‘जय जवान, जय किसान’ का नारा भले ही भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने दिया था लेकिन अगर कोई राज्य इसे चरितार्थ कर रहा है तो वो है पंजाब। पंजाब राज्य देश की सुरक्षा के लिए जवान भी देता और देश की भूख मिटाने के लिए किसान भी देता है। पंजाब ना सिर्फ कृषि में अग्रसर है बल्कि सीमावर्ती राज्य होने के बावजूद विकास का एक ऐसा मॉडल सेट कर रहा है कि दूसरे राज्यों को पंजाब से सीखने की जरुरत है। देश में चुनाव है, वैसे तो चुनाव उत्तराखंड, गोवा व मणिपुर में भी है लेकिन देश पर चुनावी राजनीति उत्तर प्रदेश और पंजाब में हावी है।
ऐसा नहीं है कि पंजाब में समस्याएं नहीं है लेकिन इन सब से पंजाब जूझ कर आगे निकल रहा है। देश के दूसरे राज्यों की तरह यहां भी समस्याएं है लेकिन समस्यायों को अवसर में किस तरह बदलकर आगे बढ़ना चाहिए ये पंजाब से सीखना चाहिए। पंजाब में नशे की दिक्कत है, बेरोजगारी की दिक्कत है, पंजाब में पलायन की दिक्कत है तो पंजाब में हरियाली भी है, खुशहाली भी है, पंजाब में एग्रो इंडस्ट्री भी है। पंजाब में टूल्स इंडस्ट्री है। पंजाब भारत में भूख का सबसे कम स्तर है। पंजाब अपेक्षाकृत अच्छा बुनियादी ढांचा है। पंजाब भारत में सबसे कम गरीबी दर में से एक है।
पंजाब की अर्थव्यवस्था एक कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था है
पंजाब पृथ्वी पर सबसे उपजाऊ क्षेत्रों में से एक है। भारतीय पंजाब “भारत का अन्न भंडार” कहा जाता है। पंजाब के कुल क्षेत्रफल भारत के कुल क्षेत्रफल का केवल 1.4% है, लेकिन यह देश में उत्पादित अनाज का लगभग 12% पैदा करता है। सबसे बड़ा फसल गेहूं है। कृषि क्षेत्र के सकल राज्य घरेलू उत्पाद पंजाब के (जीएसडीपी) के लिए सबसे बड़ा योगदान है। ऐसे में पंजाब की अर्थव्यवस्था एक कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था है।
पंजाब के औद्योगिक परिदृश्य की एक प्रमुख विशेषता अपने छोटे आकार की औद्योगिक इकाइयों से है। पंजाब में लुधियाना राज्य में औद्योगिक इकाइयों के उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। हीरो होंडा और मारुति सुजुकी के संयंत्र पंजाब में ही है। राज्य में औद्योगिक इकाइयों मोटे तौर पर तीन भागों में विभाजित हैं, ये है कृषि आधारित औद्योगिक इकाइयां, मशीनरी इकाइयां और रासायनिक इकाइयां। जालंधर, अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, बठिंडा, बटाला, खन्ना, फरीदकोट, राजपुरा, मोहाली, मंडी गोबिंदगढ़, रोपड़, फिरोजपुर, संगरूर, मलेरकोटला और मोगा प्रमुख वित्तीय और औद्योगिक शहरों में हैं। राज्य के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी का एक बड़ा हिस्सा इन शहरों से आता है।
पंजाब में निवेश का है सुनहरा मौका – उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा
पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने दी सीएसआर जर्नल से ख़ास बातचीत करते हुए बताया कि “देश के औद्योगिक राज्यों के साथ पंजाब की तुलना किया जाय तो पंजाब व्यापार करने के लिए सबसे सुरक्षित स्थान है। इन्वेस्ट पंजाब का बिजनेस फर्स्ट ऑनलाइन पोर्टल 23 अलग-अलग विभागों के साथ वन-स्टॉप यूनिफाइड रेगुलेटर है जो निवेशकों को उन्नत सिंगल-विंडो सुविधा प्रदान करता है। साल 2017 जब से कांग्रेस की सरकार बनी है पंजाब में एक लाख से अधिक बिजनेस सेटअप के लिए अप्रूवल दिए गए है”।
Machines और Tools Production में नंबर 1 है पंजाब
