अपनी संवेदनशीलता के लिए मशहूर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मानवता एक बार फिर से देखने को मिली है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Maharashtra CM Eknath Shinde) ने 9 साल के एक बच्चे के इलाज के लिए मदद के हाथ बढ़ाएं हैं। दरअसल गणेश माली जन्म से ही दिव्यांग है और उसके दोनों हाथ नहीं है। लेकिन मासूम गणेश का जज्बा ऐसा है कि वो हर काम बड़ी सहजता से कर लेता है। गणेश अपने ऊपर दिव्यांगता कभी हावी नहीं होने देता। यही कारण है कि गणेश के इस जिद्द और जज्बे को देखते हुए सीएम ने ना सिर्फ हर संभव मदद का आश्वासन दिया बल्कि अधिकारीयों को कृत्रिम हाथ लगाने को भी कहा।
सीएम एकनाथ शिंदे की पहल, गणेश को जल्द लगाया जायेगा कृत्रिम हाथ
नंदुरबार जिले का रहने वाला गणेश माली सिर्फ नौ साल का है और तीसरी कक्षा में पढता है। गणेश की छोटी सी उम्र में भी उनकी विकलांगता ने उनकी शिक्षा और खेल के प्रति उनकी रुचि को कम नहीं होने दिया। गणेश ने जब अपने पिता के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की तो उसने सीएम के सामने अपने पैर से अपना पूरा नाम लिखा। जब सीएम ने गणेश से पूछा कि बड़े होकर क्या बनना चाहते हो तो गणेश ने बताया कि वह सेना में शामिल होकर देश सेवा करना चाहता हूं।
सीएम एकनाथ शिंदे ने तुरंत दिया इलाज के लिए 5 लाख का चेक
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले गणेश के पिता उसे मंत्रालय में मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष के प्रमुख मंगेश चिवटे (Mangesh Chivte) के पास लेकर आए और गुहार लगाई कि उसकी मदद की जाए क्योंकि वह विकलांग है। लेकिन गणेश की बीमारी मुख्यमंत्री सहायता कोष में फिट नहीं होने पर मंगेश चिवटे ने राज्य के संवेदनशील मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और सांसद डॉ श्रीकांत शिंदे (MP Dr. Shrikant Shinde) से मुलाकात कराई। सीएम ने तुरंत गणेश की मदद करते हुए 5 लाख रुपये का चेक उसके पिता को सौंपा।