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March 9, 2025

Maharashtra Assembly में फिर उठा ‘मराठी’ मुद्दा ,भैयाजी के बयान पर मचा बवाल !

भैया जी जोशी के बयान पर Maharashtra Assembly में हंगामा, CM Devendra Fadnavis बोले- मराठी महाराष्ट्र की भाषा। Maharashtra Assembly में फिर एक बार मराठी भाषा का मुद्दा उठा। RSS संघ के सरकार्यवाहक रहे भैया जी जोशी के बयान पर हंगामा मच गया। बाद में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को इस मामले में सरकार का रुख स्पष्ट करना पड़ा। मगर मुख्यमंत्री के बयान के बाद सदन में शिवसेना (UBT) और भाजपा विधायकों के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।

CM ने कहा-मराठी सीखना हर मुंबईकर का कर्तव्य

 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरकार्यवाहक रहे भैया जी जोशी के बयान पर Maharashtra Assembly में जमकर हंगामा मचा। बवाल अधिक बढ़ने पर 5 मिनट तक सदन को स्थगित करना पड़ा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी बयान पर अपना रुख स्पष्ट किया। विधानसभा में सीएम देवेंद्र फडणवीस ने जोर देकर कहा कि मुंबई, महाराष्ट्र और राज्य सरकार की भाषा मराठी है। यहां रहने वाले लोगों को इसे सीखना चाहिए। मराठी राज्य की संस्कृति और पहचान का हिस्सा है। इसे सीखना हर मुंबईकर का कर्तव्य है। CM Devendra Fadnavis के बयान के बाद महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा और शिवसेना (UBT) नेताओं के बीच तीखी बहस हुई। मामला अधिक बढ़ने पर विधानसभा की कार्यवाही को पांच मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा।

क्या कहा था भैया जी जोशी ने

मुंबई में बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान भैया जी जोशी ने कहा था कि मुंबई की कोई भाषा नहीं है, क्यूंकि मुंबई में हर भाषा, प्रांत के लोग रहते है। इसलिए मुंबई में रहने वाले हर किसी को मराठी जानना जरूरी नहीं है। हालांकि बाद में उन्होंने स्पष्टीकरण दिया की उनकी बात को तोड़ मरोड़कर मुद्दा बनाया जा रहा है। इसके बाद विपक्ष ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया और सरकार से अपना रुख स्पष्ट करने की मांग की।

CM Fadnavis-भाषा नीति से कोई समझौता नहीं

शिवसेना (UBT) विधायक भास्कर जाधव ने गुरुवार को विधानसभा में इस मुद्दे पर राज्य सरकार का रुख जानना चाहा। जवाब में CM Fadnavis ने कहा कि सरकार की स्थिति स्पष्ट है। मुंबई और महाराष्ट्र की प्राथमिक भाषा मराठी है। हर नागरिक को इसे सीखना चाहिए। सीएम ने कहा कि राज्य की भाषा नीति से कोई समझौता नहीं किया। सीएम फडणवीस ने आगे कहा कि मराठी को महाराष्ट्र में सम्मान और संरक्षण दिया जाएगा। यह भाषा महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न अंग है। उन्होंने सभी नागरिकों से मराठी भाषा का सम्मान करने और इसे अपने दैनिक जीवन में अपनाने की अपील की।

आदित्य ठाकरे ने भाजपा पर साधा निशाना

भैया जी जोशी के बयान पर Shivsena (UBT) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि Maharashtra में रहने वाला मराठी न जाने, यह संभव नहीं है। महाराष्ट्र की भाषा मराठी ही रहेगी। उन्होंने कहा कि बाहर से लोग हमारे प्रदेश में आते हैं और यहां बस जाते हैं। यहां की भाषा मराठी है जैसे तमिलनाडु की तमिल और कर्नाटक की कन्नड़। हर राज्य में वहीं की भाषा बोली जाती है, इसलिए महाराष्ट्र की भाषा भी मराठी ही रहेगी। भाजपा की विचारधारा महाराष्ट्र का अपमान करने की है। आदित्य ठाकरे ने कहा, “कल सुरेश भैया जी ने कहा कि घाटकोपर में भाषा गुजराती हो सकती है, मगर यह बिल्कुल संभव नहीं है। मुंबई की भाषा मराठी है। इस सरकार ने मुंबई में मराठी भाषा भवन को भी बंद कर दिया, क्योंकि वे महाराष्ट्र और मराठी भाषा का अपमान करना चाहते हैं।” गौरतलब है कि मुंबई में पहले भी मराठी-गैरमराठी मुद्दा उठता रहा है। कभी परप्रान्तीय कहकर, तो कभी गैरभाषी कहकर लोगों पर हमले होते रहे हैं, जबकि मुंबई बहुभाषी, बहुप्रांतीय, बहुसांस्कृतिक रहन सहन के लिए जानी जाती है जहां देश के हर प्रांत के लोग रहते हैं।

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