Thecsrjournal App Store
Thecsrjournal Google Play Store
May 10, 2025

पाकिस्‍तान के घाव पर IMF ने लगाया मरहम, 11 हजार करोड़ का लोन मंज़ूर 

Pakistan Bailout Package : भारत के तमाम विरोध के बावजूद IMF ने पाकिस्‍तान के लिए 1.3 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज को मंजूरी दे दी है। पाकिस्‍तान के पीएम कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने IMF अधिकारियों का आभार जताया है। भारत के तमाम विरोध के बावजूद अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्‍तान के बेलआउट पैकेज को मंजूरी दे दी है। पाकिस्‍तान सरकार ने शुक्रवार देर रात इसकी जानकारी दी है। पाकिस्‍तानी पीएम कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मुहम्मद शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के लिए IMF द्वारा 1 अरब डॉलर (करीब 11 हजार करोड़ रुपये) की पहली किस्त की मंजूरी पर संतोष व्यक्त किया है।

भारत ने क्‍यों जताया विरोध

Pakistan Bailout Package: पाकिस्‍तान के बेलआउट पैकेज का विरोध करते हुए भारत ने इसके 3 बड़े कारण IMF को बताए हैं। भारत ने कहा है क‍ि साल 1989 के बाद से पाकिस्‍तान 35 सालों में 28 बार आईएमएफ से कर्ज ले चुका है। पिछले 5 साल में ही 4 बार IMF के प्रोग्राम का लाभ उठाया है। लेकिन, पाकिस्‍तान इस फंड का सही इस्‍तेमाल नहीं करता है। यही कारण है कि लगातार बेलआउट पैकेज मिलने के बावजूद उसकी इकनॉमी बदहाल होती जा रही है। IMF को इस बात की जांच करनी चाहिए कि पाकिस्‍तान ने पहले जो पैकेज लिया है, उसका सही इस्‍तेमाल किया अथवा नहीं।

सेना करेगी इस फंड का इस्‍तेमाल : भारत

Pakistan Bailout Package: भारत ने अपने विरोध में कहा था कि पाकिस्‍तान की आर्थिक नीतियों में उसकी सेना की दखलंदाजी काफी ज्‍यादा है। इससे जोखिम पैदा होता है कि IMF के बेलआउट पैकेज का इस्‍तेमाल वहां की सेना कर सकती है। भारत ने याद दिलाया कि साल 2021 में संयुक्‍त राष्‍ट्र की रिपोर्ट भी इसका खुलासा कर चुकी है कि पाकिस्‍तान एक तरह से मिलिट्री आधारित बिजनेस करने वाला देश है और दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। पाकिस्‍तान की सेना वहां की आर्थिक नीतियों में पूरी दखल देती है, लिहाजा इकनॉमी सुधारने के नाम पर मांगा जाने वाला यह कर्ज मंजूर नहीं किया जाना चाहिए।

भारत के खिलाफ हो सकता है फंड का इस्‍तेमाल

Pakistan Bailout Package: भारत ने कहा है कि पाकिस्‍तान के साथ जारी सैन्‍य तनाव के बीच उसे IMF से कोई बेलआउट पैकेज मिला तो वह इसका इस्‍तेमाल सैन्‍य कार्रवाई और युद्ध के साजोसामान खरीदने में कर सकता है। हालांकि, IMF ने भारत की इन सभी चिंताओं को दरकिनार करते हुए पाकिस्‍तान के लिए 1.3 अरब डॉलर के कर्ज को हरी झंडी दे दी है।

IMF ने दिया पाक को 2.3 अरब डॉलर का लोन

जंग के हालात के बीच इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) ने पाकिस्तान को 2.3 अरब डॉलर (20 हजार करोड़ रुपए) के दो पैकेजों को मंजूरी दे दी है। इस लोन में से 1 अरब डॉलर (8500 करोड़ रुपए) एक्सटेंड फंड फैसेलिटी (EFA) के तहत तत्काल दिए जाएंगे, जबकि 1.3 अरब डॉलर (11 हजार करोड़ रुपए) का लोन अगले 28 महीने तक किस्तों में दिया जाएगा।

IMF में कोटे के आधार पर होती है वोटिंग

IMF में 191 देश सदस्य हैं। हर देश के पास एक वोट होता है, लेकिन वोट सिर्फ इससे तय नहीं होता है। IMF में कोटे के आधार पर वोटिंग अधिकार तय होता है। यानी जिसका जितना ज्यादा कोटा होगा, IMF के फैसलों में उसकी उतनी ज्यादा सुनी जाएगी।
किस देश का कोटा कितना होगा ये उस देश की आर्थिक ताकत (जैसे GDP), विदेशी मुद्रा भंडार, व्यापार और आर्थिक स्थिरता पर निर्भर करता है। जैसे अमेरिका का कोटा सबसे ज्यादा 16.5 प्रतिशत है, इसलिए उसका वोट सबसे ज्यादा मायने रखता है। भारत की वोटिंग पावर 2.75 प्रतिशत के करीब है। जबकि पाकिस्तान की वोटिंग पावर 0.43 फ़ीसदी के करीब है। वोटिंग राइट्स दो आधार पर मिलते हैं। बेसिक वोट्स: हर देश को 250 बेसिक वोट्स मिलते हैं, जो सभी देशों के लिए समान हैं।
कोटा-आधारित वोट्स: कोटा के आधार पर एक्स्ट्रा वोट्स मिलते हैं। इसके लिए IMF की स्पेशल करेंसी SDR खरीदनी पड़ती है। 1 लाख SDR पर 1 वोट मिलता है। बेसिक वोट्स और कोटा-आधारित वोट्स को मिलाकर ही कुल वोट्स मिलते हैं।

क्या है SDR?

