राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश को बिहार की नीतीश कैबिनेट में मंत्री बनाए जाने के तुरंत बाद, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) में बड़ा विरोध शुरू हो गया है। इस फैसले से नाराज़ होकर पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एक साथ इस्तीफा दे दिया है, जिससे पार्टी में टूट साफ दिखाई दे रही है।
इस्तीफा देने वालों में RLM के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ, प्रदेश प्रवक्ता राहुल कुमार, और प्रदेश महासचिव प्रमोद यादव जैसे प्रमुख नेता शामिल हैं। इन नेताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को पत्र भेजकर हालिया पार्टी फैसलों पर अपनी असहमति जताई है।
“9 साल साथ काम किया, पर अब नहीं…” – कुशवाहा पर क्या है बागी नेता का बड़ा आरोप?
जितेंद्र नाथ ने अपने इस्तीफे में कहा कि वह बीते 9 साल से कुशवाहा के साथ काम कर रहे थे, लेकिन अब कई राजनीतिक और सांगठनिक निर्णयों से खुद को जोड़ नहीं पा रहे हैं। जितेंद्र नाथ ने सीधे आरोप लगाया कि कुशवाहा ने बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बनाकर उसे ‘लॉन्च’ करने का फैसला लिया है। उन्होंने सीट बंटवारे में पार्टी हितों की अनदेखी और बेटे को बिना चुनाव जीते मंत्री बनाने पर सवाल उठाए। जितेंद्र नाथ ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कुशवाहा की पत्नी के विधायक होने के बावजूद उन्हें मंत्री न बनाना यह दर्शाता है कि उन्हें अपनी पत्नी पर भी भरोसा नहीं है।


