Muskan की कहानी एक ऐसे प्यार की है जिसने उसे अपराध की दुनिया में धकेल दिया। स्कूल के प्यार को पाने के लिए उसने समाज, इंसानियत, क्रूरता की सभी सीमाएं लांघ दीं। पति का कत्ल कर शिमला के मंदिर में प्रेमी से शादी रचाई। Meerut में हुए सनसनीखेज सौरभ हत्याकांड की पूरी कहानी- कैसे और कब Muskan की Saurabh से मुलाकात हुई, शादी हुई और बात Murder तक पहुंच गई! (Meerut Saurabh Muskan)
प्यार के बाद शादी और बच्चा, फिर दूसरे से प्यार और पति का क्रूरता से कत्ल करने के बाद जेल की सलाखें! यह कहानी है Meerut की 28 साल की चुलबुली Muskan के कातिल हसीना बनने की! स्कूल के प्यार को पाने के लिए उसने समाज, इंसानियत, प्रेम, क्रूरता की सभी सीमाएं लांघ दीं। पति का कत्ल कर उसकी लाश घर में छोड़ प्रेमी के साथ पहले Manali में हनीमून मनाया, शिमला के मंदिर में प्रेमी से शादी रचाई, और फिर घूमने के लिए कसोल चली गई। 13 दिनों का टूर करने के बाद Meerut लौटते वक्त मांग से प्रेमी के नाम का सिंदूर तक नहीं हटाया। जमाने की नजरों में यह सिंदूर पति Saurabh के नाम का था, लेकिन हकीकत में Sahil Shukla ने Muskan की मांग भर उसे पत्नी मान लिया था। गिरफ़्तारी के बाद प्रेस कांफ्रेंस में आई मुस्कान का सिंदूर देखकर हर एक ने यही सवाल किया कि अब किसके नाम का सिंदूर है!
Muskaan और Saurabh की जन्मकुंडली
मुस्कान के नाना एक ज्योतिष थे। 2015 में Saurabh कुमार की मां रेणू देवी उनके पास बच्चों की जन्मपत्री दिखाने जाती थी। मां रेनू के साथ Saurabh भी जाता था। वहीं पर उसकी और Muskan की मुलाकात हुई और दोनों के बीच प्यार का सिलसिला शुरू हो गया। उस समय Saurabh इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर चुका था। उसने बीटेक में एडमिशन लिया था और इसी बीच सौरभ की मर्चेट नेवी में नौकरी लग गई। तब Muskan ने 2016 में परिवार को दरकिनार कर सौरभ से शादी कर ली। दोनों की गृहस्थी की गाड़ी प्यार कर सहारे चल रही थी। 2019 तक दोनों की गृहस्थी सही चली। इसी वर्ष Muskan ने बेटी पीहू को भी जन्म दिया। परिवार के साथ ज्यादा वक्त बिताने के लिए Saurabh ने मर्चेट नेवी की नौकरी छोड़ दी। सौरभ के खाली रहने पर परिवार तानाकसी करने लगा। तब मुस्कान और सौरभ ब्रह्मपुरी के इंद्रानगर फेज़1 में किराए का मकान लेकर परिवार से अलग रहने लगे। Muskan पहले से ही खर्चीली और शौकीन किस्म की थी। मुस्कान और बेटी पीहू का खर्च अधिक होने की वजह से सौरभ ने काम के लिए London जाने का निर्णय लिया। 2023 में Saurabh लंदन नौकरी के लिए चला गया। 24 फरवरी 2025 को वापस लौटा और चार मार्च को उसकी हत्या कर दी गई।
Muskan और Sahil की जन्मकुंडली
Muskan Rastogi और Sahil Shukla ने 1st से लेकर 8th तक की पढ़ाई एक ही स्कूल में एक ही साथ की। दोनों अच्छे दोस्त भी थे। कक्षा आठ के बाद मुस्कान ने पढ़ाई छोड़ दी थी, जबकि साहिल शुक्ला इंटरमीडिएट करने के बाद सीए की पढ़ाई कर रहा था। इसके बाद से दोनों के बीच उतना मिलन-जुलना नहीं रहा। 2019 में मुस्कान और साहिल के साथ पढ़ने वाले साथी ने पुराने Classmates का एक Whatsapp Group बनाया, जिसमें दोनों को जोड़ लिया। ग्रुप पर सभी दोस्तों में मैसेज का सिलसिला शुरू हुआ। उसके बाद से Muskan और Sahil की फोन पर बातचीत होने लगी। Saurabh की गैर मौजूदगी में मुस्कान ने Sahil को घर पर बुला लिया। दोनों में संबंध बनने के बाद मुस्कान ने सौरभ से दूरी बनानी शुरू कर दी। Saurabh के घर से निकलने के बाद साहिल रोजाना मुस्कान के घर आने लगा।
