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August 16, 2025

चाटवाला गांजा मिलाकर बेचता था आलू टिक्की और चटनी, स्कूल बैग में सप्लाई हो रहा था नशे का सामान 

The CSR Journal Magazine
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से नशे से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जो स्ट्रीट फूड बेचने की आड़ में गांजा बेचते थे और स्कूल बैग में भरकर कॉलेज और बस अड्डों तक इसकी सप्लाई करते थे। पुलिस ने इन मामलों में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों केस अलग-अलग इलाकों के हैं, लेकिन नशे की सप्लाई का तरीका बेहद चौंकाने वाला है।

कभी खाई है गांजे वाली चाट!

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक चाट वाले को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो अपने आलू टिक्की और चटनी में गांजा मिलाकर बेचता था। पुलिस ने स्ट्रीट फूड विक्रेता और तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों मामले अलग-अलग इलाकों के हैं, लेकिन दोनों में नशे की खपत का तरीका चौंकाने वाला है। पहला मामला मोहनलालगंज क्षेत्र का है, जहां 42 साल के प्रमोद साहू नामक चाट विक्रेता को पुलिस ने धर दबोचा।
पुलिस ने इस चाट वाले को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया था। पुलिस को सूचना मिली थी कि एक चाट वाला अपने खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर बेच रहा है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उस चाट वाले को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों के मुताबिक मोहनलालगंज पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर 12 अगस्त की देर रात खुजौली के पास साहू को उस समय पकड़ा जब वह एक थैले में 1.2 किलोग्राम भांग ले जा रहा था।

आलू टिक्की और चटनी में नशा- खास ग्राहकों के लिए

मिली जानकारी के मुताबिक प्रमोद एक छोटे से खोखे पर आलू टिक्की और उबले अंडे बेचता था। पुलिस के अनुसार, वह कुछ ‘खास ग्राहकों’ के लिए आलू टिक्की, चटनी और अन्य स्नैक्स में गांजा मिलाकर परोसता था। इसके साथ ही वह पैकेट में गांजा भी बेचता था। इस तरह के ‘मिलावटी’ खाने से ग्राहक नशे की गिरफ्त में आते और उसके नियमित ग्राहक बन जाते थे। पुलिस को इसकी सूचना मिलने के बाद छापेमारी कर प्रमोद को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इस चाट वाले के खिलाफ NDPS Act के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब इस चाट वाले से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह कहां से गांजा खरीदता था और किन लोगों को बेचता था।

स्कूल बैग में सप्लाई हो रहा था गांजा

दूसरी कार्रवाई नाग्राम थाना क्षेत्र में हुई, जहां तीन आरोपी मनीष यादव (26), देव रावत (28), और जगदीप यादव (43) को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक ये लोग स्कूल बैग में गांजा भरकर रेलवे स्टेशन, बस अड्डों, टैक्सी स्टैंड और यहां तक कि स्कूल-कॉलेज के पास तक ले जाकर बेचते थे। गांजा के पैकेट छोटे पॉलिथीन में होते थे, जिनकी कीमत ₹500 से ₹1200 तक होती थी। ये तीनों युवाओं और छात्रों को टारगेट कर रहे थे।
गुप्त सूचना के आधार पर, पुलिस ने इन तीनों को ई-रिक्शा में सामेसी और करोरा बाजार के बीच एक नहर के पास पकड़ा। तलाशी लेने पर उनके पास से 4.7 किलो गांजा बरामद हुआ जिसे वो बेचने की तैयारी में थे।

पुलिस ने जताई छात्रों के प्रति चिंता

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नशे की यह सप्लाई मोहल्लों और शिक्षण संस्थानों के पास फैलाई जा रही थी, जो बेहद गंभीर मामला है। मोहनलालगंज के सहायक पुलिस आयुक्त रजनीश वर्मा ने बताया कि दोनों मामलों में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। साथ ही पुलिस इस पूरे नशे के नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है, ताकि इसमें शामिल अन्य लोगों को भी पकड़ा जा सके।
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