वहीं सन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड के एमडी दिलीप संघवी से जब The CSR Journal ने बात की तो उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार के साथ काम करने का मौका मिला, बेहद ही आसान और सरल तरीके से आवेदन प्रकिया पूरी हुई, सभी सरकारी अधिकारी कोआपरेटिव थे। भारत कृषक समाज के चेयरमैन अजय वीर जाखड़ ने बताया कि पंजाब में किसानों के हित में कई कदम उठाए जा रहे हैं। जिसका परिणाम देखने को मिल रहा है। सबसे बड़ी कामयाबी यह है कि किसानों की खुदकुशी में कमी आई है।
Punjab 140 से अधिक देशों में एग्रीकल्चरल और फ़ूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट करता है
पंजाब देश का ऐसा राज्य है जहां सबसे ज्यादा मशीन और हैंड टूल्स का उत्पादन होता है। पंजाब का हैंड टूल्स (Hand Tools) उद्योग भारत के कुल हैंड टूल्स निर्यात का लगभग 75% योगदान देता है। जालंधर और लुधियाना में लगभग 400 हैंड टूल्स उत्पादन इकाइयां स्थित हैं। पंजाब अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन, वियतनाम, मध्य पूर्व और सऊदी अरब सहित प्रमुख देशों को 1.3 अरब डॉलर के खाद्य उत्पादों (Food Products) का निर्यात करता है। कृषि प्रसंस्करण (Agricultural Processing) में पंजाब सबसे तेजी से बढ़ते उद्योगों में से एक है।
पंजाब स्टार्टअप को बढ़ावा देता है Startup, Entrepreneurship Development Policy
Punjab स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए साल 2017 में स्टार्टअप और उद्यमिता विकास नीति (Startup and Entrepreneurship Development Policy) लेकर आया जो राज्य में स्टार्टअप्स को बढ़ाने के लिए लॉन्चपैड प्रदान करता है। उद्योग के लिए कनेक्टिविटी एडवांटेज को बढ़ाने के लिए साथ पंजाब में कार्गो की आवाजाही की सुविधा के लिए 2 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और 4 घरेलू हवाई अड्डे भी हैं। पंजाब तेजी से फार्मा उद्योग के हब के रूप में उभर रहा है। राज्य में बढ़ते फार्मास्युटिकल पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक एकीकृत फार्मा पार्क और क्लस्टर विकसित किए जा रहे हैं। जिला स्तर पर स्थापित एमएसई सुविधा परिषदें राज्य में सूक्ष्म और लघु उद्यमों के वित्तीय स्वास्थ्य का समर्थन करती हैं।
पंजाब के युवाओं के लिए रोजगार गारंटी योजना (Employment in Punjab)
हालही में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने राज्य के युवाओं के लिए पंजाब रोजगार गारंटी योजना 2022 की शुरुआत की है। योजना के तहत एक साल के दौरान एक लाख नौकरियां दी जाएगी। इस योजना की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा था कि यह अन्य राजनीतिक पार्टियों की तरह केवल घोषणा नहीं होगी बल्कि इसको पंजाब कैबिनेट की तरफ से मंजूरी भी दी जा रही है। बारहवीं की परीक्षा पास कर चुके विद्यार्थी इस योजना के अंतर्गत नौकरी के योग्य होंगे। पंजाब के युवाओं को फर्जी ट्रैवल एजेंटों से बचाने और उनको विदेशों में पढ़ाई के लिए सहायता दिलाने करने के उद्देश्य से नि शुल्क कोचिग भी दी जाएगी। यूनिवर्सिटियों में स्टार्ट अप कोर्स भी शुरू किए जाएंगे।
बहरहाल इस चुनावी मैदान में हर राजनीतिक पार्टियां दमखम लगा रही है लेकिन यही सही वक़्त है जब जनता को अपना सही नेता चुनना है, सही सरकार को सत्ता में लाना है, जो उड़ते पंजाब को उठता पंजाब बनाये और चौमुखी विकास करे।