Saurabh के मकान मालिक ने सौरभ को इसकी जानकारी दी। इसी बीच एक दिन Saurabh ने Muskan के मोबाईल पर एक दिन उसके और Sahil के अश्लील Chats देख लिए। इसी को लेकर सौरभ और मुस्कान में विवाद शुरू हो गया। जब सौरभ को अपनी पत्नी और Sahil के बीच संबंध की बात पता चली तो उन्होंने साल 2021 में तलाक़ के लिए क़ानूनी रास्ता अख़्तियार किया, लेकिन एक छोटी बच्ची होने के चलते घरवालों के समझाने के बाद शिकायत वापस ले ली, लेकिन दोनों के बीच तनाव बना रहा। साल 2023 में सौरभ काम के सिलसिले में London चले गए। उसके बाद Muskan का कोई रोकने वाला नहीं था। बेटी को मायके में छोड़ने के बाद साहिल को मुस्कान घर बुला लेती थी। दोनों अपनी मर्जी से जीने के लिए बिल्कुल आज़ाद थे। फिर पूरे दो साल बाद फरवरी 2025 में ये आजादी खत्म होने वाली थी, क्योंकि Saurabh 24 फरवरी को लंदन से दो साल बाद Meerut अपने घर लौट रहा था।
Muskan के बर्थडे पर होना था Saurabh का कत्ल
मुस्कान अब सौरभ से पीछा छुड़ाना चाहती थी। Muskan और Sahil, दोनों ने पिछले साल नवंबर में ही तय कर लिय़ा था कि इस बार Saurabh के मेरठ आते ही उसे मार डालेंगे। और नवंबर से ही कत्ल की प्लानिंग शुरू हो गई थ। सबसे पहले दोनों ने इस बात की प्लानिंग की, कि कत्ल के बाद लाश का क्या करेंगे! आखिर में तय किया कि लाश को जमीन में गाड़ देंगे। पर कैसे और कहां, ये उन्हें नहीं पता था। इसके लिए अब दोस्तों से पूछताछ करने लगे थे, मगर दूसरी तरह से। जब लाश दफनाने वाला आइडिया सही नहीं लगा, तब उन्होंने दो और आइडियाज़ पर काम किया। पहला लाश के टुकड़े कर बैग में रख कर कहीं फेंक आएंगे, या फिर उसे ड्रम में डाल कर सीमेंट के घोल से उसे बंद कर देंगे। ड्रम वाला आइडिया साहिल का था। 25 फरवरी को मुस्कान का जन्म दिन आता है, लिहाजा सौरभ ने 24 फरवरी को लंदन से मेरठ लौटने का प्लान बनाया। ये बात मुस्कान ने Sahil को बताई। इसी के बाद तय हुआ कि ठीक बर्थडे वाले दिन ही सौरभ का कत्ल होगा। प्लानिंग ये थी कि शऱाब में बेहोशी की दवा मिला कर उसे पिला देंगे, फिर मार डालेंगे। मगर उस रात सौरभ ने शराब पी ही नहीं।
25 फरवरी वाली पहली कोशिश नाकाम रही। अब मौत की दूसरी तारीख 3 मार्च तय की गई, क्योंकि उस दिन Muskan और Saurabh की बेटी का एग्जाम खत्म होना था और फिर बेटी को मुस्कान को अपनी मां के घर भेजना था। प्लान के तहत मुस्कान पहले से ही दो चाकू खऱीद कर लाई थी। फिर 3 मार्च की रात आई। इस बार शराब की जगह मुस्कान ने सौरभ का पसंदीदा खाना कोफ्ता बनाया और उसी में बेहोशी की दवा मिला दी। जब Saurabh बेहोश हो गया, तब देर रात Muskan ने Sahil को घर बुलाया और फिर सौरभ के सीने पर पहला वार मुस्कान ने ही किया। इसके बाद पहले मुस्कान ने सौरभ के सीने पर तेजधार खंजर से वार किया और फिर Sahil चाकू लेकर सौरभ पर टूट पड़ा। सौरभ पूरी ताकत से लड़ने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वो हार गया। मुस्कान उसकी मौत का तमाशा देखती रही। कुछ ही मिनटों में Saurabh की सांसें थम चुकी थी। सौरभ की हत्या करने के दौरान Muskan को आशंका थी कि वह कहीं जाग न जाए, इसलिए घर में रखा कूलर ऑन कर दिया था, ताकि आवाज बाहर तक न जा सके। