UP News: शामली के एक मंदिर में कम लनाथ पिछले 6 सालों से पुजारी बनकर रह रहा था, मगर अब जो सच सामने आया है, उसने सभी को चौंका दिया है। यूपी के शामली से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां थाना भवन क्षेत्र के गांव मंटी हसनपुर में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि व्यक्ति अपना धर्म और नाम बदलकर पिछले 6 सालों से मंदिर में पुजारी बनकर रह रहा था। इस मामले ने ग्रामीणों को चौंका कर रख दिया है।
बाबा बंगाली उर्फ इमामुद्दीन का हुआ भंडाफोड़
बाबा बंगाली उर्फ बालकनाथ की गिरफ्तारी आज सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गई है। उसकी पहचान इमामुद्दीन अंसारी (55 वर्ष) के रूप में हुई है, जो कालचीनी, जिला अलीपुरद्वार, पश्चिम बंगाल का निवासी है। वह पिछले दो वर्षों से मंटी हसनपुर गांव में स्थित शनि मंदिर में पुजारी के रूप में रह रहा था और स्थानीय लोगों के बीच खुद को हिंदू साधु के रूप में पेश करता था। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से उसका असली और फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किया है।
🚨बंगाल का इमामुद्दीन अंसारी गिरफ्तार
“बाबा बालकनाथ” के नाम से
शनि मंदिर में हिंदू पुजारी बनकर पूजा-पाठ कर रहा था
👉उत्तर प्रदेश के शामली का मामला pic.twitter.com/2jQH3H5Eb5
— Nehra Ji (@nehraji77) August 4, 2025
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने आरोपी को बीती रात एक गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया है। इसके बाद उसे थाने लाकर पूछताछ की गई, तब जाकर पूरा मामला सामने आया। वह पिछले 6 सालों से शामली स्थित शनि मंदिर का पुजारी बना हुआ था। बता दें कि वह खुद को कमलनाथ बताता था, मगर उसका असली नाम इमामुद्दीन था।
15 साल पहले पश्चिम बंगाल से आया था इमामुद्दीन
पुलिस की पूछताछ में इमामुद्दीन ने बताया कि वह 15 साल पहले काम के सिलसिले में आया था। वह सहारनपुर व आसपास के जनपदों में रहा। सहारनपुर में किसी बाबा कमलनाथ के संपर्क में आया था। वहां वह अपना नाम व पहचान बदलकर रहा। सहारनपुर निवासी किसी व्यक्ति से गांव मंटी हसनपुर का एक व्यक्ति पहले से परिचित था। उसके कहने पर ग्रामीण उसे गांव में लेकर आया था। उसने हिंदू समझकर उसे शनि मंदिर में रहने को जगह दे दी थी। वह मंदिर में रहकर हिंदू धर्म के अनुसार पूजा पाठ करता था। किसी को उस पर शक भी नहीं हुआ कि वह मुस्लिम है। आस-पड़ोस की महिलाएं व लोगों का कहना है कि उन्हें इसके बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी। ग्रामीणों के मुताबिक, आरोपी को करीब 6 साल पहले सतपाल नामक व्यक्ति शाकुंभरी क्षेत्र से लेकर आया था। आरोपी ने खुद को कमलनाथ बताया था। उसने दावा किया था वह शाकुंभरी स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में रहने वाला था। ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी न केवल मंदिर में रहता था बल्कि आस-पास के इलाकों से लोगों को झाड़-फूंक के लिए भी अपने पास बुलाता था। आरोपी ने ग्रामीणों पर विश्वास जमा लिया था। इसके चलते उसने मंदिर के बराबर में खाली पड़ी जमीन पर नए मंदिर का निर्माण शुरू करा दिया था। मंदिर के निर्माण के लिए वह ग्रामीणों से चंदा इकट्ठा करता था। गांव में उसकी पहचान बंगाली बाबा के नाम से थी।
आरोपी के पास 3 आधार कार्ड, दो में मुस्लिम नाम अंकित
बाबा बंगाली के पास से तीन आधार कार्ड व पैनकार्ड बरामद हुए हैं। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। एसपी रामसेवक गौतम का कहना है कि आरोपी के कब्जे से तीन आधार कार्ड और एक पैन कार्ड बरामद हुए हैं। एक आधार कार्ड पर उसका नाम और पता बंगाली नाथ केयरऑफ कमलनाथ निवासी शाकंभरी रोड पानी की टंकी लक्ष्मी नारायण मंदिर सहारनपुर अंकित है। अन्य अन्य दो आधार कार्ड और पैन कार्ड पर इमामुद्दीन अंसारी निवासी कस्बा व थाना काल चीनी जिला अलीपुरद्वार पश्चिमी बंगाल लिखा हुआ पाया गया।
हिंदू संगठनों ने जताया रोष, सख्त कार्रवाई की मांग
पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि इमामुद्दीन अंसारी के आधार कार्ड पर लिखे पते का सत्यापन करने और उसके बारे में जानकारी जुटाने के लिए पुलिस की एक टीम पश्चिम बंगाल के लिए रवाना कर दी गई है। पुलिस अब यह जांच करेगी कि पश्चिम बंगाल में आरोपी के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज तो नहीं है। इसके अलावा पुलिस इस बात की भी जांच करेगी कि उसने आधार कार्ड में अपना नाम कहां पर और किस तरह से बदलवाया। आधार कार्ड में नाम बदलवाने में कौन लोग शामिल रहें। इस घटना के बाद हिंदू संगठनों में रोष है। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से आरोपी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है। विहिप ने भी इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है।
Long or Short, get news the way you like. No ads. No redirections. Download Newspin and Stay Alert, The CSR Journal Mobile app, for fast, crisp, clean updates!