भारी नुकसान पहुंचाया और 250 से अधिक लोगों की जान ले ली। हाल के वर्षों में भी अलास्का में बड़े भूकंप आते रहे हैं, जिनमें 2023 में 7.2 तीव्रता का भूकंप भी शामिल है।
अलास्का में भूकंपों का इतिहास:
1964 9.2 तीव्रता का भूकंप, उत्तरी अमेरिका का सबसे बड़ा भूकंप, एंकोरेज को तबाह कर दिया और एक सुनामी पैदा की।
1938 से अलास्का में पांच बड़ी अंडरथ्रस्टिंग घटनाएं घटित हो चुकी हैं।
2023 में 7.2 तीव्रता का भूकंप।
अलास्का में भूकंप क्यों आते हैं
दक्षिण-पूर्वी तट से लेकर अलास्का पर्वतमाला की ऊंचाइयों और अल्यूशियन पर्वतमाला के ज्वालामुखी द्वीपों तक, भूकंप ऐसे भूदृश्यों का निर्माण करते हैं जो अलास्का की नदियों, ग्लेशियरों और यहां तक कि जलवायु क्षेत्रों को भी गति प्रदान करते हैं। इनमें से अधिकांश भूकंप, या लगभग सभी बड़े भूकंप टेक्टोनिक प्लेटों की गति के कारण होते हैं। प्रशांत महासागर के नीचे का भूभाग उन कुछ टेक्टोनिक प्लेटों में से एक है जो पृथ्वी की सतह बनाती हैं। हर साल, प्रशांत प्लेट अलास्का की ओर कुछ इंच खिसकती है, जिसे आमतौर पर उत्तरी अमेरिकी प्लेट का हिस्सा माना जाता है। जहां ये दोनों प्लेटें मिलती हैं, वहां प्रशांत महासागर की घनी समुद्री चट्टानें अलास्का की अधिक उत्प्लावनशील महाद्वीपीय चट्टानों के नीचे धंस जाती हैं। इस प्रक्रिया को Subduction कहते हैं।
प्रशांत प्लेट के 200 किलोमीटर या उससे अधिक नीचे उतरने के बाद, Subduction ज़ोन में भूकंप आते हैं। अलास्का के सबसे बड़े भूकंप, जिनकी तीव्रता 8 या 9 से भी अधिक होती है, मुख्यतः सबडक्शन ज़ोन के उथले हिस्से में आते हैं, जहां प्रशांत प्लेट की परत ऊपर की परत से चिपकी और खिसकती है।
इस प्रकार के उदाहरणों में 1964 का 9.2 तीव्रता का गुड फ्राइडे भूकंप, और 1965 का 8.7 तीव्रता का रैट आइलैंड भूकंप शामिल हैं, जो दुनिया भर में अब तक दर्ज किए गए दूसरे और आठवें सबसे बड़े भूकंप थे।
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