SDR का पूरा नाम है Special Drawing Rights (विशेष आहरण अधिकार)। ये IMF का बनाया एक अंतरराष्ट्रीय रिजर्व एसेट है। इसे ‘IMF की अंतरराष्ट्रीय नकदी’ या ‘ग्लोबल करेंसी यूनिट’ कहा जा सकता है। इसे वित्तीय लेन-देन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि ये असली करेंसी नहीं है। SDR की कीमत 5 बड़ी अंतरराष्ट्रीय करेंसी पर आधारित होती है। अमेरिकी डॉलर (USD), यूरो (EUR), चीनी युआन (CNY), जापानी येन (JPY), ब्रिटिश पाउंड (GBP)। IMF सभी सदस्य देशों को उनके कोटे (Quota) के हिसाब से SDR अलॉट करता है। बिना अमेरिकी वोट के कोई फैसला नहीं लिया जाता। अमेरिका के पास सबसे ज्यादा 16.5 प्रतिशत वोटिंग राइट्स हैं। कोई फैसला लेने के लिए 85 प्रतिशत तक वोट की जरूरत होती है। ऐसे में अगर अमेरिका वोट न करे तो बहुमत न मिलने की स्थिति में कोई फैसला पारित नहीं किया जा सकता है।

IMF में भारत ने आज वोटिंग नहीं की

भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 8 मई को कहा था कि वे पिछले तीन दशकों में IMF ने पाकिस्तान को कई बड़ी सहायता दी है। उससे चलाए गए कोई भी कार्यक्रम सफल नतीजे तक नहीं पहुंच पाए हैं। आज वोटिंग से पहले भारत ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई। भारत ने कहा कि अगर ऐसे देश को बार-बार मदद दी जाती है जो सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देता है, तो इससे दुनिया को गलत संदेश जाता है। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को IMF का फंड मिलने के मामले पर विरोध में वोटिंग नहीं की। बाकी देशों के वोट की मदद से पाकिस्तान को ये फंड अप्रूव हो गया।

पाकिस्तान से जुड़े आज के बड़े अपडेट्स

पाकिस्तान सरकार ने शुक्रवार को बताया कि उन्होंने भारत के 77 ड्रोन मार गिराए हैं। सरकार ने यह भी कहा कि भारत के हमलों में अब तक 33 लोग मारे गए हैं जबकि 76 घायल हुए हैं। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने संसद में कहा कि कोई भी देश भारत के साथ नहीं खड़ा है।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि भारत-पाक संघर्ष में हमारा कोई काम नहीं हैं।
वर्ल्ड बैंक ने सिंधु जल संधि में दखलअंदाजी करने से इनकार किया। कहा भारत को मजबूर नहीं कर सकते।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने कहा कि इंडियन आर्मी जानबूझकर पाकिस्तानी नागरिकों को निशाना बना रही है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार पानी को हथियार बनाने पर तुली हुई है।
पाकिस्तान सरकार ने सहयोगियों से कर्ज मांगा। बाद में कहा वेबसाइट हैक हो गई थी। पोस्ट डिलीट की।
पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि उसने हाजी पीर और पांडो सेक्टर में भारतीय सेना की चौकियां तबाह कर दी।

सैन्य प्रवक्ता बोले- भारत घमंड में गलत फैसले ले रहा

पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत पाक की जंग अब तय है। उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू में जंग होने के सवाल पर कहा कि इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं है। वहीं, सेना के प्रवक्ता अहमद चौधरी ने आज कहा कि भारत सरकार आतंकियों की फंडिंग में शामिल है। वह बॉर्डर पार टेररिज्म को बढ़ावा दे रही,S है। भारत कई आतंकी कैंप भी चला रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि अगर भारत को पाकिस्तान की फायरिंग इतनी पसंद है, तो हम आपकी ये ख्वाहिश अपनी पसंद की जगह, समय और तरीके से पूरी करेंगे।
सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने भारत सरकार से कहा है कि वह समझदारी से काम ले और पड़ोसी देशों जैसा जिम्मेदार व्यवहार करे। उन्होंने कहा, ‘सबसे पहले तो उन्हें यह समझाना जरूरी है कि घमंड में रहकर सही फैसले नहीं लिए जाते।’ DG चौधरी ने कहा, ‘अपने देश की अंदरूनी समस्याओं का जिम्मा बाहर के देशों पर मत डालो, और बाहर की मुश्किलों को अपने देश के अंदरूनी हालात में मत मिलाओ।’ उन्होंने आगे कहा कि पड़ोसी देश मिलकर इस क्षेत्रीय खतरे का मुकाबला कर सकते हैं और हालात को संभालने में मदद कर सकते हैं।

सऊदी अरब के मंत्री ने पीएम शहबाज शरीफ से मुलाकात की

सऊदी अरब के विदेश राज्य मंत्री आदिल अल-जुबैर ने आज पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की। बैठक के दौरान, सऊदी मंत्री ने कहा कि वर्तमान हालात को लेकर उनका बहुत ज्यादा परेशान है। शरीफ ने सऊदी के मंत्री से कहा कि पाकिस्तान को UN चार्टर के तहत अपनी रक्षा के लिए कदम उठाने का पूरा अधिकार है। पाकिस्तान अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब दोनों देशों के बीच तनाव कम करने और अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक सभी विवादित मुद्दों को हल करने की अपील करता है।

Latest News

Popular Videos