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ और सौरभ को बेहोशी की हालत में ही मौत के घाट उतार दिया गया। इसके बाद लाश को बाथरूम में ले जाकर टुकड़े किए गए। सिर काटकर अलग कर दिया गया और दोनों हाथ भी कलाइयों से काट लिए गए। इसके बाद लाश को पॉलीथिन में रखकर बेड में बंद कर दिया, जबकि सिर और हाथों को एक बैग में बंद कर लिया। रात को करीब तीन बजे के आसपास Sahil और Muskan इस बैग को लेकर साहिल के घर चले गए और सो गए।
खून के निशान मिटाने के लिए मंगवाई थी ब्लीच
कत्ल के सबूत मिटाने के लिए मुस्कान ने पहले से प्लानिंग की हुई थी। Google Search कर उसने खून के निशान साफ़ करने के लिए Blinkit से 10 किलो Bleach मंगवा लिया था और इसी की मदद से घर के बाथरूम में लगे खून के निशान मिटाए गए थे। हत्या करने के लिए चाकू भी पहले ही खरीद ली थी। क्योंकि Sahil अंधविश्वासी था और चाहता था कि सौरभ का कत्ल मुस्कान करे, इसीलिए उसने Saurabh के सीने पर पहला वार Muskan से ही करवाया। ये साहिल का अंधविश्वास ही था कि उसने कत्ल के बाद सौरभ की दोनों हथेलिय़ां काटी थीं और फिर उसका सिर और हथेलियां अपने साथ बैग में रख कर घर ले गया था। दोनों ने ये भी पहले से तय कर लिया था कि कत्ल के बाद वो शिमला चले जाएंगे और सबको यही लगेगा कि Muskan और Saurabh साथ घूमने गए हैं। कत्ल के बाद अब लाश ठिकाने लगाने की बारी थी। तो उसकी प्लानिंग भी पहले से हो चुकी थी। South के Super Star अभिनेता ‘Mahesh Babu’ की एक फिल्म ‘Spider’ वर्ष 2017 में रिलीज हुई थी। फिल्म में विलेन, लोगों को मारने के बाद उनकी लाशों को सीमेंट के पिलर में दबा दिया करता था। ऐसे में किसी की लाश नहीं मिलती थी और न ही कोई दुर्गंध कभी आती थी। इसी फिल्म को देखकर Sahil ने Saurabh की लाश ठिकाने लगाने की योजना बनाई। साहिल और मुस्कान ने मिलकर एक प्लास्टिक का बड़ा ड्रम खरीदा। फिर उन दोनों ने बाथरूम में सौरभ की लाश के टुकड़े किए और उस बड़े ड्रम में भर दिया। फिर उस ड्रम को सीमेंट का घोल डालकर भर दिया। यानी वो ड्रम सौरभ की ठोस कब्र बन चुका था।
Saurabh की लाश घर में, Muskan शिमला में
सौरभ के शरीर के 15 टुकड़े सिमेन्ट में चुनने के बाद वो दोनों साहिल के घर जाकर आराम से सो गए। फिर 4 मार्च की सुबह हुई। लाश वाला ड्रम कमरे में रखकर अब Muskan Sahil के साथ हिमाचल की वादियों में घूमने जा रही थी। चार मार्च की शाम को ही दोनों ने एक कैब बुक की और शिमला, मनाली और कसौल घूमने निकल गए। दोनों ने जाते वक्त Saurabh का फोन लिया और इसका पासवर्ड अनलॉक कर लिया। मुस्कान ने जाने से पहले मोहल्ले और परिजनों को बताना शुरू कर दिया कि वह सौरभ के साथ घूमने हिमाचल जा रही है। बेटी पीहू को मायके में मां के पास छोड़कर Muskan, Sahil के साथ कसौल और हिमाचल घूमने चली गई। यहां मुस्कान ने सौरभ के मोबाइल से हिल स्टेशन और अपने कुछ फोटो लिए और Facebook-instagram पर अपलोड किए। हालांकि किसी भी फोटो में सौरभ नहीं था। ऐसा इसलिए किया ताकि भ्रम फैलाया जा सके कि सौरभ जीवित है। उस वक्त मुस्कान अपने साथ कुल 84 हजार रुपए लेकर निकली थी। 14 दिन बाद जब पैसे खत्म हो गए तो दोनों ने वापस मेरठ आने का फैसला किया।
