भारत में मॉन्था के खौफ के बीच धरती पर सबसे शक्तिशाली तूफान ने जन्म ले लिया है। जी हां, जिस तरह मॉन्था भारत को मथने के लिए तेजी से आगे बढ़ा, उसी तरह हरीकेन मेलिसा अब इस साल धरती के सबसे शक्तिशाली तूफान में तब्दील हो चुका है। 185 मील प्रति घंटे की रफ्तार से यह चक्रवात Hurricane Melissa जमैका समेत पूरे कैरेबियाई सागर को झकझोर रहा है। मेलिसा से डरे क्यूबा के तटीय इलाकों के लोग सुरक्षित स्थानों पर कैंपों में शिफ्ट हो गए हैं।
Category-5 का तूफ़ान मेलिसा हुआ ऐक्टिव
कैटेगरी-5 के हरीकेन ने 185 मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ाए घर! सड़कें जलमग्न, सैकड़ों बे घर! Hurricane Melissa ने मंगलवार को जमैका में शक्तिशाली श्रेणी-5 तूफान के रूप में दस्तक दी। यह जमैका का अब तक का सबसे शक्तिशाली तूफान है। स्थानीय समय अनुसार मंगलवार सुबह, मेलिसा जमैका के नेग्रिल से लगभग 40 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और क्यूबा के ग्वांतानामो से लगभग 235 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में था। अमेरिकी राष्ट्रीय तूफान केंद्र ने एडवाइजरी में कहा कि मेलिसा की अधिकतम गति 185 मील प्रति घंटा (295 किलोमीटर प्रति घंटा) है। यह तूफान क्यूबा की ओर बढ़ रहा है। क्यूबा के बाद मेलिसा बहामास की ओर बढ़ सकता है।
Hurricane Melissa की चपेट में जमैका
किंग्सटन (जमैका), 29 अक्टूबर 2025-कैरेबियाई देश जमैका मंगलवार को एक ऐसे प्राकृतिक प्रकोप की चपेट में आ गया जिसे विशेषज्ञ “सदी का सबसे भीषण तूफ़ान” बता रहे हैं।
हरीकेन मेलिसा (Hurricane Melissa) ने सोमवार देर रात कैटेगरी-5 के रूप में जमैका के दक्षिणी तट से टकराकर पूरे देश को झकझोर दिया। 185 मील प्रति घंटे (करीब 295 किमी/घं) की रफ्तार से चल रही हवाओं ने हजारों मकान उड़ा दिए, बिजली व्यवस्था ठप कर दी और पूरे द्वीप को अंधकार में डुबो दिया। मौसम विभाग के अनुसार तूफ़ान का केंद्र सेंट एलिज़ाबेथ परिश (St. Elizabeth Parish) के पास जमीन से टकराया। इसके बाद यह सेंट ऐन पैरिश (St. Ann Parish) की ओर बढ़ गया। धीमी गति से बढ़ने के कारण यह तूफ़ान घंटों तक एक ही इलाके में मंडराता रहा और लगातार मूसलाधार बारिश करता रहा। कई स्थानों पर 1 मीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई जिससे भीषण बाढ़ और भूस्खलन हुए।समुद्री लहरें 13 फुट (4 मीटर) तक ऊंची उठीं, जिन्होंने तटीय क्षेत्रों और बंदरगाहों को तबाह कर दिया।
भारी तबाही और जनहानि, आपातकाल घोषित
सरकारी रिपोर्टों के मुताबिक जमैका और आसपास के कैरेबियन द्वीपों में अब तक कम से कम 7 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें तीन जमैका के हैं। सैकड़ों लोग घायल हुए हैं और हजारों परिवार बेघर हो चुके हैं। राजधानी किंग्सटन में अस्पतालों की छतें उड़ गईं और कई हिस्सों में बिजली व मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह बंद है। सरकार ने देश में राष्ट्रीय आपदा आपातकाल घोषित कर दिया है। सभी एयरपोर्ट बंद कर दिए गए हैं, सार्वजनिक परिवहन सेवाएं निलंबित हैं, और किंग्सटन, सेंट एलिजाबेथ और क्लैरेंडन जैसे दक्षिणी जिलों में अनिवार्य निकासी आदेश जारी किए गए हैं। लगभग 800 से अधिक राहत शिविर सक्रिय कर दिए गए हैं, जहां लोगों को सुरक्षित पहुंचाया जा रहा है।
PM एंड्रयू होलनेस ने विनाशकारी प्रभाव की जताई आशंका
जमैका में प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस ने पूरे देश को “आपदा क्षेत्र (Disaster Area)” घोषित कर दिया है और चेतावनी दी है कि इसके “विनाशकारी प्रभाव” हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि जमैका में हुए नुकसान की पूरी तस्वीर दिन निकलने के बाद ही साफ़ होगी, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्टों में घरों, अस्पतालों और बुनियादी ढांचे को भारी क्षति की आशंका जताई गई है।
