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October 2, 2025

महाराष्ट्र सरकार का बड़ा ऐलान-मुंबई में रातभर खुले रहेंगे मॉल्स-मार्केट्स, पर नहीं मिलेगी शराब 

The CSR Journal Magazine
मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के व्यापारियों और ग्राहकों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। अब राज्य में सभी दुकानें, मॉल्स और प्रतिष्ठान पूरी रात खुले रह सकेंगे। इससे लोगों को देर रात भी खरीदारी करने की सुविधा मिलेगी और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। हालांकि, सरकार ने साफ किया है कि इस नियम का लाभ शराब की दुकानों को नहीं मिलेगा। शराब की बिक्री के समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह पहले की तरह ही तय समय तक सीमित रहेगा।

अब रातभर जमकर होगी मुंबई में शॉपिंग

महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को आधिकारिक तौर पर सभी दुकानों और प्रतिष्ठानों को दिन में 24 घंटे काम करने की अनुमति दी, शराब परोसने या बेचने वालों को छोड़कर! जी हां, अब महाराष्ट्र में दुकानें, बाजार और मॉल, जिसमें सिनेमा हॉल भी शामिल हैं, 24 घंटे खुले रह सकते हैं। यह महाराष्ट्र दुकानों और प्रतिष्ठानों (रोजगार और सेवा शर्तों का विनियमन) अधिनियम, 2017 के हालिया संशोधन के कारण संभव हुआ है, जिससे बार और शराब की दुकानों को बाहर रखा गया है। उद्योग, ऊर्जा, श्रम और खनन विभाग ने निर्णय के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए एक परिपत्र जारी किया। यह कदम कई शिकायतों के बाद आया है कि स्थानीय अधिकारी और पुलिस क़ानून में प्रावधानों के बावजूद व्यवसायों को 24/7 काम करने से रोक रही थी।

जगमगाएगी मुंबई की नाईट लाइफ

सरकार का मानना है कि इस फैसले से शहरों की नाइट लाइफ को मजबूती मिलेगी, रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे और पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा। वहीं, व्यापारी वर्ग ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। ग्राहकों का कहना है कि अब उन्हें देर रात जरूरी सामान खरीदने में आसानी होगी, खासकर उन लोगों को जो देर तक काम करते हैं। सरकार के इस कदम से रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे, वहीं राज्य की अर्थव्यवस्था को गति भी मिलेगी।

विपक्ष का पक्षपात का आरोप

विपक्षी दलों ने इस फैसले पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस और राकांपा (शरद पवार गुट) के नेताओं ने आरोप लगाया है कि सरकार केवल बड़े कॉरपोरेट्स और मॉल मालिकों को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रही है। उनका कहना है कि छोटे व्यापारी और फुटपाथ पर काम करने वाले इससे प्रतिस्पर्धा में पिछड़ जाएंगे। साथ ही, देर रात बाजार खुले रहने से महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई गई है।

सामाजिक संगठनों की आपत्ति

कुछ सामाजिक संगठनों और नागरिक समूहों ने भी इसका विरोध किया है। उनका कहना है कि लगातार रातभर दुकानों के खुले रहने से कर्मचारियों का शोषण बढ़ेगा और स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ेगा। वहीं, कुछ संगठनों ने यह भी आशंका जताई है कि शराब पर रोक के बावजूद देर रात भीड़भाड़ से कानून-व्यवस्था पर दबाव बढ़ेगा। इस कदम से महिलाओं की सुरक्षा पर भी असर पड़ेगा। रात भर बाज़ार-मॉल खुले रहने से ट्रैफिक विभाग और सफ़ाई कर्मियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है, वहीं रात के वक़्त क़ानून व्यवस्था बनाए रखना भी एक बड़ी चुनौती साबित होगा।

व्यापारी संघ का समर्थन

दूसरी ओर, व्यापारी संघ और मॉल मालिकों ने इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे महाराष्ट्र ‘24×7 बिजनेस डेस्टिनेशन’ बन सकेगा और छोटे व्यवसायियों को भी देर रात काम करने का विकल्प मिलेगा। कुल मिलाकर, सरकार के इस फैसले ने जहां व्यापार और पर्यटन को नई संभावनाओं के दरवाजे खोले हैं, वहीं सुरक्षा, कर्मचारियों के हित और सामाजिक असर को लेकर बहस भी तेज हो गई है। यानी यह फैसला महाराष्ट्र को 24×7 बिजनेस डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में बड़ा कदम है, लेकिन इसके सुचारु क्रियान्वयन के लिए प्रशासन और समाज दोनों को मिलकर जिम्मेदारी निभानी होगी।

पुलिस और प्रशासन ने शुरू की तैयारी

मुंबई पुलिस और अन्य शहरों के प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के लिए अतिरिक्त तैयारी शुरू कर दी है।
भीड़भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त पेट्रोलिंग की जाएगी।
रात में सक्रिय बाजारों और मॉल्स के आसपास सीसीटीवी कैमरों की निगरानी बढ़ाई जाएगी।महिला सुरक्षा के लिए विशेष गश्ती दल और हेल्पलाइन नंबरों को सक्रिय रखने का निर्णय लिया गया है। नगर निगमों को निर्देश दिए गए हैं कि सफाई और ट्रैफिक प्रबंधन की व्यवस्था भी रातभर जारी रहे।साफ है कि महाराष्ट्र सरकार का यह कदम जहां व्यापार और पर्यटन को नई दिशा देगा, वहीं इसके सामाजिक और सुरक्षा संबंधी पहलुओं पर लगातार निगरानी और संतुलन बनाए रखना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।

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