भगवान राम की नगरी अयोध्या के मेडिकल कॉलेज में अब इमरजेंसी में पहुंचने वाले मरीजों की भी डायलिसिस हो सकेगी। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में अब किडनी मरीजों को नया जीवनदान मिलने जा रहा है। Ayodhya Medical College में लगभग चार करोड़ से 10 बेड की डायलिसिस यूनिट जल्द बनने जा रही है। सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) फंड से इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड इसका निर्माण कराएगा। फिलहाल लोकसभा चुनाव को देखते हुए आचार संहिता लागू है लिहाजा Lok Sabha Election in Uttar Pradesh के बाद इसका निर्माण कार्य शुरू होने की बात कही जा रही है।
ऐसा नहीं है कि यहां मौजूद मेडिकल कॉलेज Kidney Dialysis Unit in Uttar Pradesh नहीं है। Ayodhya Medical College में पीपीपी मॉडल पर डायलिसिस यूनिट स्थापित है। लेकिन यहां मरीजों की हर समय लंबी भीड़ रहती है। यहां हर महीने लगभग एक हज़ार मरीजों की डायलिसिस होती है। लेकिन फिर भी लगभग 100 मरीजों की पहले से वेटिंग रहती है। ऐसे में इमरजेंसी में पहुंचने वाले गंभीर मरीजों को यहां सुविधा नहीं मिल पाती है। जब कोई मरीज अन्य जिलों या उसका निधन होता तभी सीट खाली होती है। ऐसे में या तो मरीज लंबे समय तक अपनी बारी आने का इंतजार करते हैं या निजी केंद्रों पर मोटी रकम चुकता करके डायलिसिस कराते हैं।
Indian Oil के CSR से इमरजेंसी में भी हो सकेगी डायलिसिस मिलेगी सहूलियतें
स्वास्थ्य की इन समस्याओं से निजात पाने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने जनवरी में पहल की थी। उनकी मांग पर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (Indian Oil Corporation Limited CSR) ने 10 बेड की आधुनिक सुविधाओं से लैस डायलिसिस यूनिट बनाने की सहमति दी है। The CSR Journal से ख़ास बातचीत करते हुए अयोध्या मेडिकल कॉलेज के सीएसआर फंड के नोडल व ब्लड बैंक प्रोफ़ेसर डॉ. डीके सिंह ने बताया कि अस्पताल ने Indian Oil को Dialysis Centre का विवरण भेजा है। नए बिल्डिंग में 10 बेड की डायलिसिस यूनिट बनाने की तैयारी है। आचार संहिता के खत्म होने के बाद ही बजट जारी होने की उम्मीद है। इसके बाद जल्द से जल्द यूनिट की स्थापना करके मरीजों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। इससे गंभीर मरीजों के इलाज में काफी सहूलियत मिलेगी।