Prayers to Jamaica 🇯🇲 🙏🙏🙏
Jamaica is being slammed by one of the strongest hurricanes in world histor. Hurricane Melissa, has hit winds of over 180 mph and gusts up to 225 mph.#Prayers #Jamaica pic.twitter.com/cfFI0D899w
— Svrge 👑 (@kingsvrge_) October 28, 2025
हरीकेन मेलिसा ने जमैका को पार करने के बाद क्यूबा में मचाई तबाही
जमैका से टकराने के बाद, जहां इसे देश के आधुनिक इतिहास का सबसे शक्तिशाली तूफ़ान बताया गया, हरीकेन मेलिसा (Hurricane Melissa) अब क्यूबा की ओर बढ़ चुका है। क्यूबा में यह तूफ़ान लगभग 120 मील प्रति घंटे (लगभग 193 किलोमीटर प्रति घंटे) की रफ्तार से चल रही तेज़ हवाओं के साथ टकराया है। क्यूबा में मौसम विभाग ने कैटेगरी-4 की चेतावनी जारी की है। विशेषज्ञों का कहना है कि मेलिसा के असर से क्यूबा, बहामास और बरमूडा में भी आने वाले दिनों में भारी वर्षा और तेज़ हवाएं चलने की संभावना है।
सरकार ने लोगों से घरों में रहने की अपील की
जमैका के प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस ने नागरिकों से घरों के अंदर रहने और प्रशासन के आदेशों का पालन करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि हम इस संकट से उभरेंगे और मजबूत बनेंगे। अमेरिकी NHC के निदेशक माइकल ब्रेनन ने मंगलवार को तेज हवाओं और भयंकर बारिश से जानलेवा बाढ़ और भूस्खलन की चेतावनी दी। उन्होंने भी लोगों को घरों से बाहर न निकलने की अपील की। मेलिसा के असर से हैती और डोमिनिकन रिपब्लिक में सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है। डोमिनिकन रिपब्लिक की राजधानी सैंटो डोमिंगो में 79 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक 13 वर्षीय बच्चा लापता बताया जा रहा है।
राष्ट्रीय आपदा एजेंसी (ODPEM) और रेड क्रॉस के दल मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटे हैं। विद्युत और जल-आपूर्ति व्यवस्था को बहाल करने में कई दिन लग सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका, कनाडा और संयुक्त राष्ट्र संघ ने राहत सामग्री भेजने की घोषणा की है।
जलवायु परिवर्तन की चेतावनी
विश्व मौसम संगठन (WMO) ने हरिकेन मेलिसा को जमैका के इतिहास का सबसे शक्तिशाली तूफ़ानबताया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि बढ़ते समुद्री तापमान और जलवायु परिवर्तन की वजह से ऐसे तूफ़ान अब और ज़्यादा शक्तिशाली होते जा रहे हैं। विशेषज्ञों ने चेताया है कि अगर ग्रीनहाउस गैसों का स्तर नहीं घटाया गया तो आने वाले दशक में कैटेगरी-5 तूफ़ानों की संख्या दोगुनी हो सकती है।
अमेरिकी वायुसेना ने दिखाया तबाही का भयावह दृश्य
अमेरिकी वायुसेना रिजर्व के 403वें विंग के ‘हरिकेन हंटर्स’ ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें तूफान मेलिसा का बिल्कुल बीच का हिस्सा दिख रहा है। यह वीडियो उस समय शूट किया गया था, जब तूफान रविवार को जमैका की ओर बढ़ रहा था।
This is the view 30,000 feet above Hurricane Melissa. The massive storm is currently hovering over the Caribbean, showing its full force as clouds spiral for hundreds of miles, a powerful reminder of nature’s strength and unpredictability? What would you do in this situation? pic.twitter.com/Yc7S7WBrft
— GO VISION🔭 (@GoVisionX) October 28, 2025
सोशल मीडिया पर साझा तस्वीरों में दिख रहा है कि घरों की छतें उड़ चुकी हैं, सड़कों पर मलबे का अंबार लगा है और लोग कमर-भर पानी में राहत सामग्री ढो रहे हैं। कई इलाकों में बिजली के खंभे गिरने से आग भी लग गई, जिसे बुझाने में दमकलकर्मियों को घंटों मशक्कत करनी पड़ी।

