मध्य प्रदेश के जबलपुर निवासी इंद्र कुमार तिवारी (उम्र 38 वर्ष) ने प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य (Aniruddhacharya) से अपनी शादी न होने की बात बताई थी। बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी बताया था कि उनके पास 18 एकड़ पुश्तैनी जमीन है। इसी सूचना का फायदा उठाकर एक महिला ने उनके साथ धोखा किया, प्यार का जाल बिछाया, शादी का नाटक किया और फिर बेरहमी से उनकी हत्या कर दी गई। ये वारदात उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में हुई है, जिसमें एक भोले भाले युवक की महज जमीन हड़पने के लिए साजिश रचकर हत्या कर दी गई। यह कहानी किसी क्राइम थ्रिलर से कम नहीं, लेकिन सच्ची है।
जमीन के लिए बना ‘प्यार’ का जाल, अंत में खौफनाक कत्ल, फर्जी पहचान से रचाई शादी, बनाया वारिस का हलफनामा
इंद्र तिवारी से संपर्क करने वाली महिला साहिबा बानो, गोरखपुर की निवासी है। उसने खुद को “खुशी तिवारी” के नाम से पेश किया। उसने इंद्र को अपने प्रेम जाल में फंसाया और फिर अपने प्रेमी कौशल कुमार और एक साथी समसुद्दीन की मदद से पूरे षड्यंत्र को अंजाम दिया। तीनों इंद्र को कुशीनगर के कसया कस्बे के एक होटल (आइडियल होटल) में लेकर आए, जहां कमरे में सिंदूर डालने की रस्म कर शादी का नाटक किया गया। फिर एक हलफनामा बनवाया गया जिसमें लिखा गया कि इंद्र की मृत्यु के बाद पूरी संपत्ति पर साहिबा का हक होगा।
हत्या की रात, नींद की गोलियां, चाकू से गोदकर हत्या
हलफनामा तैयार होने के बाद तीनों ने इंद्र को नींद की गोलियां खिलाएं, जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद उसे गाड़ी में बैठाकर कुशीनगर के सुकरौली क्षेत्र में ले जाया गया, जहां पहले से साजिश के तहत सुनसान इलाका चुना गया था। वहां तीनों ने मिलकर इंद्र कुमार तिवारी की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी। फिर उसका शव झाड़ियों में फेंक दिया और साथ लाए जेवरात और नगदी लेकर फरार हो गए।
पुलिस की मुस्तैदी से खुला मामला, तीनों आरोपी गिरफ्तार
जब इंद्र तिवारी अपने घर वापस नहीं पहुंचे, तब परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। पुलिस को कुशीनगर में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली, जिसकी पहचान इंद्र के रूप में हुई। जांच में सामने आया कि यह हत्या संपत्ति हड़पने की साजिश के तहत की गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, होटल रजिस्टर और कॉल डिटेल के आधार पर छानबीन की और तीनों आरोपियों साहिबा बानो, कौशल कुमार और समसुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया।
प्यार, विश्वास और जान, सब कुछ लुट गया
यह मामला न केवल कानूनी तौर पर गंभीर है, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी एक चेतावनी है। कैसे लालच में अंधे लोग अब शादी जैसे पवित्र रिश्ते को भी धोखे और हत्या का जरिया बना रहे हैं। इंद्र तिवारी, जिन्होंने एक बेहतर जीवनसाथी की उम्मीद में भरोसा किया, उन्हें धोखा, षड्यंत्र और मौत मिली। उनके परिजन सदमे में हैं और समाज में आक्रोश है। फिलहाल, तीनों आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं और न्यायिक प्रक्रिया चल रही है। पुलिस इस केस को एक नजीर बनाने की दिशा में काम कर रही है, ताकि ऐसे अपराधियों को कड़ी सजा मिले और कोई और इंद्र तिवारी इस तरह की साजिश का शिकार न हो।