Bihar Election 2025 को लेकर जहां सभी दल अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं, वहीं हाल ही में हुए Bihar Bandh को लेकर RJD नेताओं ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला है।
Lalu Prasad का PM Modi पर तंज
RJD Supremo Lalu Prasad Yadav ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए पीएम मोदी को घेरा। जिसमें लिखा था – “ए मोदी जी, बिहार को नहीं दिया Factory, बिहार में अब कभी नहीं मिलेगी Victory”। इस पोस्ट के साथ लालू यादव ने लिखा कि मोदी जी बिहार से वोट तो चाहते हैं लेकिन यहां के विकास पर ध्यान नहीं देते। गुजरात में फैक्ट्री लगाकर विकास का ढोंग दिखाया जा रहा है, जबकि बिहार को लगातार नज़रअंदाज़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “यह Gujarati Formula बिहार में नहीं चलेगा, जनता सब समझ चुकी है।”
Tejashwi Yadav का बड़ा आरोप – “भाड़े पर बुलाए लोग”
पूर्व डिप्टी सीएम और Leader of Opposition Tejashwi Yadav ने भी बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि 4 सितम्बर को आयोजित Bihar Bandh पूरी तरह फेल रहा और इसके लिए बीजेपी ने कथित तौर पर “भाड़े पर लोग बुलाने की कोशिश की”।
Tejashwi ने अपने बयान में कहा – “वाह मोदी जी वाह! रैली की तरह अगर Bihar Bandh के लिए भी भाड़े पर लोग बुला लेते तो शायद कुछ असर दिखता। BJP कार्यकर्ताओं ने सरेआम गुंडागर्दी की – महिलाओं को पीटा, शिक्षिकाओं और छात्राओं के साथ बदसलूकी की, गर्भवती महिलाओं को रोका, एम्बुलेंस तक को रास्ते में रोक दिया। लेकिन इसके बावजूद वे एक वार्ड तक बंद नहीं करा पाए। यह BJP की असफलता और हताशा को दिखाता है।”
Bihar Bandh और चुनावी सियासत
बिहार बंद का आह्वान NDA की ओर से पीएम मोदी और उनकी मां पर हुए कथित अपमान के विरोध में किया गया था। लेकिन अब इस पर RJD और Mahagathbandhan ने बीजेपी की नीयत और रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
Tejashwi ने कहा कि गुजरात से आए पीएम मोदी वोट की खेती के लिए बिहार बंद जैसे फैसले लेते हैं, जिससे आम बिहारियों को परेशान होना पड़ता है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “शायद अभी उन्हें और नई Script और नकली Sympathy की ज़रूरत होगी।”
Political Message
Experts का मानना है कि लालू और तेजस्वी के इन हमलों से साफ है कि Bihar Election 2025 में सियासी जंग और तेज होगी। BJP जहां Ground Campaign और Organizational Strengthening पर काम कर रही है, वहीं RJD पीएम मोदी और बीजेपी को बिहारियों के “स्वाभिमान और विकास” के मुद्दे पर घेरने की कोशिश कर रही है।