आसमान छूने का सपना अब हर आम नागरिक के लिए, सस्ती हवाई सेवा से बदली छोटे शहरों की तस्वीर
आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उड़ान योजना का जिक्र किया। उन्होंने ये जिक्र नवी मुंबई एयरपोर्ट के उद्घाटन के दौरान किया। तो आईये जानने है कि ‘ आखिरकार ये उड़ान योजना क्या है। (What is Udan Yojana) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘UDAN – Ude Desh Ka Aam Nagrik’ योजना ने भारत के एविएशन सेक्टर में क्रांति ला दी है। अब छोटे शहरों को बड़े हवाई नक्शे पर जगह मिल रही है और आम आदमी भी विमान यात्रा का अनुभव कर रहा है।
हर आम नागरिक तक उड़ान की पहुंच
भारत में लंबे समय तक हवाई यात्रा को अमीरों का माध्यम माना जाता था। लेकिन 2016 में शुरू की गई केंद्र सरकार की ‘UDAN Scheme’ ने यह सोच पूरी तरह बदल दी। इस योजना का मकसद है ‘हवाई यात्रा को सुलभ और सस्ती बनाना’, ताकि देश का हर नागरिक आसमान की ऊंचाई छू सके। UDAN का पूरा नाम है Ude Desh ka Aam Nagrik, यानी देश का आम नागरिक भी उड़ सके।
कैसे काम करती है उड़ान योजना
इस योजना के तहत सरकार ने छोटे शहरों में अनुपयोगी या बंद पड़े एयरपोर्ट्स को फिर से शुरू किया। एयरलाइंस को ऐसे रूट्स पर उड़ान भरने के लिए प्रोत्साहन दिया जाता है जहां पहले हवाई सेवा नहीं थी। टिकट का दाम भी आम आदमी की पहुंच में रखा गया ₹2,500 तक प्रति घंटे की यात्रा के लिए, ताकि कोई भी व्यक्ति विमान से यात्रा करने में हिचक महसूस न करे। सरकार और एयरलाइंस के बीच Viability Gap Funding (VGF) के जरिए किराए का संतुलन बनाया गया, जिससे यात्रियों को सस्ती टिकट और एयरलाइंस को आर्थिक सुरक्षा मिलती रहे।
अब तक कितनी उड़ानें और एयरपोर्ट जुड़े
2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, उड़ान योजना के तहत देशभर में 500 से अधिक रूट्स को मंजूरी दी जा चुकी है और 75 से अधिक नए एयरपोर्ट, हेलीपोर्ट और वॉटर एयरोड्रोम शुरू हो चुके हैं। इसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, असम, मणिपुर, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बिहार और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में हवाई संपर्क बढ़ा है। कई छोटे शहर जैसे दरभंगा, शिलांग, जोधपुर, शिमला, ग्वालियर, होशंगाबाद, औरलाँग, उदयपुर, नासिक अब हवाई नक्शे पर अपनी जगह बना चुके हैं।
छोटे शहरों की अर्थव्यवस्था में नई उड़ान
UDAN योजना ने छोटे शहरों में पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए रास्ते खोले हैं। जहां पहले यात्रियों को ट्रेन या बस से घंटों की यात्रा करनी पड़ती थी, अब वही सफर महज़ एक घंटे में पूरा हो जाता है। इससे न केवल स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिला है, बल्कि Medical Connectivity, Education और Emergency Services तक पहुंच भी आसान हुई है। उदाहरण के तौर पर, दरभंगा एयरपोर्ट बिहार के लिए एक गेम चेंजर साबित हुआ है यहां रोज़ाना हजारों यात्री सफर कर रहे हैं।
महिलाओं और युवाओं को मिला नया अवसर
UDAN योजना के जरिए ग्राउंड स्टाफ, एयरलाइन सर्विस, एयर ट्रैफिक कंट्रोल और टेक्निकल मेंटेनेंस जैसे क्षेत्रों में हजारों रोजगार अवसर बने हैं। महिलाएं भी अब हवाई क्षेत्र में बड़ी संख्या में जुड़ रही हैं चाहे वो Pilot Training, Airport Management या Ground Operations हो।
ग्रीन एविएशन और भविष्य की दिशा
सरकार अब उड़ान योजना के तहत ग्रीन एविएशन कॉरिडोर बनाने की दिशा में भी काम कर रही है। जहां छोटे एयरपोर्ट्स पर सोलर पैनल्स, इलेक्ट्रिक ग्राउंड व्हीकल्स (EVs) और सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (SAF) का उपयोग बढ़ाया जा रहा है। UDAN-5.0 फेज़ के तहत अब Tier-2 और Tier-3 शहरों को जोड़ने पर खास फोकस किया जा रहा है।
Udan Yojana में चुनौतियां भी कम नहीं
हालांकि योजना सफल रही है, लेकिन चुनौतियां अब भी हैं जैसे कि कई छोटे एयरपोर्ट्स पर Runway Capacity, Weather Condition, Passenger Load और Airline Viability जैसी समस्याएं। कई रूट्स पर यात्रियों की संख्या कम होने के कारण उड़ानें अस्थायी रूप से बंद करनी पड़ीं। फिर भी सरकार का दावा है कि धीरे-धीरे मांग बढ़ रही है और UDAN नेटवर्क स्थायी रूप से मजबूत हो रहा है। ‘उड़ान योजना’ ने भारत के एविएशन सेक्टर को जमीनी स्तर से जोड़ दिया है। यह सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि ‘हवाई लोकतंत्र’ का प्रतीक बन चुकी है जहां अब हर नागरिक को आसमान छूने का हक मिला है। देश के सबसे छोटे कस्बे से लेकर सबसे बड़े महानगर तक अब भारत सच में उड़ान भर रहा है।
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