Muskan ने खुद ही कबूल किया अपना जुर्म
17 मार्च को जब मुस्कान लौटी तो उसकी छह वर्षीय बेटी ने पिता सौरभ के बारे में पूछा और पिता के पास जाने की जिद्द करने लगी। सौरभ की हत्या को लेकर मुस्कान पहले परिवार को भी गुमराह करती रही। बेटी को रोता देख अचानक Muskan भी रोने लगी। मुस्कान को रोते देख मां कविता रस्तोगी ने पूछा तो उसने बताया कि सौरभ इस दुनिया में नहीं रहे। कविता रस्तोगी को इस बात पर यकीन नहीं हुआ, तो Muskan ने झूठ बोल दिया कि Saurabh मुझसे तलाक लेना चाहता था, इसलिए उसके परिवार ने उसकी हत्या कर दी। मुस्कान की मां कविता को मुस्कान पर शक हुआ। उन्होंने Muskan से और पूछताछ करनी शुरू की। कविता और प्रमोद रस्तोगी ने मुस्कान को भरोसा दिलाया कि उसका साथ देंगे, तब मुस्कान ने बताया कि Sahil के साथ मिलकर उसने Saurabh को मार दिया है। इसके बाद दंपती के पैरों तले से मानो जमीन खिसक गई। मुस्कान के परिजनों को भरोसा नहीं हुआ तो वे उसे ख़ुद थाने ले गए। पूछताछ में मुस्कान ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया जिसके बाद ड्रम बरामद किया गया। पुलिस ने उनकी कहानी सुनकर Sahil की गिरफ़्तारी के लिए उसके घर पर दबिश डाली। उस समय साहिल को मामले की जानकारी हो गई थी और वो कपड़े पहनकर भागने की फिराक में था, तभी साहिल को दबोचकर पुलिस थाने ले आई। दोनों पर हत्या का Charge लगाकर पुलिस ने अदालत में पेश किया। तब तक इस जघन्य अपराध की खबर पूरे Meerut में फैल चुकी थी और लोग आग- बबूला हो रहे थे। प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या के मामले में कोर्ट पहुंची आरोपी Muskan और उसके प्रेमी को कोर्ट के बाहर वकीलों ने जमकर पीटा। पुलिस ने बमुश्किल वकीलों के चंगुल से दोनों को बचाकर कोर्ट रूम तक पहुंचाया।
कटर से काटा गया ड्रम और सीमेंट, तब निकला शव
टीम ने बताया कि Saurabh के शव को ड्रम में डालकर डस्ट और सीमेंट डालकर उसमें ऊपर तक पानी भरा गया था। इससे शव सीमेंट के बीच में जम गया था। हवा न जा पाने के कारण शव सड़ा नहीं था, उसमें दुर्गंध भी कम आ रही थी। पोस्टमार्टम हाउस में ड्रम को कटर से काटा गया। फिर जमे हुए सीमेंट को काटा गया, तब जाकर उसमें से शव निकाला गया। इसमें करीब एक घंटा लग गया। इसके बाद पोस्टमार्टम किया गया। Saurabh Rajput का जिस बेरहमी से कत्ल किया गया, उसे देखकर पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर, चीफ फार्मासिस्ट और अन्य स्टाफ भी हैरत में हैं। दो दिन हो गए, मगर उनके जहन में अब भी सौरभ का शव घूम रहा है। चाकू के तीन वार उसके दिल पर किए गए। इससे दिल क्षतिग्रस्त था। पोस्टमार्टम के बाद बुधवार शाम पांच बजे सफेद चादर में लिपटा शव ब्रह्मपुरी के इंदिरानगर में लाया गया। लोग यह देखकर चौंक गए कि शव लंबाई में कम और चौड़ाई में ज्यादा दिख रहा था। दरअसल, पैर धड़ की तरफ मुड़े हुए थे। इससे धड़ चौड़ा लग रहा था। सिर अलग था। लोगों की जुबान पर यही सवाल था कि कोई इतना बेरहम कैसे हो सकता है?
