₹23,800 करोड़ निवेश, ऊर्जा क्षेत्र में महाराष्ट्र की सबसे बड़ी छलांग
Pumped Storage Hydroelectric Projects में महाराष्ट्र ने एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में राज्य के जल संसाधन विभाग और देश की दूसरी बड़ी बिजली निर्माता कंपनी महाजेनको (Maharashtra State Power Generation Company Limited) के बीच पम्प्ड स्टोरेज हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट्स को लेकर महत्वपूर्ण एमओयू (MoU) साइन हुए। ये प्रोजेक्ट्स महाराष्ट्र को आने वाले वर्षों में देश का सबसे बड़ा Pumped Storage Hub बनाने की दिशा में निर्णायक साबित होंगे।
कितनी क्षमता? कितना निवेश? कितना रोजगार?
महाजेनको के सीएमडी राधाकृष्णन बी. आईएएस (Mahagenco CMD Radhakrishnan B., IAS) ने दी सीएसआर जर्नल से ख़ास बातचीत में बताया कि इन एमओयू के जरिए कुल 5800 मेगावॉट की पम्प्ड स्टोरेज क्षमता विकसित होगी। इसके लिए कंपनियां राज्य में लगभग ₹23,800 करोड़ का निवेश करेंगी। इतना ही नहीं, इन प्रोजेक्ट्स से 11,500 से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इससे महाराष्ट्र जल्द ही Clean Energy, Renewable Storage, और Hydro Power Technology का मजबूत केंद्र बनकर उभरने वाला है। इससे ग्रिड की भी क्षमता बढ़ेगी।
Maharashtra Pumped Storage Hub: क्या है पम्प्ड स्टोरेज?
ऊर्जा की सरल भाषा में जब बिजली की मांग कम होती है, तब पानी को ऊंचाई पर स्टोर किया जाता है। और जब जरूरत बढ़ती है, तो उसी पानी को नीचे छोड़कर टरबाइन चलाकर बिजली बनाई जाती है।
यानी यह Giant Power Bank जैसा काम करता है। पर्यावरण के अनुकूल, सुरक्षित और लगातार उपलब्ध बिजली।
सीएम फडणवीस का विजन: महाराष्ट्र को बनाना ‘Green Power State’
एमओयू साइनिंग कार्यक्रम में सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आने वाले समय में ऊर्जा की जरूरतों को सुरक्षित रखने के लिए पम्प्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट्स सबसे बेहतर विकल्प हैं। यह टेक्नोलॉजी महाराष्ट्र को Energy Security, Green Power और 24×7 Uninterrupted Electricity देने में मदद करेगी। यही कारण है कि सरकार ने इन प्रोजेक्ट्स की मंजूरी को प्राथमिकता दी है।
किसे मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा?
उद्योगों को मिलेगी स्थिर और सस्ती बिजली, किसानों को मिलेगा बेहतर बिजली प्रबंधन, आम उपभोक्ताओं को राहत, युवाओं को रोजगार और पर्यावरण को मिलेगा स्वच्छ ऊर्जा का बड़ा स्रोत
महाराष्ट्र की बड़ी छलांग
इतना बड़ा निवेश, इतनी बड़ी क्षमता और इतने रोजगार ये साफ दिखाता है कि महाराष्ट्र तेजी से ऊर्जा नवाचार (Energy Innovation) की राजधानी बन रहा है। सरकार का दावा है कि पम्प्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट्स शुरू होने के बाद महाराष्ट्र ग्रीन पावर, रिन्यूएबल एनर्जी स्टोरेज और हाइड्रोइलेक्ट्रिक डेवलपमेंट के मामले में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो जाएगा।
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