Muskan के पिता ने कहा, ‘सूली पर टांग दो’
मुस्कान के पिता ने पुलिस को बयान देते हुए कहा कि,”Saurabh एक बहुत अच्छा इंसान था और मेरी बेटी से बहुत प्यार करता था। अगर मुस्कान ने अपने प्रेमी ने साथ मिलकर सौरभ का उसी के कमरे में मर्डर किया है तो ऐसी बेटी को समाज में रहने का कोई हक़ नहीं है। ऐसे लोग समाज के लिए खतरा हैं। Muskan को मौत की सज़ा होनी चाहिए।” उधर Saurabh की मां का कहना है कि मुस्कान और उसके परिवार वालों ने मिलकर सौरभ की हत्या की साज़िश रची है क्यूंकि उनकी नज़र उसके अकाउंट में जमा पैसों पर थी। सौरभ की मां ने चौंकाने वाला दावा किया है कि उसके बेटे की छह साल की बेटी को अपने पिता की मौत के बारे में पता था और उसने कहा था, ‘पापा ड्रम में हैं।’ हालांकि, पुलिस ने इस दावे को खारिज कर दिया है।
तंत्र-मंत्र और जादू टोने की आशंका
ब्रह्मपुरी क्षेत्र में हुई सौरभ की हत्या के बाद पुलिस ने पत्नी Muskan और प्रेमी Sahil से पूछताछ की तो कई ऐसे चौंकाने वाले खुलासे हुए, जिससे पुलिस भी सन्न रह गई। मुस्कान इतनी शातिर निकली कि वह Saurabh के कत्ल की प्लानिंग कई महीनों से किए बैठी थी। वह अंधविश्वासी साहिल की मरी हुई मां बनकर उसके साथ Snapchat पर चैटिंग करती थी। वह साहिल को यकीन दिलाती थी कि उसके ही हाथों सौरभ का वध होना है। इसके बाद साहिल और मुस्कान की जिंदगी आराम से गुजरेगी। आशंका जताई जा रही है कि कहीं Sahil Shukla ‘काला जादू’ के लिए तो कटा सिर अपने साथ नहीं ले गया था! क्योंकि, साहिल अंधविश्वासी था, तंत्र-मंत्र, जादू-टोना में विश्वास रखता था। साहिल का कमरा तंत्र-मंत्र की ओर इशारा कर रहा था। कमरे के अंदर से सौरभ का स्केच भी मिला है। कहा जा रहा है कि साहिल स्केच बनाकर भी सौरभ की फोटो पर तंत्र क्रिया कर रहा था। खुद साहिल के पहनावे से भी यह सवाल खड़ा हो गया है कि कहीं वह ‘काला जादू’ तो नहीं कर रहा था, और क्या इसीलिए वो Saurabh का सिर और उसकी दोनों कलाइयां अपने साथ अपने घर ले गया था। बाद में वो फिर बॉडी पार्ट्स मुस्कान के घर लाया और ड्रम में भरकर सीमेंट के घोल से जाम कर दिया। फिलहाल, साहिल के कमरे को पुलिस ने सील कर दिया है. जांच-पड़ताल चल रही है।
पुलिस ने बताया कि मुस्कान को जेल में पहली रात नींद ही नहीं आई। उन्होंने कहा कि जेल आने के बाद मुस्कान गुमसुम रही और किसी से बात नहीं की और न ही उसने रात में खाना खाया। उसके प्रेमी साहिल का भी हाल कुछ ऐसा ही था। मुस्कान और उसके मित्र साहिल को बुधवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया गया। अदालत ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में मेरठ जेल भेज दिया। मुस्कान के पति Saurabh Rajput का शव पोस्टमार्टम के बाद घर लाया गया, जो इस हालत में भी नहीं था कि उसके घरवाले उसे देख सकें। Saurabh की नियति में पत्नी और बेटी का प्यार नहीं, बल्कि सिमेन्ट में चुने जाना लिखा था, लेकिन Saurabh को जानने वाले हर शख्स की जुबान पर एक ही सवाल है, ‘ सौरभ जैसा नेकदिल इंसान इतनी हैवानियत का बिल्कुल हकदार नहीं था।’